'मोदी लहर' में कांग्रेस के 9 पूर्व मुख्यमंत्री हारे, पार्टी के भविष्य पर उठने लगे सवाल
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'मोदी लहर' में कांग्रेस के 9 पूर्व मुख्यमंत्री हारे, पार्टी के भविष्य पर उठने लगे सवाल

देशभर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘प्रचंड लहर’ पर सवार भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रवाद, हिंदू गौरव और 'न्यू इंडिया' के मुद्दों पर लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करके लगातार दूसरी बार केंद्र में सरकार बनाने जा रही है. 'मोदी लहर' इतनी प्रचंड थी कि कांग्रेस के नौ पूर्व मुख्यमंत्री चुनाव हार गए. 

मोदी लहर के आगे कांग्रेस के बड़े-बड़े दिग्गज भी ठहर न सके.

नई दिल्ली: देशभर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘प्रचंड लहर’ पर सवार भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रवाद, हिंदू गौरव और 'न्यू इंडिया' के मुद्दों पर लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करके लगातार दूसरी बार केंद्र में सरकार बनाने जा रही है. 'मोदी लहर' इतनी प्रचंड थी कि कांग्रेस के नौ पूर्व मुख्यमंत्री चुनाव हार गए. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपने परिवार के गढ़ अमेठी में स्मृति ईरानी से हार गए हालांकि वह केरल में वायनाड से जीत गए.  

कांग्रेस के नौ पूर्व सीएम हारे
मोदी लहर के आगे कांग्रेस के बड़े-बड़े दिग्गज भी ठहर न सके. इसका नतीजा यह रहा कि कांग्रेस के नौ पूर्व मुख्यमंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा. इनमें दिग्विजय सिंह, शीला दीक्षित, भूपेंदर सिंह हुड्डा, हरीश रावत, अशोक चव्हाण, सुशील कुमार शिंदे, मुकुल संगमा, नवाम टुकी, वीरप्पा मोइली शामिल हैं. दिग्विजय सिंह को बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने भोपाल से 3,63, 933 वोट से हराया. शीला दीक्षित उत्तर पूर्व दिल्ली से चुनाव हार गईं. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंदर सिंह हुड्डा को सोनीपत में हार का सामना करना पड़ा. उधर, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत नैनीताल-उधम सिंह नगर सीट नहीं निकाल पाए. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण को भी पराजय का सामना करना पड़ा है. 

52 सीटों पर सिमटी कांग्रेस
कांग्रेस 52 सीटों पर सिमटती नजर आ रही है. 2014 के चुनाव में पार्टी को सिर्फ 44 सीटें मिली थीं. इस तरह से पिछले पांच साल में केवल 8 सीटों का इजाफा हुआ है. चुनाव में मिली हार राहुल गांधी ने कहा, "भारत के लोगों ने तय किया है कि नरेंद्र मोदी अगले प्रधानमंत्री होंगे और मैं उसका पूरा सम्मान करता हूं." उन्होंने मोदी और भाजपा को बधाई देते हुए कहा कि आज का दिन हार के कारणों की पड़ताल करने का नहीं है बल्कि देशवासियों की इच्छा का सम्मान करने का है.

16 राज्यों में नहीं खुला कांग्रेस का खाता 
केरल, पंजाब और तमिलनाडु को मिलाकर लोकसभा की 50 सीटें हैं, जिनमें कांग्रेस को 31 सीटें मिली हैं. केरल की 20 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस को 15 पर जीत मिली. जबकि पंजाब और तमिलनाडु में इसे आठ-आठ सीटें मिली हैं. इसके अलावा 10 राज्यों में कांग्रेस को एक-एक सीट मिली हैं. ये राज्य हैं- बिहार, गोवा, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, नगालैंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और केंद्र शासित प्रदेश पुदुच्चेरी. पार्टी बाकी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में अपना खाता तक नई खोल पाई.

 

राहुल गांधी के नेतृत्व पर उठे सवाल
इन नतीजों से गांधी के नेतृत्व और उनकी पार्टी के भविष्य पर भी सवाल उठने लगे हैं. एक प्रेस वार्ता में उन्होंने इन मसलों पर बात करने से इनकार करते हुए कहा कि पार्टी शुक्रवार को भविष्य को लेकर बैठक करेगी. पहले खबरें आईं थी कि राहुल गांधी ने इस्तीफे की पेशकश की है. हालांकि बाद में पार्टी की ओर से इनका खंडन कर दिया गया. 

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