Covid-19: जानिए किस राज्य में कोरोना वायरस जांच की क्या तय की गई है कीमत Coronavirus Covid19 RTPCR CoronaTestKit PMOIndia MoHFW_INDIA ICMRDELHI Covid19TestCost
देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच सुप्रीम कोर्ट में कोविड-19 की जांच के लिए पूरे देश में एक समान कीमत करने को
इस बीच हम आपको बता रहे हैं कि विभिन्न राज्यों में कोरोना जांच की क्या कीमत निर्धारित है...देश में कोरोना वायरस से प्रभावित राज्यों में से एक महाराष्ट्र ने भी कोविड-19 जांच की कीमतों में पिछले सप्ताह कमी की है। जिसके बाद अब राज्य में जांच की कीमत 1000 रुपये से कम हो गई है।
यह चौथी बार हुआ है जब राज्य की उद्धव ठाकरे सरकार ने कोरोना जांच की कीमत कम की। शुरुआती दौर में यहां कोरोना जांच की कीमत 4500 रुपये हुआ करती थी।यहां अब आरटी-पीसीआर जांच की लैब में आकर जांच कराने वाले लोगों के लिए नई कीमत 980 रुपये, कोविड-19 केयर सेंटर, अस्पतालों या डिस्पेंसरी से सैंपल की जांच की कीमत 1400 रुपये और घर से नमूना एकत्र करने पर व्यक्ति को 1800 रुपये का भुगतान करना होगा।
कर्नाटक:16 अक्तूबर को जारी एक आदेश में कर्नाटक सरकार ने कोविड-19 जांच की कीमतों में कमी की है। इसके अनुसार सरकार से संबद्ध निजी लैब में आरटी-पीसीआर जांच की कीमत 800 रुपये और खुद निजी लैब में जांच की कीमत 1200 रुपये निर्धारित हो गई है। वहीं, घर से सैंपल देकर निजी लैब में जांच की कीमत 1600 रुपये तय की गई है। headtopics.com
नई दिल्ली:जून में कोविड-19 दिल्ली सरकार ने कोविड-19 जांच की कीमत 2400 रुपये की थी। पहले यहां जांच की कीमत 4500 रुपये थी। अभी तक यहां जांच की कीमत में कोई बदलाव नहीं किया गया है।केरल:केरल सरकार ने आरटी-पीसीआर जांच की कीमत 2100 रुपये कर दी है। पहले यह 2750 रुपये थी। जीनएक्सपर्ट जांच की कीमत 3000 रुपये से कम कर 2500 रुपये की गई है। ट्रूनॉट जांच की कीमत 2100 रुपये हो गई है जो पहले 3000 रुपये हुई करती थी। एंटीजेन जांच की कीमत 625 थी, जो अभी भी वही है।
आंध्र प्रदेश:जुलाई में आंध्र प्रदेश सरकार ने कोविड-19 जांच की कीमत सरकारी और निजी लैब, दोनों के लिए निर्धारित कर दी थी। इसके अनुसार निजी लैब में रैपिड एंटीजेन जांच की कीमत 750 रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। इसमें किट, पीपीआर और श्रम शुल्क भी शामिल है।
तेलंगाना:तेलंगाना सरकार ने राज्य में निजी केंद्रों के लिए आरटी-पीसीआर जांच की कीमत 2200 रुपये तय की है। वहीं, घर से सैंपल एकत्र करने पर 2800 रुपये का शुल्क निर्धारित किया गया है।पश्चिम बंगाल:पश्चिम बंगाल सरकार ने अक्तूबर की शुरुआत में निजी लैब में कोविड जांच की कीमत 2250 रुपये से घटाकर 1500 रुपये कर दी थी।
झारखंड:झारखंड सरकार ने आरटी-पीसीआर जांच की अधिकतम कीमत 1050 रुपये तय की है। वहीं, रैपिड एंटीजेन जांच की कीमत 500 रुपये निर्धारित की गई है।गुजरात सरकार ने सिकंबर में आरटी-पीसीआर जांच की कीमतों में 1000 रुपये की कटौती की थी। इसके अनुसार निजी लैब में जांच की कीमत अब 1500 रुपये हो गई है, जो पहले 2500 रुपये हुआ करती थी। headtopics.com
वहीं, अगर घर से सैंपल लेना है तो उसके लिए व्यक्ति को 2000 रुपये का भुगतान करना पड़ रहा है, जो पहले 3000 रुपये था। इसके अलावा राज्य सरकार ने रैपिड एंटीजेन जांच मुफ्त कराने का प्रावधान भी किया है, इसके लिए पूर पूरे राज्य में केंद्र बनाए गए हैं। लेकर याचिका दायर की गई है। सुप्रीम कोर्ट भी इस याचिका पर सुनवाई के लिए तैयार हो गया है। शीर्ष अदालत ने इस संबंध में केंद्र और राज्य सरकारों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
इस बीच हम आपको बता रहे हैं कि विभिन्न राज्यों में कोरोना जांच की क्या कीमत निर्धारित है...विज्ञापनमहाराष्ट्र में..देश में कोरोना वायरस से प्रभावित राज्यों में से एक महाराष्ट्र ने भी कोविड-19 जांच की कीमतों में पिछले सप्ताह कमी की है। जिसके बाद अब राज्य में जांच की कीमत 1000 रुपये से कम हो गई है।
यह चौथी बार हुआ है जब राज्य की उद्धव ठाकरे सरकार ने कोरोना जांच की कीमत कम की। शुरुआती दौर में यहां कोरोना जांच की कीमत 4500 रुपये हुआ करती थी।यहां अब आरटी-पीसीआर जांच की लैब में आकर जांच कराने वाले लोगों के लिए नई कीमत 980 रुपये, कोविड-19 केयर सेंटर, अस्पतालों या डिस्पेंसरी से सैंपल की जांच की कीमत 1400 रुपये और घर से नमूना एकत्र करने पर व्यक्ति को 1800 रुपये का भुगतान करना होगा।
कर्नाटक, नई दिल्ली, केरल में..कर्नाटक:16 अक्तूबर को जारी एक आदेश में कर्नाटक सरकार ने कोविड-19 जांच की कीमतों में कमी की है। इसके अनुसार सरकार से संबद्ध निजी लैब में आरटी-पीसीआर जांच की कीमत 800 रुपये और खुद निजी लैब में जांच की कीमत 1200 रुपये निर्धारित हो गई है। वहीं, घर से सैंपल देकर निजी लैब में जांच की कीमत 1600 रुपये तय की गई है। headtopics.com
नई दिल्ली:जून में कोविड-19 दिल्ली सरकार ने कोविड-19 जांच की कीमत 2400 रुपये की थी। पहले यहां जांच की कीमत 4500 रुपये थी। अभी तक यहां जांच की कीमत में कोई बदलाव नहीं किया गया है।केरल:केरल सरकार ने आरटी-पीसीआर जांच की कीमत 2100 रुपये कर दी है। पहले यह 2750 रुपये थी। जीनएक्सपर्ट जांच की कीमत 3000 रुपये से कम कर 2500 रुपये की गई है। ट्रूनॉट जांच की कीमत 2100 रुपये हो गई है जो पहले 3000 रुपये हुई करती थी। एंटीजेन जांच की कीमत 625 थी, जो अभी भी वही है।
आंध्रप्रदेश, तेलंगाना में..आंध्र प्रदेश:जुलाई में आंध्र प्रदेश सरकार ने कोविड-19 जांच की कीमत सरकारी और निजी लैब, दोनों के लिए निर्धारित कर दी थी। इसके अनुसार निजी लैब में रैपिड एंटीजेन जांच की कीमत 750 रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। इसमें किट, पीपीआर और श्रम शुल्क भी शामिल है।
तेलंगाना:तेलंगाना सरकार ने राज्य में निजी केंद्रों के लिए आरटी-पीसीआर जांच की कीमत 2200 रुपये तय की है। वहीं, घर से सैंपल एकत्र करने पर 2800 रुपये का शुल्क निर्धारित किया गया है।पश्चिम बंगाल, झारखंड में..पश्चिम बंगाल:पश्चिम बंगाल सरकार ने अक्तूबर की शुरुआत में निजी लैब में कोविड जांच की कीमत 2250 रुपये से घटाकर 1500 रुपये कर दी थी।
झारखंड:झारखंड सरकार ने आरटी-पीसीआर जांच की अधिकतम कीमत 1050 रुपये तय की है। वहीं, रैपिड एंटीजेन जांच की कीमत 500 रुपये निर्धारित की गई है।गुजरात में..गुजरात सरकार ने सिकंबर में आरटी-पीसीआर जांच की कीमतों में 1000 रुपये की कटौती की थी। इसके अनुसार निजी लैब में जांच की कीमत अब 1500 रुपये हो गई है, जो पहले 2500 रुपये हुआ करती थी।
वहीं, अगर घर से सैंपल लेना है तो उसके लिए व्यक्ति को 2000 रुपये का भुगतान करना पड़ रहा है, जो पहले 3000 रुपये था। इसके अलावा राज्य सरकार ने रैपिड एंटीजेन जांच मुफ्त कराने का प्रावधान भी किया है, इसके लिए पूर पूरे राज्य में केंद्र बनाए गए हैं। और पढो: Amar Ujala »
किसानों का Tractor Parade कैसे बना India की Capitol Hill moment? देखें दंगल
दावा तो हुआ था कि दिल्ली नहीं दिल जीतने जा रहे हैं. दलील दी गई थी कि गणतंत्र दिवस पर जवान अगर राजपथ पर परेड निकाल सकते हैं, तो अपनी मांग के समर्थन में किसान क्यों संघर्ष पथ पर निकल नहीं सकते? शांति व्यवस्था बनाए रखने की दिल्ली पुलिस की 37 शर्तों को मानने का भरोसा भी दिया गया था. किसानों के ट्रैक्टर परेड के नाम पर आंदोलन और अराजकता के बीच का फर्क मिटा दिया गया. हालात ये हुए कि प्रदर्शनकारी उस लाल किले तक पहुंचे जहां की प्राचीर से हर 15 अगस्त को प्रधानमंत्री राष्ट्र के नाम संदेश देते हैं. वहां हालात कैसे हो गए इसे सिर्फ ऐसे समझिए कि लाल किले पर प्रदर्शनकारियों ने अपना झंडा तक लगा दिया. सुबह दिल्ली के सिंघू बॉर्डर पर सबसे पहले हालात बिगड़े. सिंघू बॉर्डर से लेकर ITO, गाजीपुर बॉर्डर, नांगलोई और यहां तक कि फरीदाबाद में बैरिकेड तोड़े गए. पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़प हुई. देखें दंगल, रोहित सरदाना के साथ.
Iइस महिला का नाम राखी हैं यह आज सुबह 5 बजे अपने गांव जिन्हेरा ऐटा से सीकरी बल्लभगढ़ काम करने आयी थी लेकिन फिलहाल इसका कोई पता नही हे जिनको भी यह मिले इस नं पर फोन करे 9311657667