हिमालय क्षेत्र की जलवायु में परिवर्तन बन सकते हैं, बड़े बदलाव का सबब

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हिमालय क्षेत्र की जलवायु में परिवर्तन बन सकते हैं, बड़े बदलाव का सबब Himalaya EnvironmentDay2020 Nature Earth Planet

है हेमवतीनंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफसर एसपी सिंह ने। सिंह ने सीएसआईआर राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान लखनऊ द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर आयोजित वेबीनार को संबोधित करते हुए कहा कि हिमालय क्षेत्र में 10 हजार से अधिक वनस्पति की प्रजातियां मिलती हैं।

हिमालय के विभिन्न क्षेत्रों में जलवायु परिवर्तन के प्रभावों की दर अलग अलग देखी जा रही है। पश्चिम हिमालय में पूर्वी हिमालय की तुलना में ग्लेशियरों पर अधिक प्रभाव देखने के मिल रहा है। इसके चलते 50 से अधिक ग्लेशियर सिकुड़ रहे हैं। इसका सीधा असर हिमालय में वनस्पतियों के मौसमी जैविकी पर स्पष्ट रूप से देखने को मिल रहा है।

प्रोफेसर सिंह ने कहा दुनिया के स्तर पर हो रहे जलवायु परिवर्तन का दुष्प्रभावों मनुष्यों, वनस्पतियों और पशु-पक्षियों सभी पर पड़ रहा है। इसलिए हमें इन बदलावों के साथ जीने की कला सीखने के साथ इनके साथ अनुकूलन स्थापित करने के उपाय भी खोजने होंगे। हिमालय के विभिन्न क्षेत्रों में जलवायु परिवर्तन के प्रभावों की दर अलग अलग देखी जा रही है। पश्चिम हिमालय में पूर्वी हिमालय की तुलना में ग्लेशियरों पर अधिक प्रभाव देखने के मिल रहा है। इसके चलते 50 से अधिक ग्लेशियर सिकुड़ रहे हैं। इसका सीधा असर हिमालय में वनस्पतियों के मौसमी जैविकी पर स्पष्ट रूप से देखने को मिल रहा है।

 

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