#जीवनसंवाद : स्वयं के भीतर!– News18 हिंदी

  • 📰 News18 India
  • ⏱ Reading Time:
  • 88 sec. here
  • 3 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 39%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

हम घड़ी की सुइयों की तरह भाग तो रहे हैं, लेकिन सिवाय उम्र घटाने के कुछ नहीं बढ़ा पा रहे हैं. हम सूचना को ही ज्ञान समझ बैठे हैं. जीवनसंवाद DayashankarMi

हम अक्सर दूसरों के बारे में बात करते रहते हैं. हमारे आस पास क्या हो रहा है, क्या होना चाहिए. यह हमारे संवाद के कुछ सामान्य विषय होते हैं. हमारी जिंदगी से सीधे जुड़े विषय, उस पर प्रभाव डालने वाली चीज़ों पर हमारी नजर लगातार बनी रहती है. पिछले कुछ वर्षों में एक शब्द धीरे-धीरे धीरे हमारी जिंदगी पर हावी होता गया, अलर्ट/ सजग रहना.

जो कुछ भी घट रहा है, उसके बारे में जानने की इच्छा. खबरों के बारे में दिलचस्पी भी इसका एक सरल उदाहरण है. मीडिया के जितने माध्यम हमारे सामने उपस्थित हो रहे हैं, उन सबमें निरंतर और तेजी से बढ़ती रुचि भी इस बात को स्थापित करती है कि हम खूब सारा जानना चाहते हैं. हर चीज़ के बारे में जानना. हर समय जानने के लिए उत्सुक रहना.

यह हमारी जिंदगी में सूचना और तकनीक के बढ़ते प्रभाव का सीधा असर है. हम घड़ी की सुइयों की तरह भाग तो रहे हैं, लेकिन सिवाय उम्र घटाने के कुछ नहीं बढ़ा पा रहे हैं. हम सूचना को ही ज्ञान समझ बैठे हैं.इस सूचना के फेर में उलझने का ही असर है कि हम भीतर से निरंतर रिक्त होते जा रहे हैं. रिश्तो में बढ़ती उदासी, निराशा, अवसाद और शंका इसका ही परिणाम हैं. हमारे आस पास एक किस्म का रेगिस्तान बनता जा रहा है. कोमलता से कटे रिश्ते, समय की 'तपन' को जरा भी बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं.

कुछ दशक पहले की बात है. हमारा समाज कैसे आपसी सहयोग, तालमेल, आत्मीयता के सहारे बड़े बड़े संकट का सामना कर लेता था. इस समाज में भयंकर गरीबी, भूख, अकाल से लेकर बाढ़ तक का सामना किया है. भारतीय समाज हर तरह की आपदा से दो-चार होता रहा है. लेकिन उसने कभी आत्महत्या को नहीं चुना. क्योंकि उसने अपने भीतर से संबंध को काटा नहीं था. रिश्तों की कोमलता, ऊष्मा, साथ होने का साहस हमें बिखरने नहीं देता था. हमारे पास सूचनाएं कम थीं. देर, मुश्किल से आती थीं, लेकिन अंततः आ जाती थीं.

हम सूचनाओं से दूर थे. लेकिन भीतर से हमारा संबंध गहरा था. अब एकदम उल्टा हो गया. हम सूचनाओं से सराबोर हैं, लेकिन अंतर्मन से हमारा कनेक्शन कुछ कमजोर हो गया है. हमारी भावनाएं बेहद नाजुक, हर दूसरी चीज़ से घायल होने वाली हैं. भीतर से टूटे हुए संपर्क के कारण ही हमारी आत्मा निरंतर कमजोर हो रही है. उसे पोषण तो दूर, संबल भी नहीं मिल पा रहा. यही कारण है कि कुछ समय पहले तक एक साथ बैठे पति पत्नी, दोस्तों, परिजन में से कोई एक अचानक अकेले होते ही आत्महत्या जैसा कदम उठा लेता है.

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।
हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 21. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

ये हैं वो राज्य जो पहले सूखे से परेशान थे, अब बाढ़ से जूझ रहे हैंBihar ke magadh me av v sukha pada hua hai dimag bhains charne gaya hai kya bihar ka mithlanchal badh se pareshan hai and magadh area sukhe se Lagta hai pooja path Hawan JYADA karva liya कुदरत का करिश्मा है
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

दुनिया में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले सीईओ!वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक जानिए दुनिया में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले टॉप 5 सीईओ की लिस्ट जारी की है. इस लिस्ट में पहले स्थान पर मौजूद सीईओ 500 करोड़ रुपए सालाना कमाते हैं.
स्रोत: News18 India - 🏆 21. / 51 और पढो »

भगवान शिव को बेहद प्रिय हैं ये 10 चीजें, जल्द हो जाते हैं प्रसन्न - dharma AajTakआज 17 जुलाई से सावन महीने की शुरुआत हो चुकी है. सावन को भगवान शिव का महीना माना जाता है. भगवान शिव अपने भक्तों पर जल्द प्रसन्न हो बहुत जल्दी याद आ गया चलो देर आये दुरुस्त आये हर हर महादेव जय शिव शम्भो No this is not true. It is starting from July 23.
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

यदि फ्लोर टेस्‍ट के वक्‍त बागी रहते हैं गैर-हाजिर, कुमारस्‍वामी को कहां से मिलेगा बहुमत?बागी विधायकों के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद अब सबकी निगाहें 18 जुलाई को कर्नाटक विधानसभा में कुमारस्‍वामी सरकार के शक्ति परीक्षण पर टिक गई हैं. आसमान से फरिश्ते आएंगे 😁😁 KarnatakaPolicalCrisis रुपियो से मिलेगा बहुमत इनको जनता नकार चुकी थी 35सीटो पर सीमित कर दिया था इनकी गलत नीतियो के कारण फिर भी ये उसी राज्य के मुख्यमंत्री है पहले से नैतिक मूल्य खो चुके ऐसे नेता को अनैतिकता पर बोलने का कोई अधिकार नही
स्रोत: Zee News - 🏆 7. / 63 और पढो »

विमानन सुरक्षा को लेकर DGCA हुआ शख्त, दिल्ली-मुंबई फ्लाइट के पायलटों को ड्यूटी से हटायाविस्तारा की यूके 944 फ्लाइट उड़ा रहे पायलटों को विमान में पर्याप्त ईधन होने के बावजूद लखनऊ में विमान उतारने के लिए ईधन खत्म होने की चेतावनी देने की सजा दी गई है।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

शराब से होने वाली मौतों से जीडीपी को हर साल 1.45 फीसदी का नुकसानभारत में शराब से होने वाली मौतों के कारण साल 2011 से 2050 तक जीवन के 25.8 करोड़ साल का नुकसान हुआ है। साथ ही इससे हर साल जीडीपी जनसंख्या तो कम हो रही है
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »