जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में आतंकवादियों के साथ बुधवार को हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा का एक आतंकवादी मारा गया। मुठभेड़ में जम्मू-कश्मीर पुलिस का एक विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) शहीद हो गया। एक उपनिरीक्षक घायल हुआ है। पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 खत्म करने के बाद पूरे राज्य में सुरक्षा चौकसी बढ़ा दी गई थी। उसके बाद से यह पहली मुठभेड़ हुई है। सैन्य प्रवक्ता के मुताबिक, मंगलवार को शुरू हुई यह मुठभेड़ बुधवार सुबह तक चली। इसमें मारे गए आतंकवादी की पहचान बारामूला निवासी मोमिन गोजरी के रूप में हुई है। गोजरी लश्कर से जुड़ा हुआ था और विभिन्न आतंकवादी अपराधों में संलिप्त था। मुठभेड़ स्थल से कई हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए हैं। मुठभेड़ में जान गंवाने वाले एसपीओ की पहचान बिलाल अहमद के रूप में की गई है। मुठभेड़ में उप निरीक्षक अमरदीप परिहार घायल हो गए हैं, जिन्हें यहां के बादामी बाग स्थित सेना के 92 आधार अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

वहीं दूसरी ओर जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी में 22 वर्षीय एक युवक की मौत हो गई है। सैन्य प्रवक्ता ने बुधवार को यह जानकारी दी। प्रवक्ता के मुताबिक, मंगलवार देर रात मेंढर सेक्टर के डब्राज गांव में एक मकान पर मोर्टार का एक गोला गिरा, जिसमें मोहम्मद अब्दुल करीम गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे फौरन ही पास के एक अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।

[bc_video video_id=”6075054589001″ account_id=”5798671092001″ player_id=”JZkm7IO4g3″ embed=”in-page” padding_top=”56%” autoplay=”” min_width=”0px” max_width=”640px” width=”100%” height=”100%”]

मेंढर और कृष्णा घाटी सेक्टरों में मंगलवार को नियंत्रण रेखा के दूसरी ओर से मोर्टार दागे गए और गोलीबारी की गई। इसमें थल सेना के सैनिक नाइक रवि रंजाम कुमार शहीद हो गए जबकि चार अन्य कर्मी घायल हो गए। पाकिस्तानी गोलाबारी में करीब आधा दर्जन मकानों को भी नुकसान पहुंचा है। पाकिस्तान की इस हरकत के चलते दोनों सेक्टरों में एहतियाती कदम उठाते हुए आसपास के स्कूलों को बंद करना पड़ा।