Indian Railways: श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की मांग घटी, मजदूरों की वापसी तक चलेंगी ट्रेनें

  • 📰 Dainik Jagran
  • ⏱ Reading Time:
  • 48 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 23%
  • Publisher: 53%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

IndianRailways: श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की मांग घटी, मजदूरों की वापसी तक चलेंगी ट्रेनें Railways railwayupdate PiyushGoyal PiyushGoyalOffc RailMinIndia

। लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के लिए चलाई गई श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की मांग घटने लगी है। पिछले 29 दिनों में कुल 52 लाख से अधिक प्रवासी मजदूरों को श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से उनके गतंव्य तक पहुंचाया जा चुका है। भारतीय रेलवे का दावा है कि श्रमिकों की पूरी वापसी और राज्यों की मांग आने तक ट्रेनें चलाई जाएंगी।' श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के भटकाव और ऐसी ही कई खबरों से आहत भारतीय रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने पूरे मामले पर अपनी बात...

उन्होंने कहा कि पिछले एक सप्ताह के दौरान प्रत्येक दिन तीन लाख से अधिक श्रमिकों को उनके गतंव्य तक पहुंचाया गया। श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की संख्या जहां एक दिन में अधिकतम 279 तक पहुंची थी, वह अब घटकर 137 रह गई है।' उन्होंने कहा कि केवल 20 मई से 24 मई के बीच उत्तर प्रदेश और बिहार जाने वाली ट्रेनों की संख्या अधिक हो गई है थी। कुल 3849 ट्रेनों में से केवल 71 ट्रेनों का रुट बदला गया था। उन्होंने कहा कि ट्रेनों का भटकाव संभव ही नहीं...

90 फीसद श्रमिक स्पेशल ट्रेनें उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए संचालित की गईं। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और जौनपुर सबसे व्यस्त स्टेशन रहे। ट्रेनों की लेटलतीफी के सवाल पर उन्होंने स्पष्ट किया कि केवल चार ऐसी ट्रेनें रहीं जिन्होंने 72 घंटे का समय लिया है। बाकी किसी श्रमिक स्पेशल ट्रेन ने अपने निर्धारित गतंव्य पर पहुंचने में इससे अधिक का समय नहीं लिया है। जाना था 'प्रयागराज पहुंच गई लखनऊ' के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये नियमित नहीं स्पेशल ट्रेन थी। कानपुर पहुंचने पर राज्य सरकार की सलाह से इस ट्रेन...

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

PiyushGoyal PiyushGoyalOffc RailMinIndia मांग घटी नहीं है, railway ने जो रवैया रखा हुआ है कौन जाना चाहेगा ऐसे railway से, लोग चीज़ों को नहीं समझते क्या? वो मजदूर ही हैं, बेवकूफ़ नहीं.

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 10. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

रेलवे ने बताया कितनी ट्रेनें हुईं डायवर्ट, सिर्फ 4 ट्रेनों को लगा 72 घंटे से अधिक का समयIndia News: रेलवे ने पिछले दिनों में ट्रेनों (shramik special trains) के भटकने की खबरों पर सफाई दी। रेलवे (railway) बोर्ड के चेयरमैन बोले कि 1-19 मई और 25-28 मई के बीच कोई भी ट्रेन डायवर्ट (train diversion) नहीं हुई। सिर्फ 20-24 मई के बीच राज्यों की मांग अधिक होने की वजह से 71 ट्रेनों को डायवर्ट किया गया।
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी का निधन, लंबे समय से थे बीमारछत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी को दिल का दौरा पड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वह 20 दिन से रायपुर के अस्पताल में भर्ती थे. उनके निधन की जानकारी उनके बेटे अमित जोगी ने ट्वीट कर दी. RIP Rip Bye bye.
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

प्राचीन काल में इजिप्ट के राजा फ़िरौन के समय इसलिए हुआ था टिड्डियों का अटैक‘तुम मेरे आदेशों का पालन करने से कब तक इनकार करोगे? मेरे लोगों को मेरी उपासना करने के लिए जाने दो! यदि तुम मेरे लोगों को जाने से मना करते हो तो मैं कल तुम्हारे देश में टिड्डियों को लाऊंगा' Locustsattack
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »

मुजफ्फरपुर : श्रमिक स्पेशल ट्रेन में ढाई साल के बच्चे की मां की मौत, जिम्मेदार कौन?मुजफ्फरपुर : श्रमिक स्पेशल ट्रेन में ढाई साल के बच्चे की मां की मौत, जिम्मेदार कौन? NitishKumar SushilModi yadavtejashwi bihar Muzaffarpur NitishKumar SushilModi yadavtejashwi 69k_प्राप्तांक_पूर्णाक_संशोधन 69k_प्राप्तांक_पूर्णाक_संशोधन 69k_प्राप्तांक_पूर्णाक_संशोधन 69k_प्राप्तांक_पूर्णाक_संशोधन drdwivedisatish r9_tv AbpGanga mewatisanjoo gaganishere basicshiksha_up yadavakhilesh Ayushilivenews chandramanishu7 abhay_sati NitishKumar SushilModi yadavtejashwi PMOIndia narendramodi सर क्या हमारा समाज इतना असंवेदनशील हो गया है | क्या हमारी सरकार उस माताके ऊन अभागी बाचोन के लिये कुछ करपायेगी | बडी कृपा होगी जी | NitishKumar SushilModi yadavtejashwi ये बुरा वक़्त है , समाज विभिन्न भागो में टूटा हुआ है। सरकारें लाचार है गलती इस बुरे वक़्त की है और अगर लापरवाही है तो लापरवाह लोग अमानवीय है उन्हे ये दृश्य देख के चुल्लू भर पानी में डूब जाना चाहिए।
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

माइग्रेशन का कोरोना कनेक्शन! इन 3 राज्यों की टेंशन बने लौटते मजदूरकोरोना मीटर में जान‍िए भारत में कोरोना के लेटेस्ट आंकडे. साथ ही बताएंगे क‍ि प्रवासी मजदूरों के र‍िवर्स माइग्रेशन की वजह से कई राज्यों में कोरोना के ग्राफ को बुरी तरह झटका लगा है. DIU ने पाया कि 18 मई से असम, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश में सबसे तेजी से केसों की संख्या दोगुनी हो रही है. ये वो चार राज्य हैं जिनके अधिकतर जिले मई की शुरुआत तक ग्रीन जोन में थे. योजनाबद्ध तरीके से साजिश कोविड19 को पूरे देश एवं गाँव गाँव तक फैलाया जा रहा है!! 'जो जहाँ है वही रहे ' बारबार कहा गया! पर टुचची राजनीति देश को आजादी के बाद और अब इस महामारी काल में बरबादी की तरफ ले जा रही है!!!! ् अफबाह फैलाने मे सबसे आगे आज तक
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

48 घंटे में 9 यात्रियों की मौत के बाद जागा रेलवे, यात्रियों से की अपीलCovid-19, Covid-19 News, Covid-19 updates, Pandemic of COVID-19, coronavirus news, Railway, Shramik special trains, Lockdown in India, कोरोना वायरस, कोविड-19, रेलवे, श्रमिक स्पेशल ट्रेन, यात्री, अपील
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »