केंद्रीय मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने बुधवार को ‘नेशनल इनिशिएटिव फोर स्कूल हेड्स एंड टीचर्स हॉलीस्टिक एडवांस्डमेंट यानी निष्ठा’ कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके तहत देश भर के 42 लाख शिक्षकों और स्कूल प्रमुखों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लर्निंग आउटकम में सुधार लाना है। इस मौके पर निशंक ने कहा कि यह अपनी तरह का दुनिया का पहला शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि ‘निष्ठा’ के माध्यम से शिक्षकों में गहन सोच के प्रति प्रेरित करना है। इसके माध्यम से शिक्षक विभिन्न तरह के कौशल सीख सकेंगे जो योग्यता आधारित शिक्षा, स्कूल सुरक्षा, शिक्षण में आइसीटी व एआइ, स्वास्थ्य, इको क्लब, यूथ क्लब, रसोई गार्डन आदि से संबंधित होंगे। मंत्री ने कहा कि शिक्षक हमारे देश के पावर हाउस हैं और उन्हें उच्च गुणवत्ता को होना चाहिए।

इस प्रशिक्षण के लिए केंद्रीय स्तर पर 120 से 150 और राज्य स्तर पर 33 हजार से अधिक प्रशिक्षक कार्य करेंगे। केंद्रीय स्तर पर इस कार्यक्रम के साथ राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी), केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस), राष्ट्रीय शैक्षिक योजना एवं अकादमिक संस्थान (नीपा), नवोदय विद्यालय समिति (एनवीएस), केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और कुछ गैर सरकारी संगठन जुड़े हैं। वहीं, राज्य स्तर पर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद आदि जुड़े हैं।

एक अधिकारी ने बताया कि सभी शिक्षकों को पांच दिन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। क्रमवार दिए जाने वाले इस प्रशिक्षण की शुरुआत बुधवार से ही हो गई है। सभी शिक्षकों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य छह महीने रखा गया है लेकिन इसमें इससे भी अधिक समय लग सकता है। इसी तरह स्कूल प्रमुखों को दो दिनों का प्रशिक्षण दिया जाएगा।