सीबीआई में खाली पड़े पदों को भरने में देरी पर संसदीय समिति ने जताई चिंता

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सीबीआई में विभिन्न स्तरों पर कर्मियों की कमी की समस्या हमेशा रहती है: रिपोर्ट

 

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To aap Kya batana chah rahe ho Bharna chahiye ? Aaj tak become like government ad company

Ese band hi kyu na kar diya jaye

बजरंगियों की भर्ती कर दो ● गद्दारों का सफाया

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उत्तर प्रदेश: दोबारा ऐतिहासिक जनादेश हासिल करने साथ आई सपा-बसपाउत्तर प्रदेश में सपा-बसपा, कांग्रेस से गठबंधन नहीं चाहते, या कांग्रेस अकेले लड़ना चाहती है, इस पर बहस जारी है। लखनऊ में सपा-बसपा की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस, तस्वीरों में एक साथ मौजूद आंबेडकर और लोहिया की तस्वीर के बाद दिल्ली दरबार का पूरा विमर्श बदल गया। उत्तर प्रदेश वह प्रयोगशाला है, जहां कांशीराम और मुलायम की लहर में भी गोरखपुर की सीट भाजपा के पास थी। इसके उलट जब बसपा को शून्य पर टिका और सपा को पारिवारिक सदस्यों के बीच सिमटा दिया गया था तब गोरखपुर अलग ही राजनीतिक मोड़ लेता है। 2014 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश ने जो ऐतिहासिक जनादेश दिया था आज उससे उबरने के लिए सपा और बसपा साथ हैं। इस सूबे की राजनीति, केंद्र की भी राजनीति है। लोहिया-आंबेडकर की तस्वीरों को साथ रख इस समीकरण का उद्देश्य है अपने-अपने वोट बैंक को साध ज्यादा से ज्यादा सीटें हासिल करना। केंद्र की राजनीति में सपा-बसपा के अंक मजबूत हों, इसलिए जरूरी है कि कांग्रेस का गणित बिगड़ जाए। संसद में आर्थिक आधार पर दस फीसद आरक्षण पर साथ-साथ चलने के बाद ये दोनों दल अपने-अपने वोट बैंक के पास उसी ‘पहचान’ के साथ लौट आए हैं जो इनकी बुनियाद हैं। बुनियादी विरोधाभासों के साथ वोट बैंक की ऊंची इमारत पर बैठे दोनों दलों की साझीदारी से निकले पाठ पर इस बार का बेबाक बोल।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

PSE: दिल्ली में राहुल गांधी के लिए बुरी खबर, लोकप्रियता में गिरावट! PSE:Bad news for Rahul Gandhi, popularity declines! - Political Stock Exchange AajTakपॉलिटिकल स्टॉक एक्सचेंज में आज हम आपको दिल्ली में नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल की लोकप्रियता दिखाएंगे. अक्टूबर 2018 में, पीएम मोदी की लोकप्रियता 49 प्रतिशत थी और अब, जनवरी 2019 में भी उनकी लोकप्रियता 49 प्रतिशत है. इससे यह स्पष्ट है कि पीएम मोदी की लोकप्रियता में कोई बदलाव नहीं है. दिलचस्प बात यह है कि अक्टूबर 2018 में राहुल गांधी की लोकप्रियता 43 प्रतिशत से गिरकर जनवरी 2019 में 40 प्रतिशत हो गई है. क्या राहुल गांधी की लोकप्रियता गिरने का कारण सिख विरोधी दंगों के पीड़ितों के साथ  हुआ अन्याय है? अरविंद केजरीवाल ने अक्टूबर 2018 के लोकप्रियता इंडेक्स की तुलना में लोकप्रियता में बढ़त हासिल की है. अरविंद केजरीवाल ने जनवरी 2019 में कितनी लोकप्रियता हासिल की है, यह जानने के लिए राजनीतिक स्टॉक एक्सचेंज देखें. anjanaomkashyap Lo ji. Aa gya bjp ka dalal channel. anjanaomkashyap बिल्कुल भी गिरावट नहीं है यह गोदी मीडिया की चाल है तुम तो पहले ही मोदी मीडिया हो तुम क्या किसी को गिरावट दिखाओगे anjanaomkashyap मोहतरमा आप इस आँकड़ो पे ज्यादा खुश हो ?
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

Interim Budget 2019 LIVE: बजट ब्रीफकेस के साथ संसद भवन पहुंचे पीयूष गोयलमोदी सरकार के इस बजट में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को प्राथमिकता मिलने की उम्मीद है। फसल की कीमतों में आई कमी और लागत में हुए इजाफे की वजह से कृषि आय में कमी हुई है। मोदी सरकार ने पिछले बजट में 2022 तक किसानों की आय को दोगुना किए जाने का वादा किया था। सरकार ग्रामीण क्षेत्र में चलाए जा रहे कल्याणकारी कार्यक्रमों पर होने वाले खर्च में 16 फीसद का इजाफा कर सकती है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल कुछ ही देर में बजट भाषण 2019 पढ़ना शुरू करेंगे। यह वर्तमान सरकार का आखिरी बजट है, जो कि अंतरिम बजट होगा। वित्त मंत्री अरुण जेटली स्वास्थ्य कारणों के चलते फिलहाल अमेरिका में हैं, इसलिए पीयूष गोयल को वित्त मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

PSE: गुजरात में पीएम मोदी की लोकप्रियता बढ़ी PSE: Rise in PM Modi's popularity in Gujarat - Political Stock Exchange AajTakपॉलिटिकल स्टॉक एक्सचेंज ने गुजरात में सर्वे में पाया है कि सीएम विजय रूपानी की लोकप्रियता में गिरावट आई है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके गृह राज्य  में लोकप्रियता में वृद्धि मिली है. गुजरात के लिए अक्टूबर 2018 में आयोजित पॉलिटिकल स्टॉक एक्सचेंज के बाद से पीएम मोदी की लोकप्रियता में 1 फीसदी की वृद्धि हुई है. अक्टूबर 2018 में पीएम मोदी की लोकप्रियता 61 प्रतिशत दर्ज की गई थी और अब, जनवरी 2019 में, यह 62 प्रतिशत दर्ज की गई है, जबकि राहुल गांधी ने लोकप्रियता के मामले में स्थिरता बनाए रखी है. अक्टूबर, 2018 में उनकी लोकप्रियता 28 प्रतिशत थी और अब, जनवरी 2019 में भी 28 प्रतिशत ही है. anjanaomkashyap मैं भी BJP4UP सरकार से पूछना चाहता हु की उत्तरप्रदेश_सिपाही_भर्ती_2013 कब पूरी होगी। और होगी भी या नही और अगर नही होगी तो ये 11000 लड़के जो 5 साल से न्युक्ति का इंतजार कर रहे है इनका क्या होगा जबाब जरूर दे यूपी सरकार amarupp2013 uppolice2013 VipulHindustani anjanaomkashyap अंजना मेम आपकी कमिटमेंट गजब की लगती है anjanaomkashyap जो आपके और मेरे दिमाग में चल रहा है वही आम जनता के दिमाग में भी चल रहा है🤔
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

सियासी सफर का आखिरी पड़ाव है दिल्ली, न बुलाती है, न भुलाती हैसंस्कृत में कहा गया, ‘दिल्ली नरो वा जगदीश वरो वा पुश्तेशु मल्ली नगरीशु दिल्ली’। उर्दू अर्ज करती है, ‘इन दिनों गरचे दकन में है बड़ी कद्र-ए-सुख़न, कौन जाए ‘ज़ौक़’ पर दिल्ली की गलियां छोड़ कर’। नरेंद्र मोहन अपनी डायरी के पन्ने पर लिखते हैं, ‘दिल्ली में रहना, दिल्लगी नहीं है यारों।’ जिस चांदनी चौक में चांद की रोशनी न उतरे, उस गली की रौनक पूरी दुनिया में मशहूर है। न किसी को बुलाने वाले और न किसी को भुलाने वाले इस शहर को कल से लेकर आज तक में देखना वक्त के साथ रुमानियत है। इस साल के आखिरी अंक में विपिन जैन उस दिल्ली को सलाम कर रहे हैं जिसकी बादशाहत पाना हर सियासी सफर का आखिरी पड़ाव होता है।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

एक तरफ आधी से ज्यादा दुनिया भयानक ठंड के प्रकोप में, वहीं इस देश में भयानक गर्मी से पिघलने लगी है सड़कें और टायरएक ओर जहां आधी दुनिया भयानक ठंड का प्रकोप झेल रही है तो वहीं एक ऐसा देश भी है, जहां गर्मी की वजह से सड़कें पिघलने की नौबत आ गई है। हम बात कर रहे हैं ऑस्ट्रेलिया की। ये देश भीषण गर्मी की चपेट में आ गया है और तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। हालात ऐसे हैं कि सड़कों का डामर तक पिघलने लगा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तेज रफ्तार से चलने वाली गाड़ियों के टायर भी फटकर डामर में चिपक रहे हैं। सबसे दयनीय स्थिति जानवरों की है। गर्मी ने हजारों की तादाद में जानवरों की जान ले ली है।
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

मोदी सरकार की नौ फीसदी सस्ते दर पर रफाल खरीदने की बात असल में झांसा है2007 में 126 विमानों को भारत के हिसाब से तैयार करने के लिए अलग से 1.4 बिलियन यूरो देने थे. 2016 में 36 विमानों को तैयार करने लिए 1.3 बिलियन यूरो दिए जाने का फ़ैसला होता है. आप गणित में फेल भी होंगे तब भी इस अंतर को समझ सकते हैं कि खेल कहां हुआ है. लिखते रहिये जनता अब जान चुकी है कि राफेल विमान सौदा का बवंडर कांग्रेसी झूठ का तमाशा है ये सब चुनावी पासा है चीन पाकिस्तान परस्त नेताओं जरा हम जनता को बतलाओ मिग21उड़ता जिंदा ताबूत सैकड़ों पायलट मरे विमान क्रैश में सेना को फायटर प्लेन चाहिए पर आप नहीं चाहते क्यू? narendramodi हा जी वो हम देख लेगे तुम चन्दा लेने पर ध्यान केंद्रित करो देशवासी आजादी की जंग लड़े थे गोरों से अब लड़ेंगे गोरों के मुखबिरों की औलादें और राफेल चोरों से ।
स्रोत: द वायर हिंदी - 🏆 3. / 63 और पढो »

कुंभ में अखिलेश यादव की 'गंगा की सौगंध' शुरू कर सकती है आरक्षण पर नई बहसप्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में नेता भी डुबकी लगाने में पीछे नही हैं.  यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कुंभ पर संगम में डुबकी लगाई. इसके बाद अखिलेश ने संगम स्थित बड़े हनुमानजी के दर्शन किए और फिर राष्ट्रीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी जी महाराज के कुंभ स्थित आश्रम में गए.
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

दवाओं की आनलाइन बिक्री पर रोक हटाने से उच्च न्यायालय का इनकार- Amarujalaदवाओं की आनलाइन बिक्री पर रोक हटाने से उच्च न्यायालय का इनकार OnlineMarketing Onlinedrugs HighCourt
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

जाती सर्दी में बागबानीसर्दी में फूलों की सजावट घर की खूबसूरती को चार चांद लगा देती है। इस मौसम में प्राय: सभी फूलदार पौधों वाले दो-चार गमले खरीद कर अपनी बालकनी में रखना पसंद करते हैं। जिन लोगों के पास जगह अधिक है, वे अधिक फूल उगाते या गमलों में लगाते हैं। इस मौसम में फूलों की विविधता भी खूब होती है। मगर सर्दी के इस मौसम में पौधों की देखभाल ठीक से न हो, तो फूल जल्दी सूखने और अपना सौंदर्य खोने लगते हैं। इसी तरह गरमी के लिए भी इसी मौसम में तैयारी करनी होती है। इस मौसम में बागवानी के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और अगले मौसम के लिए कैसी तैयारी की जरूरत है, बता रहे हैं रवि डे।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

इफको ने लहराया परचम, फर्टिलाइजर और एग्रो कंपनियों में नंबर-1इफको कई प्रकार से खेती-किसानी में मदद करता आया है. 36 हजार कोऑपरेटिव सोसाइटी के माध्यम से देश के तकरीबन 4 करोड़ किसान सीधे तौर पर इससे लाभान्वित हो रहे हैं. Only because Modi
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »