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गांधी के गुजरात में मनाया गया गोडसे का जन्मदिन, पुलिस ने 6 लोगों को किया गिरफ्तार

सूरत के लिंबायत इलाक़े में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का जन्मदिन मनाया गया जिसके बाद नाथूराम गोडसे को लेकर एक बार फिर नया विवाद शुरू हुआ है.

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गोडसे का जन्मदिन मनाते लोग
गोडसे का जन्मदिन मनाते लोग

भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह द्वारा महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे पर दिए गए बयान का विवाद अभी शांत भी नहीं हुआ था कि गुजरात के सूरत से एक विवाद सामने आया है. सूरत के लिंबायत इलाक़े में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का जन्मदिन मनाया गया जिसके बाद नाथूराम गोडसे को लेकर एक बार फिर नया विवाद शुरू हुआ है.

सूरत के लिंबायत इलाक़े में स्थित ये वही सूर्यमुखी हनुमान मंदिर है जहां 19 मई की रात को महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का जन्मदिन सेलिब्रेशन किया गया था, मंदिर के प्रांगण में अखिल भारतीय हिंदू महासभा के इन लोगों ने नाथूराम गोडसे की तस्वीर सामने रखकर जन्मोत्सव मनाया और एक दूसरे का मुंह मीठा किया.

godse1_052019111634.jpgगोडसे की पूजा करते लोग

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का जन्मोत्सव मनाए जाने की ख़बर जब सोशिल मीडिया के माध्यम से फैली तो गुजरात सरकार हरकत में आ गई थी, गुजरात सरकार ने नाथूराम गोडसे का जन्मदिन मनाने वालों के सामने क़ानूनी कार्यवाही करने के लिए सूरत पुलिस को आदेश जारी किया.

सूरत के पुलिस कमिश्नर सतीश शर्मा ने नाथूराम गोडसे का जन्मदिन मनाने वालों के ख़िलाफ़ सूरत शहर के लिंबायत पुलिस थाने में मामला दर्ज कर 6 लोगों को गिरफ़्तार किया. पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी अखिल भारतीय हिंदू महासभा के कार्यकर्ता हैं.

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चौंकाने वाली बात तो ये है कि ये उन्हीं गांधी का गुजरात हैं जहां गांधी का जन्म हुआ था और जहां से सत्याग्रह के जरीए गांधीजी ने देश को आजादी दिलाई थी, उसी गांधी के गुजरात में इस तरह गांधी के हत्यारे का जन्मदिन मनाए जाने को लेकर गांधीवादी लोग काफी नाराज हैं.

गांधी समर्थकों में इन लोगों के खिलाफ काफी गुस्सा है. एक ओर जहां साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के जरिए गांधी के हत्यारे को देश भक्त बताया गया, तो वहीं दूसरी ओर इस तरह से गांधी के हत्यारे गोडसे का जन्मदिन मनाया गया. ऐसे में सवाल यही खडे़ होते हैं कि अगर लोग गांधी के जीवन को समझ नहीं पाए थे तो कम से कम उनके मुल्यों को समझ लेते तो ऐसी हरकतें नहीं करते.

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