- Hindi News
- National
- Mayawati\'s Message To Party MLAs Fight With Communal Forces Will Continue
ईमान मत बेचना, साम्प्रदायिक ताकतों से लड़ाई जारी रहेगी
- कॉपी लिंक
- बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामजी गौतम से भिजवाया संदेश
- इस संदेश से प्रदेश की सियासत गर्माई, क्याेंकि बसपा के विधायकाें का पार्टी बदलने का ट्रेंड रहा है
- बसपा आलाकमान काे डर है कि कहीं बसपा विधायक अन्य दलाें में नहीं चले जाएं
जयपुर. मायावती ने पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामजी गाैतम काे जयपुर भेजकर ये संदेश भिजवाया था कि विधायक किसी लालच में आकर अपना ईमान नहीं बेचें। विधायक जातिवाद और साम्प्रदायिक ताकताें के खिलाफ अहम भूमिका निभाएं। विधायकाें काे संदेश है कि कांग्रेस काे बाहर से समर्थन जारी रखना हाेगा। शेष दिशा-निर्देशाें के लिए 1 जून काे नई दिल्ली आकर मिलें । ये संदेश देकर रामजी गाैतम चले गए हैं, लेकिन मायावती के इस संदेश से प्रदेश की राजनीति गर्माई हुई है। ऐसा इसलिए भी, क्याेंकि बसपा के विधायकाें का पार्टी बदलने का ट्रेंड रहा है। वर्ष 2008 में बसपा के तमाम छह विधायक कांग्रेस में शामिल हाे गए थे। ऐसे में बसपा आलाकमान काे डर है कि कहीं बसपा विधायक अन्य दलाें में नहीं चले जाएं।
एनवक्त पर राज्यपाल से मुलाकात कैंसिल हाेने पर शुरु हुआ विवाद
बसपा के छह विधायकाें काे राजभवन ने राज्यपाल कल्याण सिंह से मुलाकात के लिए साेमवार शाम 5 बजे का समय मिला था। लगभग सभी विधायक पहुंच गए थे लेकिन एनवक्त पर किशनगढ़बास विधायक दीपचंद खेरिया ने अाने से इंकार कर दिया। इसके बाद शेष विधायक जाेगेंद्र अवाना अाैर वाजिब अली ने राज्यपाल से मुलाकात करने का कार्यक्रम रद्द करने की बात कही। इन विधायकाें का कहना था कि राज्यपाल से शिष्टाचार की भेंट हाेनी थी लेकिन इस मुलाकात काे गलत तरीके से राजनीतिक ताैर पर पेश किया गया।
संगठन-विधायकाें में विवाद
बसपा विधायक और संगठन में विवाद भी है। विधायक आराेप लगाते आए हैं कि पार्टी की वर्किंग से लेकर टिकट रायशुमारी में पूछा नहीं जाता है। संगठन पदाधिकारी भी विधायकाें के बयानाें काे केंद्रीय आलाकमान तक पहुंचा रहे हैं।
छह विधायक सहित चुनाव लड़ चुके जाएंगे दिल्ली
पार्टी प्रमुख के समक्ष छह विधायक, संगठन के पदाधिकारी व प्रदेश में अच्छा चुनाव लड़ चुके प्रत्याशी तक इस बैठक का हिस्सा हाेंगे और पार्टी की रणनीति पर भी बात हाेगी।
अवाना बोले-पार्टी प्रमुख का संदेश देने के बजाय रामजी गाैतम ने प्रेसवार्ता की
नदबई विधायक जाेगेंद्र अवाना ने कहा ईमान मजबूत है लेकिन वह 1 जून काे दिल्ली में हाेने वाली बैठक में मुद्दा उठाएंगे कि एेसी अहम बातें रामजी गाैतम विधायकाें से करने के बजाय मीडिया और संगठन पदाधिकारियाें से करके चले गए।
ऐसे हालाताें में राज्यपाल से मिलना ठीक नहीं हाेता : दीपचंद
पार्टी जैसा कहेगी वैसा ही हाेगा। हम पार्टी के वफादार हैं। राज्यपाल से मुलाकात का कार्यक्रम मैंने ही रद्द कराया था क्याेंकि राजनीतिक हालाताें के बाद राज्यपाल से मिलना उचित नहीं हाेगा।
वाजिब अली बोले-ऐसी बाताें पर कुछ कहना उचित नहीं
नगर विधायक वाजिब अली ने कहा कि पार्टी सुप्रीमाे का संदेश लेकर आए रामजी गाैतम पर टिप्पणी करना उचित नहीं है।