कर्नाटक में कांग्रेस ने साथी विधायक से मारपीट के आरोपी गणेश का निलंबन रद्द करते हुए उन्हें पार्टी में वापस ले लिया है. उन्हें साथी विधायक आनंद सिंह के साथ कथित तौर पर की गई मारपीट के बाद पार्टी से निकाल दिया था. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन और पश्चिम बंगाल में विधायकों के दल बदलने की खबरों के बाद पार्टी ने भी अपनी नाराजगी दूर करते हुए गणेश के लिए दोबारा पार्टी के दरवाजे खोल दिए हैं.
गणेश पर आरोप है कि उन्होंने अपने साथी विधायक आनंद सिंह के साथ होटल में मारपीट की थी. कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस की गठबंधन सरकार है. कर्नाटक में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद विपक्ष में है. विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद दोनों पार्टियां अपने विधायकों के दूसरे पाले में जाने को लेकर डर के साए में थीं. इसी के चलते बीजेपी ने अपने सभी विधायकों को गुरुग्राम के एक होटल में बुला लिया था. वहीं कांग्रेस ने बंगलौर के इगलटन रिजॉर्ट में अपने विधायकों को इकट्ठा किया था. इसी रिजॉर्ट में कांग्रेस विधायक आनंद सिंह और जेएन गणेश के बीच कथित मारपीट हुई थी.
आनंद सिंह और जेएन गणेश, दोनों बेल्लारी जिले से ही विधायक हैं. गणेश जहां कम्पली विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं तो आनंद सिंह होसपेट से. इस झड़प में आनंद सिंह को गंभीर चोटें आई थीं. इसके बाद उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. उनकी आंखें काली पड़ चुकी थीं.
मामले में कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष दिनेश गुंडु राव के आदेश पर विधायक जे. एन. गणेश को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश के बाद मामले की जांच के लिए राज्य के उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वरा की अगुवाई में एक कमेटी बनाई गई थी. हादसे के बाद आरोपी गणेश फरार हो गए थे. कई जगह छापेमारी के बाद पुलिस ने उन्हें गुजरात से गिरफ्तार किया था.