पश्चिम बंगाल भाजपा में विरोध के स्वर सुनाई दे रहे हैं। दरअसल राज्य के कूच बिहार जिले में दो जगह पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। दरअसल पार्टी कार्यकर्ता टीएमसी के उन नेताओं को पार्टी में शामिल किए जाने का विरोध कर रहे हैं, जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। बता दें कि बीते दिनों पार्टी के प्रदेश स्तर के शीर्ष स्तर पर भी टीएमसी के कुछ नेताओं को भगवा पार्टी में शामिल किए जाने पर नाराजगी की बात सामने आयी थी। टेलीग्राफ इंडिया की एक खबर के अनुसार, भाजपा कार्यकर्ताओं ने कूच बिहार जिले के दिनहाता इलाके में भाजपा कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया।

दिनहाता में भाजपा के असंतुष्ट कार्यकर्ताओं की रैली का नेतृत्व स्थानीय नेताओं द्वारा किया गया। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान कूच बिहार से भाजपा सांसद नीशित प्रमाणिक और जिलाध्यक्ष मालाती रावा के खिलाफ नारेबाजी की गई। खबर के अनुसार, जिस वक्त भाजपा कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन हो रहा था, उस वक्त पार्टी कार्यालय में कई नेता मौजूद थे। वहीं एक अन्य घटना में दिनहाता में ही भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध स्वरुप एक रैली का आयोजन किया, जिसमें भ्रष्टाचार के आरोप में घिरे टीएमसी के पंचायत सदस्य को पार्टी में शामिल किए जाने के फैसले से नाराजगी जाहिर की गई।

वहीं जब इस बारे में भाजपा के नेताओं से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यह भाजपा का आंतरिक मामला है और हम जल्द ही इसे बातचीत के जरिए सुलझा लेंगे। उल्लेखनीय है कि बीते दिनों जब टीएमसी के विधायक मोनिरुल इस्लाम ने भाजपा का सदस्यता ग्रहण की थी उस वक्त भी पार्टी में इसे लेकर विरोध हुआ था। विरोध बढ़ता देख भाजपा के प्रदेश नेतृत्व ने कुछ समय के लिए पार्टी में अन्य पार्टियों के नेताओं को शामिल करने की प्रक्रिया धीमी करने का फैसला किया था। साथ ही जांच-पड़ताल के बाद ही नेताओं को भाजपा में शामिल किए जाने पर सहमति बनी थी।