गुरुवार को मनसे प्रमुख राज ठाकरे को ईडी ने कोहिनूर सीटीएनएल इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी में IL एंड FS की ओर से कर्ज और इक्विटी निवेश के तौर पर 450 करोड़ रुपए लगाने में कथित तौर पर हुई अनियमितताओं के सिलसिले में बुलाया था.
महाराष्ट्र नव निर्माण सेना ने अब ईडी दफ्तर के बाहर हिन्दी-अंग्रेज़ी का साइनबोर्ड लगे होने पर आपत्ति दर्ज़ कराई है. बॉम्बे शॉप्स एंड इस्टेबलिशमेंट्स एक्ट 1948 के मुताबिक किसी भी पब्लिक या प्राइवेट दफ्तर के बाहर मराठी में साइनबोर्ड लिखा होना चाहिए. नियम का अनुपालन ना होने पर एक हज़ार से लेकर पांच हज़ार रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है.
मनसे डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर से शिकायत दर्ज कराएगा और शिकायत की प्रति मुंबई में ईडी दफ्तर को भेजी जाएगी. मनसे ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इस शिकायत के बारे में जानकारी दी है.
पार्टी के नेता संदीप देशपांडे ने इंडिया टुडे से कहा, 'ज़मीन का क़ानून कहता है कि स्थानीय भाषाओं का सम्मान किया जाना चाहिए. हम उनके नोटिस में ये बात ला रहे हैं कि वो मराठी साइनबोर्डों के नियम को नहीं मान रहे हैं. ईडी चाहता है कि सभी क़ानून का पालन करें, तो वो दूसरों को उपदेश देने से पहले खुद इसे माने.'