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प्रचंड जीत पर आभार जताने गुजरात पहुंचे मोदी, पांव छूकर मां का लिया आशीर्वाद

पीएम नरेंद्र मोदी गुजरात पहुंच चुके हैं. लोकसभा चुनाव 2019 में बंपर जीत दर्ज करने के बाद पीएम का यह पहला गुजरात दौरा है. यहां पीएम अपनी मां से आशीर्वाद लेने पहुंचे.

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मां के साथ पीएम नरेंद्र मोदी
मां के साथ पीएम नरेंद्र मोदी

लोकसभा चुनाव 2019 के बाद पीएम नरेंद्र मोदी गुजरात पहुंचे. लोकसभा 2019 चुनाव में बंपर जीत दर्ज करने के बाद पीएम का यह पहला गुजरात दौरा है. यहां पीएम अपनी मां से मिलकर आशीर्वाद लेने पहुंचे. जहां पीएम ने पांव छूकर मां का आशीर्वाद लिया. वहीं इससे पहले पीएम मोदी ने पार्टी दफ्तर में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. 2014 लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद भी उन्होंने मां का आशीर्वाद लिया था और वडोदरा में जनसभा को संबोधित किया था.

नरेंद्र मोदी दूसरी बार 30 मई को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. इससे पहले मां से मिलने पहुंचे पीएम मोदी के लिए सुरक्षा के चाक-चौबंद किए गए. पीएम मोदी ने गुजरात पहुंचने के बाद अहमदाबाद एयरपोर्ट पर सरदार पटेल की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए. इसके बाद वो बीजेपी दफ्तर की तरफ रवाना हुए. जहां उन्होंने जनसभा को संबोधित किया. इसके बाद पीएम अपनी मां से मिले. वहीं अब 27 मई को पीएम मोदी वाराणसी का दौरा करेंगे, जहां की जनता ने उन्हें बंपर वोटों से जिताया है.

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इससे पहले शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता चुना गया. संसद भवन के सेंट्रल हॉल में बीजेपी और एनडीए के तमाम बड़े नेता और नवनिर्वाचित सांसद मौजूद थे. पीएम मोदी जैसे ही हॉल में दाखिल हुए, सभी सदस्यों ने खड़े होकर उनका स्वागत किया. पीएम ने लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और प्रकाश सिंह बादल के पैर छूकर आशीर्वाद लिया. इसके बाद उन्होंने नवनिर्वाचित सांसदों को पीएम ने वीआईपी कल्चर छोड़ने, मंत्री पद के नाम पर बहकावे में आने और बड़बोले बयान देने से बचने की सलाह दी.

इसके अलावा दलितों, गरीबों और अल्पसंख्यकों पर भी उन्होंने अपनी राय रखी. मोदी ने कहा, पांच साल के कार्यकाल में हम कह सकते हैं कि हमने गरीबों के साथ जो छल चल रहा था, उस छल में हमने छेद किया है और सीधे गरीब के पास पहुंचे हैं. देश पर इस गरीबी का जो टैग लगा है, उससे देश को मुक्त करना है.

उन्होंने कहा, गरीबों के हक के लिए हमें जीना-जूझना है, अपना जीवन खपाना है. गरीबों के साथ जैसा छल हुआ, वैसा ही छल देश की माइनॉरिटी के साथ हुआ है. देश की माइनॉरिटी को उस छलावे में ऐसा भ्रमित और भयभीत रख गया है, उससे अच्छा होता कि माइनॉरिटी की शिक्षा, स्वास्थ्य की चिंता की जाती. 2019 में आपसे अपेक्षा करने आया हूं कि हमें इस छल को भी छेदना है. हमें विश्वास जीतना है. शाम को उन्होंने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की. राष्ट्रपति ने उन्हें प्रधानमंत्री नियुक्त किया और मंत्रिमंडल के सदस्यों और शपथ ग्रहण की तारीख बताने को कहा.

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