Move to Jagran APP

PM Modi Swearing Ceremony: दोबारा कैबिनेट में शामिल हुए नितिन गडकरी, ये है खासियत

नितिन गडकरी सफल राजनेता ही नहीं सफल उद्यमी भी हैं। उनके बारे में आम धारणा है कि उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी जाती है उसे वह समय से और अच्छी तरह से पूरा करते हैं।

By Amit SinghEdited By: Published: Thu, 30 May 2019 06:57 PM (IST)Updated: Thu, 30 May 2019 08:54 PM (IST)
PM Modi Swearing Ceremony: दोबारा कैबिनेट में शामिल हुए नितिन गडकरी, ये है खासियत
PM Modi Swearing Ceremony: दोबारा कैबिनेट में शामिल हुए नितिन गडकरी, ये है खासियत

नई दिल्ली, जेएनएन। नितिन गडकरी को काम और क्रियान्‍वयन का पर्याय माना जाता है। वे जो भी काम को हाथ में लेते हैं, उस काम को सबसे अच्‍छा अंजाम मिलता है। यही कारण है कि हालिया लोकसभा चुनाव में कड़े मुकाबले के बावजूद नागपुर से जोरदार जीत हासिल करने वाले गडकरी के फिर मंत्री बनने पर शायद ही किसी को शक था। लोगों को इस बात का भी पूरा भरोसा है कि उन्‍हें पुराना मंत्रालय ही दिया जाएगा, ताकि चल रहे इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर प्रोजेक्‍ट्स रुके नहीं और नए प्रोजेक्‍ट्स को बेहतर आकार मिले।

prime article banner

नितिन गडकरी का जन्म 27 मई 1957 को नागपुर के एक मध्यम वर्गीय ब्राह्मण परिवार में हुआ था। नितिन का कंचन गडकरी से विवाह हुआ था और उनके तीन बच्चे हैं, जिनके नाम निखिल, सारंग और केतकी हैं। नितिन कॉमर्स में पोस्‍ट ग्रेजुएट हैं। उन्होंने कानून तथा बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई भी की है।

संघ के नजदीक हैं नितिन
किशोरावस्‍था में वे भारतीय युवा मोर्चा और भाजपा की छात्र शाखा एबीवीपी के लिए काम करते थे। नागपुर में उनका घर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के मुख्यालय के पास है। उन्हें संघ का करीबी माना जाता है। बाद में वह 23 साल की उम्र में भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष बने। अपने ऊर्जावान व्यक्तित्व और सबको साथ लेकर चलने की खूबी की वजह से वे सदा अपने वरिष्ठ नेताओं के प्रिय बने रहे।

देश भर में बिछाया सड़कों का जाल
1989 में गडकरी पहली बार विधान परिषद के लिए चुने गए और 20 वर्षों तक विधान परिषद के सदस्य रहे। आखिरी बार 2008 में विधान परिषद के लिए चुने गए। वे महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता भी रहे हैं। इसके बाद वह साल 1995 से साल 1999 तक महाराष्ट्र की शिवसेना और भाजपा सरकार में लोक निर्माण विभाग के मंत्री रहे। इस दौरान उनके मंत्रालय ने कई बेहतरीन काम किए, खासकर सड़क निर्माण के काम खूब किए गए। साल 2014 से 2019 के बीच मोदी सरकार में भी अपने कार्यकाल में नितिन गडकरी ने देशभर में सड़कों का विस्तार किया। नितिन गडकरी ने साल 2014 में नागपुर से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे थे। साल 2019 में भी वह नागपुर से सांसद चुने गए।

भाजपा के सबसे कम उम्र के अध्यक्ष
नितिन दिसंबर, 2001 में भारतीय जनता पार्टी के नौंवें राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए। बावन वर्ष की आयु में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष बनने वाले वे इस पार्टी के सबसे कम उम्र के अध्यक्ष हैं। जानकारों की राय में उनके अध्यक्ष के कुर्सी तक जाने की सबसे बड़ी वजह आरएसएस से नजदीकी थी।

सफल उद्यमी
नितिन एक सफल उद्यमी हैं। वह एक बायो-डीजल पंप, एक चीनी मिल, इथानॉल ब्लेन्डिंग संयत्र, 26 मेगावाट की क्षमता वाले बिजली संयंत्र, सोयाबीन संयंत्र और ऊर्जा संयंत्र से जुड़े हैं। वह कृषि में भी दिलचस्पी रखते हैं।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.