साल 2017 था। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने प्रचंड बहुमत हासिल किया था। सीएम के नाम को लेकर चर्चा जोरों पर थी। मुख्यमंत्री तो योगी आदित्यनाथ बने, लेकिन उससे पहले एक अनजान नाम भी सामने आया था। वह नाम था स्वतंत्र देव सिंह का। वही, स्वतंत्र देव सिंह, जिन्होंने उस वक्त योगी सरकार में परिवहन मंत्री का स्वतंत्र प्रभार संभाला तो अब बीजेपी यूपी के प्रभारी बनाए गए हैं।

गृहमंत्री अमित शाह ने लगाई मुहर: बता दें कि स्वतंत्र देव सिंह डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय की जगह लेंगे, जो बीजेपी यूपी के वर्तमान अध्यक्ष हैं। सूत्रों के मुताबिक, इस मसले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार (15 जुलाई) को गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। इसके बाद ही स्वतंत्र देव सिंह के नाम पर मुहर लगी। स्वतंत्र देव सिंह का जन्म यूपी के मिर्जापुर जिले में हुआ था, लेकिन उनकी कर्मभूमि बुंदेलखंड का जालौन जिला रही। स्वतंत्र देव सिंह बिना किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि से ताल्लुक नहीं रखते हैं। वह अपने परिवार के पहले व्यक्ति थे, जो आरएसएस से जुड़े। इसके बाद बीजेपी से जुड़कर सक्रिय राजनीति में आ गए।

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1986 में आरएसएस से हुआ जुड़ाव: स्वतंत्र देव सिंह 1986 में आरएसएस से जुड़े थे और उन्होंने संघ प्रचारक के रूप में काम शुरू किया था। 1988-89 तक वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में संगठन मंत्री रहे तो 1991 में बीजेपी कानपुर के युवा शाखा मोर्चा प्रभारी बनाए गए। 1994 में उन्होंने बुंदेलखंड के युवा मोर्चा के प्रभारी के रूप में राजनीति में कदम रखा। इसके बाद पार्टी ने 1996 में युवा मोर्चा का महामंत्री नियुक्त कर दिया। वहीं, 1998 में वह दोबारा बीजेपी प्रदेश युवा मोर्चा के महामंत्री बनाए गए। 2001 में स्वतंत्र देव सिंह बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी चुने गए।

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2012 में लड़ा पहला चुनाव: बीजेपी से जुड़े हुए स्वतंत्र देव सिंह को काफी वक्त हो गया था, लेकिन उन्होंने 2012 से पहले कोई चुनाव नहीं लड़ा था। 2012 में वह चुनावी मैदान में उतरे और उरई की कालपी विधानसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी बने। हालांकि, यहां उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद बीजेपी ने उन्हें एमएलसी बना दिया था।

2014 में बदल गई किस्मत: 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में होने वाली रैलियों के आयोजन की कमान स्वतंत्र देव सिंह को सौंपी। धीरे-धीरे वह पीएम मोदी व अमित शाह के करीब आते चले गए। बुंदेलखंड में मजबूत पकड़ के चलते लोकसभा चुनाव में यहां की अधिकतर सीटों पर टिकट स्वतंत्र देव सिंह की सलाह पर ही बांटे गए। चुनाव में बीजेपी ने बुंदेलखंड की सभी 19 सीटें जीतीं तो उनका कद और बढ़ गया।

जब सीएम पद के लिए चर्चा में आया नाम: 2017 में जब बीजेपी को यूपी विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत हासिल हुआ तो मुख्यमंत्री की रेस में स्वतंत्र देव सिंह का नाम भी सामने आया। हालांकि, अंतिम मुहर योगी आदित्यनाथ के नाम पर लगी थी। इसके बाद स्वतंत्र देव सिंह को योगी सरकार में परिवहन मंत्री का स्वतंत्र प्रभार दिया गया था।