हैदराबाद में एक महिला पशु चिकित्सक के साथ गैंगरेप और निर्मम हत्या की सोमवार को संसद के दोनों सदनों में निंदा की गई. विभिन्न दलों के सदस्यों ने भारतीय दंड संहिता/आईपीसी और अपराध प्रक्रिया संहिता/सीआरपीसी में संशोधन तथा बलात्कार के मामले में कानून को और कठोर बनाने की मांग की. इस पर सरकार ने कहा कि वह आईपीसी और सीआरपीसी में संशोधन करने को तैयार है और इस बारे में विचार विमर्श जारी है.
लोकसभाध्यक्ष ने हैदराबाद की घटना पर पूरे सदन की तरफ से दुख प्रकट करते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं और अपराध हमें चिंतित भी करते हैं और आहत भी करते हैं. गृह राज्य मंत्री रेड्डी ने कहा, 'सदस्यों ने सीआरपीसी, आईपीसी में संशोधन की बात कही है. सरकार तैयार है. इस बारे में सभी राज्यों को चिट्ठी लिखी गई है. विधि विभाग और पुलिस विभाग से भी सुझाव आमंत्रित किए गए हैं.'उन्होंने कहा, 'इस संबंध में ब्यूरो आफ पुलिस रिसर्च एंड डेवेलपमेंट से भी कहा गया है. हम तैयारी कर रहे हैं. हम संशोधन करने को तैयार हैं.
नायडू ने कहा कि महिलाओं के सम्मान एवं उनकी सुरक्षा को किसी भी तरह का खतरा नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में निचली अदालतों में सजा सुनाए जाने के बाद दोषी न केवल आगे की अदालतों में अपील करते हैं बल्कि वह माफी के लिए क्षमा याचिका भी देते हैं. 'इस चलन की समीक्षा की जानी चाहिए.'नायडू ने कहा कि ऐसे मामलों की सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक अदालतें समाधान हैं लेकिन अपील दर अपील का सिलसिला भी चलता रहता है.
महिलाओं के खिलाफ अपराधों को 'निंदनीय' बताते हुए नायडू ने कहा कि हमें कानून व्यवस्था और पुलिस व्यवस्था की खामियों को खोजना होगा. नायडू ने कहा, 'बहुत देर हो चुकी है. हमें नए विधेयक की जरूरत नहीं है. हमें जरूरत है तो राजनीतिक इच्छाशक्ति की. प्रशासनिक इच्छाशक्ति की और सोच बदलने की. इसके बाद ही हम इस सामाजिक बुराई को खत्म कर सकते हैं.'सभापति ने यह भी सुझाव दिया कि महिलाओं के खिलाफ अपराध के दोषियों की तस्वीरें सार्वजनिक की जानी चाहिए ताकि उनके मन में डर बैठे.
Mot ki sja deni Chahiye in katilo ko
There will be discussion only. The culprits should be hanged directly
हद हो ग ई बेशर्मी की😡😡😡
👇इनके लिए भी आप आवाज़ उठा सकतें हो?
saja do
मुद्दा उठाया लेकिन कुछ कानून व्यवस्था में बदलाव आया कि नही या बाबा साहेब आंबेडकर का ही कानून रहेगा?
बलात्कारियों को बीच चौराहे पर लटका कर उसकी प्राइवेट पार्ट्स को काट देने की जरूरत है फिर थोड़ी देर बाद तेजाब से जला देने की आवश्यकता नहीं तो हमारी सरकार कानून पर कानून बनाते रहे इससे कुछ फर्क पड़ने वाला नहीं है इस तरह के मानसिक रोगी लोगो को
Bas charcha hogi Phir sab bhool jayenge baat khatam Phir kuch hoga phir charcha bas yahi hota rahega.
कुछ नही होगा यहा बस हंगामा होता है बीच रोड पर बलात्कारी को फाँसी दो जो राजनेता और वकील केस लड़ते है उन्हें भी सजा दो
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