विमानन सुरक्षा को लेकर DGCA हुआ शख्त, दिल्ली-मुंबई फ्लाइट के पायलटों को ड्यूटी से हटाया
विस्तारा की यूके 944 फ्लाइट उड़ा रहे पायलटों को विमान में पर्याप्त ईधन होने के बावजूद लखनऊ में विमान उतारने के लिए ईधन खत्म होने की चेतावनी देने की सजा दी गई है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। विमानन सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाली बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर उड्डयन नियामक DGCA का रुख सख्त होता जा है। पिछले एक माह में DGCA ने इस प्रकार की घटनाओं के लिए जिम्मेदार एक दर्जन से ज्यादा पायलटों को दंडित किया है। इसमें विमान उड़ाने पर रोक से लेकर लाइसेंस निलंबित किए जाने तक का दंड शामिल है।
सबसे ताजा मामला विस्तारा की मंगलवार की मुंबई-दिल्ली फ्लाइट का है, जिसके पायलटों को डीजीसीए ने विमान उड़ाने की ड्यूटी से हटा दिया है। विस्तारा की यूके 944 फ्लाइट उड़ा रहे इन पायलटों को विमान में पर्याप्त ईधन होने के बावजूद लखनऊ में विमान उतारने के लिए ईधन खत्म होने की चेतावनी देने की सजा दी गई है।
नहीं मिली लैंडिंग की अनुमति
सूत्रों के मुताबिक उक्त विमान को मौसम खराब होने के कारण दिल्ली में लैंडिंग की अनुमति नहीं मिली थी और लखनऊ डायवर्ट कर दिया गया। वहां भी मौसम खराब था इसलिए ATC ने प्रयागराज या कानपुर उतारने की सलाह दी थी। लेकिन पायलटों ने ईधन खत्म होने का खतरा बताकर विमान को लखनऊ उतारने को विवश कर दिया। हालांकि विस्तारा ने मौसम साफ हो जाने पर विमान को वापस लखनऊ उतारे जाने की बात कही है।
दूसरे में DGCA ने एयर एशिया की 15 फरवरी की बागडोगरा-बंगलूर फ्लाइट से संबंधित के दो पायलटों के फ्लाइंग लाइसेंस छह माह के लिए निलंबित कर दिए हैं। इसमें बागडोगरा से उड़ान भरने से पहले विमान का एक डैना क्षतिग्रस्त हो गया था।
पायलटों को माना गया लापरवाही का जिम्मेदार
इससे पहले डीजीसीए ने स्पाइसजेट, एयर इंडिया एक्सप्रेस तथा गो एयर के 12 पायलटों को विमान उड़ाने की ड्यूटी से हटा दिया था। इन पायलटों को छह घटनाओं में लापरवाही का जिम्मेदार माना गया था। इनमें तीन मामले स्पाइसजेट, दो एयर इंडिया एक्सप्रेस तथा एक गो एयर से संबंधित था।
रनवे पर फिसले विमान
इन सभी पायलटों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। इनमें एक मामले में 30 जून को स्पाइसजेट का भोपाल से आया विमान सूरत एयरपोर्ट पर रनवे से छिटककर खेत में चला गया था। जबकि दूसरे मामले में 1 जुलाई को स्पाइसजेट का जयपुर से आया विमान मुंबई एयरपोर्ट के रनवे पर फिसल गया था।
जबकि 2 जुलाई को हुए तीसरे वाकये में कोलकाता एयरपोर्ट में स्पाइसजेट के विमान की खराब लैंडिंग के कारण रनवे के किनारे की चार लाइटें क्षतिग्रस्त हो गई थीं। कोलकाता वाले मामले की जांच के बाद डीजीसीए ने दोनो पायलटों के लाइसेंस छह माह के लिए निलंबित कर दिए हैं।
जारी की थी चेतावनी
एयर इंडिया एक्सप्रेस के दो मामलों में एक 30 जून को हुआ था। इसमें मंगलूर एयरपोर्ट पर विमान फिसल कर जमीन पर चला गया था। दो जुलाई को इसी एयरलाइन की दम्मम से कालीकट फ्लाइट का पिछला हिस्सा लैंडिंग के वक्त रनवे से टकरा गया था। गो एयर का मामला भी 30 जून का ही है। उसमें बंगलूर से रांची उतरी फ्लाइट का पिछला हिस्सा भी रनवे पर रगड़ खा गया था। इन घटनाओं के बाद DGCA ने सभी एयरलाइनों को सुरक्षा प्रक्रियाओं का पालन करने वरना दंडित होने के लिए तैयार रहने की चेतावनी जारी की थी।