जय श्री राम के नारे लगाए जाने से नाराज होने और नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने से इंकार करने पर भाजपा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। एक ओर जहां पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष दिलिप घोष ने सवाल किया कि क्या राज्य में ऐसा कहना अपराध है? वहीं, दूसरी ओर भाजपा ने तेजिंदर सिंह बग्गा ने दिल्ली में पोस्टर लगवाए हैं, जिसमें ममता बनर्जी खून से सनी साड़ी में दिखाई गई हैं। पोस्टर पर लिखा है, “आखिरी वक्त पर ममता का यू-टर्न, कहा- मोदी जी सॉरी, शपथ ग्रहण में नहीं आऊंगी।” धब्बों के ऊपर लिखा है ‘राजनैतिक हत्याएं’। एक तरफ शपथ पत्र लिखा है और दूसरी तरफ लिखा है ‘सॉरी मोदी जी, कोई साफ साड़ी नहीं मिल रही।’

बग्गा का यह पोस्टर तेजी से सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। भाजपा नेता रविंद्र गुप्ता @guptaravinder71 ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, “वाह बग्गा भाई, अपनी कुर्सी बचाने के लिए जो ममता बनर्जी ने निर्दोष भाजपा कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या करवाने वाले का इससे अच्छा पोस्टर और कोई नहीं हो सकता है।” रमेश पारीक @laxmirpareek ने लिखा, “रंगा है शरीर जिनका निःर्दोषो पर क्रूर अत्याचार से, सबने देखा वो डर गई वो उन परिवारों के दीदार से। एक फिर से तेजिंदर बग्गा का करारा प्रहार।” भाजयुमो नेता गौरव तिवारी @gauravtiwarirau ने लिखा, ” वाह ! बग्गा भाई साहब आपकी विचार शक्ति को प्रणाम करता हूं। हमारे यहां मालवी की कहावत है “तुरंत दान – माह कल्याण”…. आप देर नही करते… बड़ा सीखने को मिल रहा है आपसे।”

दरअसल, ममता बनर्जी को प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रण मिला था। इसके बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा था कि अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात करने के बाद वे कार्यक्रम में एक ‘‘संवैधानिक शिष्टाचार’’ के तौर पर शामिल होंगी। हालांकि, बाद में जब उन्हें यह पता चला कि 40 से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं के परिवार के सदस्यों को भी आमंत्रित किया गया है जिनकी पिछले एक वर्ष के दौरान कथित रूप से राजनीतिक हिंसा में हत्या कर दी गई तो बनर्जी ने कहा कि कि वे समारोह में शामिल नहीं होंगी।

बनर्जी ने एक ट्वीट में लिखा, ‘‘बधाई, नये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी। मेरी योजना ‘‘संवैधानिक निमंत्रण’’ को स्वीकार करने और शपथग्रहण समारोह में शामिल होने की थी। लेकिन पिछले एक घंटे से मैं मीडिया में ऐसे खबरें देख रही हूं कि भाजपा दावा कर रही है कि बंगाल में राजनीतिक हिंसा में लोगों की हत्या हुई है। यह पूरी से गलत है। बंगाल में कोई राजनीतिक हत्या नहीं हुई है। ये मौतें निजी शत्रुता, पारिवारिक झगड़ों और अन्य विवादों के चलते हुई होंगी, इनका राजनीति से कोई संबंध नहीं है। हमारे पास ऐसा कोई रिकार्ड नहीं है।’’

बनर्जी ने कहा कि इसलिए वे समारोह में शामिल नहीं होने के लिए ‘‘मजबूर’’ हुई हैं। यह समारोह लोकतंत्र का जश्न मनाने का एक विशेष अवसर है। यह कोई ऐसा अवसर नहीं है जिसका किसी राजनीतिक दल को महत्व घटाना चाहिए या कोई इसका इस्तेमाल अपने राजनीतिक हित साधने के अवसर के तौर पर करे। कृपया मुझे माफ करिये।’’ (एजेंसी इनपुट के साथ)