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पश्चिम बंगाल के लोग भी चाहते हैं राज्य में बीजेपी की सरकार, मोदी ने बताई वजह

लोकसभा चुनाव में बंपर जीत के बाद प्रधानमंत्री रविवार को गुजरात के अहमदाबाद पहुंचे. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के लोग उसी तरह विकास चाहते हैं, जैसा गुजरात में हुआ है. वह हमेशा से चाहते हैं कि बीजेपी सत्ता में आए.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

लोकसभा चुनाव में बंपर जीत के बाद प्रधानमंत्री रविवार को गुजरात के अहमदाबाद पहुंचे. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के लोग उसी तरह विकास चाहते हैं, जैसा गुजरात में हुआ है. वह हमेशा से चाहते हैं कि बीजेपी सत्ता में आए. दूसरी बार केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रहे पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ''मैंने एक बुजुर्ग बंगाली महिला का इंटरव्यू सोशल मीडिया पर देखा, जहां वह मोदी-मोदी बोल रही थीं. लेकिन पूछने पर कहा कि वोट कम्युनिस्टों को देंगी.'' पीएम ने कहा, ''जब उनसे पूछा गया कि क्यों? क्योंकि वह विकास गुजरात जैसा चाहती थी तो उसने कहा कि यह सब हम सार्वजनिक तौर पर नहीं बोल सकते क्योंकि यह बंगाल है. आपको पता नहीं होता कि आपके साथ क्या हो जाएगा.''

पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात के विकास की कहानी 2014 के चुनाव से पहले ही देश के कोने-कोने में पहुंच चुकी थी. अहमदाबाद के खानपुर स्थित बीजेपी के पुराने हेडक्वॉटर्स के पास आयोजित प्रकाश कार्यक्रम में पीएम ने राज्य की जनता का धन्यवाद दिया, जिन्होंने बीजेपी के खाते में राज्य की सभी 26 लोकसभा सीटें डाल दीं. इससे पहले प्रधानमंत्री तय कार्यक्रम के मुताबिक शाम 6 बजे अहमदाबाद एयरपोर्ट पर पहुंचे. यहां सीएम विजय रुपाणी, बीजेपी चीफ अमित शाह और राज्य कैबिनेट के अन्य मंत्रियों ने उनका स्वागत किया.

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इसके बाद पीएम ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित की और पार्टी दफ्तर की ओर रवाना हो गए. भाषण में पीएम मोदी ने शुक्रवार को सूरत में हुए हादसे पर शोक भी जताया. उन्होंने कहा कि कई परिवारों के घरों के दीप बुझ गए. सूरत हादसे के कारण ही बीजेपी के जश्न का कार्यक्रम रद्द हो गया. संबोधन के बाद पीएम मोदी गांधीनगर अपनी मां से मिलने गए. यहां उन्होंने अपनी मां हीराबेन के पांव छूकर आशीर्वाद लिया. 2014 में जब पीएम मोदी पहली बार पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आए थे, तब भी गुजरात जाकर उन्होंने हीराबेन का आशीर्वाद लिया था.

नरेंद्र मोदी 30 मई शाम 7 बजे प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. शनिवार को उन्हें एनडीए संसदीय दल का नेता घोषित किया गया था. संसद भवन के सेंट्रल हॉल में एनडीए और बीजेपी के तमाम बड़े नेता मौजूद थे. यहां प्रधानमंत्री ने नवनिर्वाचित सांसदों को भी संबोधित किया. नई सरकार के गठन से पहले पीएम ने उन्हें कुछ टिप्स भी दिए. पीएम ने नए सांसदों से कहा कि वे मंत्री पद के नाम पर बहकावे में आने से बचें और वीआईपी कल्चर से दूर रहें. इसके अलावा पीएम ने उन्हें बड़बोले बयानों से बचने की भी नसीहत दी. इसके बाद पीएम मोदी राष्ट्रपति भवन जाकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिले. राष्ट्रपति ने उन्हें प्रधानमंत्री नियुक्त किया और मंत्रिपरिषद् के सदस्यों के नाम देने को कहा.

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