Ayodhya To Independence Day 2020 Update, PM Narendra Modi Plants Parijat News; Ram Charan Das, Maulvi Amir Ali Hanged By British On 18 March 1857हम 15 अगस्त को आजाद हुए, पर लालकिले पर पहली बार तिरंगा 16 अगस्त को फहराया; माउंटबेटन ने भी सलामी दी थीआज आजादी का दिन है। 15 अगस्त है। एक ऐसा दिन है, जिस पर हर भारतीय को गर्व होता है। इस बार पूरा देश 74वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इसी दिन 1947 में भारत को अंग्रेजी शासन से आजादी मिली थी। लेकिन ये आजादी कैसे मिली थी, कितने देशभक्तों ने सलाखों के पीछे...
ये तस्वीर लखनऊ के सिकंदर बाग की है। 1857 में ब्रिटिश सेना में शामिल भारतीय सैनिकों के विद्रोह के बाद सैकड़ों भारतीय सिपाही इस बाग में छिप गए थे। नवंबर 1857 में ब्रिटिश सेना ने बाग पर चढ़ाई कर तकरीबन दो हजार भारतीय सैनिकों को मार दिया था। इस फोटो में जो कंकाल दिख रहे हैं, वो भारतीय सैनिकों के ही हैं। 1857 में हुए विद्रोह से अंग्रेज घबरा गए थे। बताया जाता है कि लड़ाई खत्म होने के बाद करीब 10 लाख हिंदुस्तानियों को मारा गया था। एक पूरी पीढ़ी को ही खड़ा होने से रोक दिया गया था। अंग्रेजों ने जगह-जगह लोगों को पकड़-पकड़कर फांसी पर लटका दिया था।
ये फोटो वर्ल्ड वॉर-1 की है। इस युद्ध में अंग्रेजों की तरफ से 10 लाख भारतीय सैनिक लड़े थे। उनमें करीब 75 हजार भारतीय सैनिकों को शहादत मिली थी। स्पेशल ट्रिब्युनल कोर्ट ने 7 अक्टूबर 1930 को आईपीसी की धारा 121 और 302 और एक्सप्लोसिव सबस्टेंस एक्ट 1908 की धारा 4 और 6 के तहत भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की मौत की सजा का ऐलान किया।
दांडी मार्च शुरू करने से एक दिन पहले 11 मार्च 1930 को गांधीजी ने भाषण दिया था। इसमें उन्होंने कहा था, "हमने विशेष रूप से एक अहिंसात्मक संघर्ष की खोज में, अपने सभी संसाधनों का उपयोग करने का संकल्प किया है। क्रोध में कोई भी गलत निर्णय न लें।" ये फोटो उस समय की है जब गांधीजी की अपील पर देशभर में सत्याग्रहियों ने अंग्रेजों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू किया था।
काकोरी कांड और 1929 में हुए बम कांड के बाद से ही पुलिस चंद्रशेखर आजाद को ढूंढ रही थी। 27 फरवरी 1931 को पुलिस ने इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क में घेर लिया। आखिर में आजाद ने अपनी ही आखिरी गोली से खुद को गोली मार ली और शहीद हो गए। इस फोटो में भारतीय संविधान के पितामह डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का परिवार दिख रहा है। फोटो उनके घर "राजगृह" में ली गई थी। तस्वीर में डॉ. अंबेडकर के साथ उनके बेटे यशवंत, पत्नी रमाबाई, भाभी लक्ष्मी बाई, भतीजे मुकुंदराव है। राजगृह में अंबेडकर फरवरी 1934 में रहने के लिए आए थे।
गांधीजी और सुभाषचंद्र बोस की ये तस्वीर 1938 में हरिपुरा में हुए कांग्रेस के अधिवेशन की है। इस अधिवेशन से पहले गांधीजी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए सुभाषचंद्र बोस को चुना था। वो कांग्रेस के 55वें अध्यक्ष थे। अगस्त 1942 में ब्रिटिश सरकार के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा आंदोलन शुरू हुआ था, जिसे भारत छोड़ो आंदोलन कहा गया। इसे अगस्त क्रांति भी कहा जाता है। गांधीजी समेत 60 हजार लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
May 2914 ko hum gulam hue jis ki koi tasveer nahin kion ki gulami ki koi taveer nahin hoti
Hpy independence day 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
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