गुरमेज सिंह ने कहा, "हम निरंकारी मैदान में नहीं जाएंगे. या तो हम जंतर मंतर जाएंगे या रामलीला मैदान या हम यहीं बैठे रहेंगे. हमारे पास छह महीने का राशन है और हम राष्ट्रीय राजमार्ग से नहीं उतरेंगे."
प्रदर्शन कर रहे इन किसानों को उत्तर प्रदेश के किसान संगठनों का भी समर्थन मिला है जो शनिवार की दोपहर गाज़ीपुर बॉर्डर पर अपने वाहनों के साथ इकट्ठा हुए. शनिवार की सुबह हिंदी में किए एक ट्वीट में उन्होंने लिखा, "बड़ी ही दुखद फ़ोटो है. हमारा नारा तो 'जय जवान जय किसान' का था लेकिन आज PM मोदी के अहंकार ने जवान को किसान के ख़िलाफ़ खड़ा कर दिया. यह बहुत ख़तरनाक है."
इन नेताओं में एनसीपी प्रमुख शरद पवार, टीएमके के टीआर बालू, सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी, सीपीआई महासचिव डी राजा, आरजेडी सांसद मनोज झा, सीपीआई के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, एआईएफबी के देबब्रत बिस्वास और आरएसपी के महासचिव मनोज भट्टाचार्य शामिल हैं.
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