सार्वजनिक तौर पर चेहरा ढँकने पर प्रतिबंध को लेकर स्विट्ज़रलैंड में रविवार को जनमत संग्रह कराया गया. जिसमें लोगों ने सार्वजनिक तौर पर चेहरा ढँकने को प्रतिबंधित करने के पक्ष में वोट किया.
हालांकि प्रतिबंध लगाने के पक्ष वालों और प्रतिबंध के विरोध में वोट करने वालों के बीच वोट प्रतिशत का अंतर बेहद कम था. ब्रॉडकास्टर एसआरएफ़ के अनुमान के अनुसार, क़रीब 52 फ़ीसदी लोगों ने जहां प्रतिबंध लगाने के पक्ष में वोट किया वहीं 48 फ़ीसदी ने प्रतिबंध ना लगाने के लिए मतदान किया. दक्षिण पंथी स्विस पीपल्स पार्टी ने रविवार को हुए मतदान के दौरान "अतिवाद बंद करो" जैसे नारे भी लगाए. वहीं एक प्रमुख स्विस इस्लामिक समूह ने कहा कि मुसलमानों के लिए यह एक 'काला दिन' था.
सेंट्रल काउंसिल ऑफ़ मुस्लिम ने एक बयान जारी कर कहा कि- आज के फ़ैसले से पुराने जख़्म एकबार फिर ताज़ा हो गए हैं. इससे क़ानूनी असमानता के सिद्धांत को और बल मिला है और साथ ही मुस्लिम अल्पसंख्यकों को अलग रखे जाने के भी स्पष्ट संकेत मिलते हैं.
52 agaist 42 !
एक साथ तीन चार बीवी रखने और 15 साल की महिला से शादी का कानूनी अधिकार विशेष समुदाय को देना? महिलाओ के संवैधानिक मौलिक और समानता के अधिकार उलंघन और महिलाओं के इज्जत से खेलवाड व दोयम दर्जा का व्यवहार है? यदि विरोध नहीं किया तो धिक्कार है? महीलावादी होने का नौटंकी छिछोरापन बंद करें
तूम्हारी तो बानो बेनकाब हो चली
करना ही चाहिए
एक जनमत संग्रह भारत मे जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने पर भी हो जाये
सिविल केस सुप्रीम कोर्ट तक फाइनल हो गया, एग्जिक्यूशन में हाई कोर्ट ने बदल दिया, यह सुप्रीम कोर्ट में फाइनल हो गया, इसे एग्जिक्यूशन में बदल दिया, ये है भ्रष्ट जजों की न्याय व्यवस्था, मेरा Pinned Tweet देखो, दोनों बार सुप्रीम कोर्ट के फैसलों को बदल दिया है। तीसरी बार हाई कोर्ट में
चेहरा ढकना नही बुर्का पहनने पर रोक का समर्थन किया है स्विस लोगों ने । भ्रामक शीर्षक देने की आदत कब जाएगी
So it means now Switzerland is intolerant Right 🤔
मेरे विचार से जिस देश में आदमी रहता है यदि वो बाहर से गया है तो उसे उस देश के नियम मानने चाहिए ओर उस देश की प्रगति में पूरा सहयोग करना चाहिए
Chehre ko dakna aurat ki gulami nishani ! Ise hatna hoga ! Dharm ke naampar logon ko gulam aur andviswashi banaya jata hai ?
मुंह में काले कपड़े गांड में चड्डी खोलो
BBC वालों भारत में ऐसा कानून बने या लागू हो तो मत भौंकना कि भारत में अभीब्यक्ती कि आजादी नही है!
अरे शैतानो कोरोना अभी गया नही मुंह को ढ़के ढ़के फिर रहे थे याद है रखे
अगर किसी को इस से दिक़त है के मुस्लिम महिलाएं नक़ाब कियो पहनती है नफरत उनको मुबारक वह अपनी घर की महिलाओं को किसी भी हाल मैं रखें हम लोग को कोई दिक़्क़त नही है
India mein koi bol bhi de ispe toh communal aur swizterland mein secular.wahh
हर देश को अपनी सहुलियत के हिसाब से कानून बनाने का हक है।
MBC very sad
नक़ाब मुस्लिम महिलाएं पहनती है दर्द किसी और को होता है दाढ़ी मुस्लिम लड़के रखते है दर्द किसी ओर को होता है नमाज़ हम phadte है दर्द किसी और को होता इस्लामी कानून को हम मानते है दर्द किसी और को होता एक बात बोलों या दर्द और डर मुझे बहुत पसंद है इतना रहना बहुत जरूरी है
खुद के स्त्री को बुर्के मे छिपाकर दुसरेके औरतो को देख्ने वाले मुल्लाह पागल अब तुम्हारे विवी को देखकत नयनचुत करेगे मोहल्लेवाले । दिल पे मत ले यार मजाक है। बहुत दुख हुवा ये खबर पढकर
Good decision hope India should also adopt this.
अरे भैन के लाउडो बुर्के पे बैन लगा है ... सीधे कहे नहीं बोलते बे
Burqa Bolte hai usko
Good news ...
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