लोकसभा चुनाव 2019 खत्म हो चुका है और देश के राज्य राजनीतिक तौर पर खामोश हैं. लेकिन पश्चिम बंगाल देश का एक ऐसा राज्य है जहां अभी भी राजनीतिक हलचल तेज है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और केंद्र सरकार के बीच तकरार अभी भी जारी है. ताजा मामले में ममता बनर्जी और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की मुलाकात सुर्खियों में बनी हुई है.
तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी ने गुरुवार को चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से मुलाकात की. किशोर पार्टी के सांसद अभिषेक बनर्जी के साथ राज्य सचिवालय गए. उनकी मुख्यमंत्री के साथ बैठक करीब 90 मिनट तक चली. हालांकि इस मुलाकात को लेकर बनर्जी ने कुछ कहने से साफ इनकार कर दिया. ममता बनर्जी ने कहा, 'मैं उस पर बात नहीं करूंगी, यह एक आंतरिक मुद्दा है.'
West Bengal CM and TMC leader Mamata Banerjee on political strategist Prashant Kishor: I won’t speak on him, it is an internal issue. pic.twitter.com/kt4jvLR8zL
— ANI (@ANI) June 7, 2019
इसके अलावा ममता बनर्जी ने नीती आयोग के साथ प्रस्तावित बैठक में जाने से भी इनकार कर दिया. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संकेत दिया है कि वह 15 जून को प्रस्तावित नीति आयोग की बैठक में भाग नहीं लेंगी. ममता ने कहा, 'यह पत्र (15 जून को NITI Aayog की गवर्निंग काउंसिल की बैठक के बारे में उन्हें सूचित करने वाला पत्र) मुझे पहले भी मिला था. योजना आयोग NITI Aayog से अधिक प्रभावी था. यह अधिक सफल होता. योजना आयोग को वापस लाया जाना चाहिए.'
WB CM: The same letter (letter informing her about a meeting of the Governing Council of NITI Aayog on June 15) was given to me earlier. Planning Commission was more effective than NITI Aayog. It would have been more successful. Planning Commission should be brought back. pic.twitter.com/qHdrk1UL0Y
— ANI (@ANI) June 7, 2019
वहीं आम चुनाव में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की बंगाल रैली के दौरान ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा तोड़ दी गई थी. जिसको लेकर ममता ने कहा, '11 बजे दोपहर 1.30 बजे ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा बदली जाएगी.'
West Bengal CM Mamata Banerjee: On 11th June at 1:30 pm the vandalised statute of Ishwar Chandra Vidyasagar will be replaced. pic.twitter.com/yJHS3RVwmB
— ANI (@ANI) June 7, 2019
बता दें कि इस बार के आम चुनाव में 42 लोकसभा सीटों में से तृणमूल कांग्रेस ने 22 और बीजेपी ने 18 सीटें जीती थी. तृणमूल को 2014 के मुकाबले जहां 12 सीटें कम मिलीं, वहीं बीजेपी ने 16 सीटों का इजाफा किया.