सिंगापुर में किशोर रच रहा था मस्जिद पर हमले की साजिश , पुलिस ने किया गिरफ्तार Singapore MosqueAttack
भारतीय मूल के एक 16 साल के क्रिश्चियन किशोर को दो मस्जिदों में मुस्लिमों पर हमले की साजिश रचने के आरोप में सिंगापुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस लड़के को इंटरनल सिक्योरिटी एक्ट (आइएसए) के तहत गिरफ्तार किया गया है।
इसकी साजिश मार्च में न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में दो मस्जिदों पर हमले की बरसी पर वारदात करने की थी। सिंगापुर में आतंकी गतिविधियों में लिप्त होने पर पहली बार इतनी कम उम्र के किशोर पर आइएसए के तहत कार्रवाई की जा रही है। मीडिया को किशोर की पहचान उजागर नहीं की गई है। यह जानकारी आंतरिक सुरक्षा विभाग ने दी।
न्यूजीलैंड में मस्जिदों में हुए हमले से लेकर बनाई प्रेरणाविभाग के अनुसार पूछताछ में जानकारी मिली कि उसने हमले की योजना न्यूजीलैंड में क्राइस्टचर्च स्थिति दो मस्जिदों में हुए हमले से प्रेरणा लेकर बनाई थी। इस हमले में 51 लोग मारे गए थे। आगामी 15 मार्च को इस घटना की बरसी पर ही वह हमले की योजना को अंजाम देने वाला था।
यह किशोर आत्मप्रेरित होकर ही कट्टरपंथी बन गया। उसके अंदर इस्लाम के प्रति हिंसा की भावना थी। वह मस्जिदों में हुए हमलों के लाइवस्ट्रीम वीडियो देखता था और श्वेत जाति की कथित श्रेष्ठता पर दंभ करने वाले हमलावर ब्रेनटन टार्रेंट के घोषणापत्र को पढ़ता था। साथ ही वह इराक के इस्लामिक स्टेट और सीरिया के वीडियो देखता था। विभाग के मुताबिक किशोर ने अश्याफा मस्जिद और युसूफ इशाक मस्जिद पर हमले की योजना बनाई थी जो उसके घर के करीब है। headtopics.com
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जयपुर में बेरोजगारों की महापंचायत, MP में Corona नहीं लग रहा भ्रष्टाचार का टीका? देखें दस्तक
जयपुर में बेरोजगार पिछले 3 दिनों से अनशन पर हैं. दावा है कि गहलोत सरकार अभी तक उनसे बातचीत का वक्त नहीं निकाल पाई है. वहीं मध्यप्रदेश में कल एक बड़ा सड़क हादसा हुआ. बस का ड्राइवर गलत रूट पर बस को ले गया. संतुलन खोने से बस नहर में गिर गई. ये हादसा कैसे हुआ, कौन इसके लिए जिम्मेदार है, इसकी जांच हो रही है. हादसे ने देश के सामने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है और वो ये कि सरकारी नौकरी का एग्जाम परीक्षार्थी के अपने शहर में क्यों नहीं होता? क्यों परीक्षा देने वाले नौजवानों को अपने ही देश में भटकना पड़ता है? वहीं मध्यप्रदेश में कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण को लेकर बड़ी लापरवाही सामने आई है. स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी गलती पकड़ते हुए ऐसे करीब एक लाख 37 हजार कर्मचारियों की सूची तैयार की है जिसमे एक ही मोबाइल नंबर कई सारे फ्रंटलाइन वर्कर्स और हेल्थ केयर वर्कर्स के आगे लिख दिए गए हैं. अब सरकार बोल रही है कि उसकी सतर्कता से गलती पकड़ी गई है जबकि विपक्ष इसमे घोटाले का आरोप लगा रहा है. देखें दस्तक, रोहित सरदाना के साथ.
और हमारे देश मे हत्यारे अपनी झंडा फहरा कर भी सुरक्षित रहते है चैनलों पर प्रेस कांफ्रेंस करते है लेकिन शासन प्रशासन को अपनी जान बचाने हेतु खाई मे कूदना पडता है ? कानून मे कमी है या शासन कमजोर? सिंगापुर से ढूंढ के लाओ, और भारत में हुए घटनाओं पर चुप।