प्रवर्तन निदेशालय ने आइएलएंडएफएस के कथित भुगतान कोताही मामले से जुड़े धन शोधन की जांच को लेकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे को तलब किया है। अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि मनसे प्रमुख से 22 अगस्त को जांच अधिकारियों के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री तथा शिवसेना के नेता मनोहर जोशी के पुत्र उन्मेश जोशी को भी इसी मामले की जांच के सिलसिले में बुलाया गया है।
अधिकारियों के अनुसार, जोशी सोमवार को या मंगलवार को अधिकारियों के समक्ष पेश हो सकते हैं। जांच एजंसी ने कोहिनूर सीटीएनएल कंपनी में आइएल एंड एफएस समूह की ऋण शेयरधारिता निवेश संबंधी एक मामले में ठाकरे की कथित संलिप्तता की जांच शुरू की। इस कंपनी के प्रमोटर जोशी हैं।

एक कंसोर्टियम बनाने के बाद ठाकरे और जोशी ने कुछ संपत्तियों के लिए संयुक्त रूप से बोली लगाई थी लेकिन बाद में मनसे प्रमुख अलग हो गए। प्रवर्तन निदेशालय पूरे लेनदेन की जांच करना चाहता है इसलिए ठाकरे एवं जोशी को तलब किया गया है। पिछले सप्ताह प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में एक आरोपपत्र भी दाखिल किया था।

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पिछले दिनों राज ठाकरे 370 पर दिए गए अपने बयान को लेकर भी चर्चा में रहे थे। पहले तो ठाकरे ने मोदी सरकार के जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद इस फैसले का समर्थन किया लेकिन उन्होंने राज्य में लगी धारा 144 पर उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि यह (धारा 144) जम्मू-कश्मीर में लागू की गई है हो सकता है कल यह मुंबई तो परसो विदर्भ में लागू हो जाए। उन्होंने कहा था ‘आज कश्मीर में लोगों के घरों के बाहर सेना के जवान बंदूक लेकर खड़े हैं। वहां इंटरनेट, टीवी, लैंडलाइन और यहां तक कि मोबाइल तक बंद हैं। हो सकता है कल यह जवान मुंबई और विदर्भ के घरों के बाहर खड़े हो जाएं।