लोकसभा चुनाव 2019 के रिजल्ट से शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिली। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 348.76 अंकों की बढ़त के साथ 39160.15 के स्तर पर खुला। वहीं 114.40 अंकों की बढ़त के साथ शुक्रवार को निफ्टी 11771.40 के स्तर पर खुला।
बाजार खुलने के करीब चार घंटे बाद सेंसेक्स में 572.45 अंक यानी 1.47 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। इसके साथ ही सेंसेक्स 39363.56 के स्तर पर पहुंच गया है। निफ्टी में भी तेजी का सिलसिला जारी है। 173.30 अंक यानी 1.46 फीसदी की बढ़त के बाद निफ्टी 11827.25 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
दिग्गज शेयरों की बात करें तो एचडीएफसी बैंक, आईओसी, एचपीसीएल, बीपीसीएल, यस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, इंडसइंड बैंक, एशियन पेंट्स, बजाज फाइनेंस और आरआईएल के स्टॉक्स हरे निशान के साथ खुले। वहीं गिरावट वाले दिग्गज शेयरों की बात करें तो इनमें टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, ओएनजीसी और बजाज ऑटो के स्टॉक्स शामिल हैं।
सेक्टोरियल इंडेक्स पर नजर डालें तो सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को सभी सेक्टर्स हरे निशान पर कारोबार कर रहे हैं। इनमें बैंक, ऑटो, एनर्जी, इंफ्रा, फार्मा और एफएमसीजी शामिल है।
सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को प्री ओपन के दौरान शेयर बाजार हरे निशान पर था। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 64.57 अंक यानी 0.17 फीसदी की बढ़त के बाद 38875.96 के स्तर पर था। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 102.70 अंक यानी 0.88 फीसदी की बढ़त के बाद 11759.70 के स्तर पर था।
शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 26 पैसे की बढ़त के साथ खुला। डॉलर के मुकाबले रुपया 69.75 के स्तर पर खुला। वहीं इससे पहले भी रुपया 70.01 के स्तर पर बंद हुआ था।
बीएसई पर सेंसेक्स ने बृहस्पतिवार को अपने सर्वकालिक उच्चतम स्तर 40 हजार के आंकड़े को छू लिया था। इस तरह, वर्ष 2006 में पहली बार 10 हजार के आंकड़े को छूने वाले सेंसेक्स ने पिछले 13 वर्षों में 30 हजार अंकों की बढ़त दर्ज की थी।
सेंसेक्स के इतिहास पर नजर डालें तो 6 फरवरी, 2006 को पहली बार बाजार ने 10 हजार का आंकड़ा पार किया था। इसके बाद से ज्यादातर इंडेक्स ने बढ़त दर्ज की और 13 साल के सफर के बाद सेंसेक्स 40 हजार अंकों की ऊंचाई तक पहुंच गया।
रिलायंस सिक्योरिटीज के सीईओ बी. गोपकुमार का कहना है कि बाजार में स्थिरता, मजबूती और निरंतरता कायम है। यह घरेलू इक्विटी बाजार में वैश्विक निवेश को बढ़ावा देगी जिससे आने वाले समय सेंसेक्स नई ऊंचाई तक पहुंच सकता है।
Next Article
Please wait...
Please wait...
Followed