तो क्या मैनपुरी में मुलायम सिंह को मिलेगा मायावती के साथ का फायदा!
अब कई सर्वे में ये बात सामने आई है कि इस बार राजनीतिक अखाड़े के कई दिग्गज हार का मुंह देख सकते हैं.
- News18 Uttar Pradesh
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लोकसभा चुनाव 2019 की आहट के साथ ही यूपी की सियासत में घमासान शुरू हो गया था. अब कई सर्वे में ये बात सामने आई है कि इस बार राजनीतिक अखाड़े के कई दिग्गज हार का मुंह देख सकते हैं. वैसे न्यूज18 के सर्वे में सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के लिए राहत की खबर है. इस पोल में मुलायम की मैनपुरी की सीट सपा तो जाती दिख रही है.
मुलायम सिंह के खिलाफ बीजेपी ने इस बार प्रेम सिंह शाक्य को मैदान में उतारा था. मैनपुरी लोकसभा सीट पर पहले नंबर पर यादव वोट बैंक तो दूसरे नंबर पर शाक्य वोट बैंक माना जाता है. सपा-बसपा के एक हो जाने से ये पूरी उम्मीद थी कि शाक्य वोट इसबार गठबंधन को मिल सकता है.
वहीं आजतक-एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल (Exit Poll) के मुताबिक, इस बार मुलायम सिंह यादव मैनपुरी की सीट हार सकते हैं. मैनपुरी को सपा का गढ़ माना जाता है.
बता दें कि मैनपुरी में ही 24 साल बाद मुलायम मायावती के साथ एक मंच पर नजर आए थे. 1995 के गेस्ट हाउस कांड को भुलाकर मायवती ने मुलायम के साथ मंच साझा किया था. इस मंच से मायावती ने अपने वोटरों को आदेश दिया था कि वे मुलायम को ही विजयी बनाएंं. अगर एग्जिट पोल के आंकड़ाें पर यकीन करें तो बसपा-सपा कार्यकर्ताओं को ये गठबंधन पसंद नहीं आया.
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जब से मीडिया के सामने आकर माया-अखिलेश ने साथ चुनाव लड़ने का ऐलान किया तब से दोनों पार्टी के कार्यकर्ताओं में रोष देखा गया. राजनीतिक पंडितों का मानना है कि सपा कार्यकर्ताओं को ये बात भी पंसद नहीं आई कि अखिलेश ने बसपा को यूपी में ज्यादा सीटें दींं और खुद कम पर चुनाव लड़े.
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