गंभीर ने ट्विटर पर लिखा, 'एक पिता आपको बोलना सिखाता है लेकिन एक पिता तुल्य बोलना सिखाता है. एक पिता आपको चलना सिखाता है लेकिन एक पिता तुल्य मार्च करना सिखाता है. एक पिता आपको नाम देता है, लेकिन एक पिता तुल्य आपको एक पहचान देता है. मेरे पिता तुल्य अरुण जेटली जी के साथ मेरा एक हिस्सा चला गया है. RIP सर.' (Photo- Twitter Screengrab)