और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच शिखर वार्ता से भारत के लिए इस क्षेत्र में कामयाबी हासिल करने का मार्ग प्रशस्त हो सकता है.
चीन के अखबार 'ग्लोबल टाइम्स' में प्रकाशित एक आलेख में कहा गया है कि भारत पिछले कुछ साल से अपने विनिर्माण क्षेत्र को मजबूत बनाने की चेष्टा कर रहा है, लेकिन लॉजिस्टिक्स की सुविधा, मानव शक्ति और अन्य पूरक बुनियादी ढांचे की क्षमता अपेक्षा के अनुरूप नहीं होने के कारण उसे कामयाबी नहीं मिल पाई है.आलेख के मुताबिक, 'दोनों देशों के बीच शिखर वार्ता से नई दिल्ली को इस हालात को बदलने का अवसर मिलेगा.
शी इस समय भारत के दौरे पर हैं. चेन्नई के महाबलीपुरम में शुक्रवार को दोनों नेताओं के बीच मुलाकात हुई. अखबार के आलेख में इस ओर इशारा किया गया है कि शी-मोदी की मुलाकात के दौरान शी उनको विनिर्माण के क्षेत्र में चीन की कामयाबी के गुर बताएंगे. जापान की ब्रोकरेज कंपनी नोमूरा के एक अध्ययन के नतीजों के अनुसार, अप्रैल 2018 से लेकर अगस्त 2019 के दौरान चीन से 56 कंपनियों का पलायन हुआ जिनमें से सिर्फ तीन भारत आई जबकि सबसे ज्यादा 26 कंपनियों ने वियतनाम में अपना कारोबार शुरू किया.
narendramodi देश की पहचान गीता- रामायण -राम के नाम पर हो हल्ला कर विरोध करना देश के अस्तित्व -संस्कृति - संस्कारों के प्रति विरोध है
narendramodi Boycott Chinese products
narendramodi भारतीय व्यक्ति दोस्ती करने में बातें करने में निपुण है लेकिन वो कोई काम नहीं कर सकता है ये उसकी मजबूरी है वो चाहता है कि कोई और काम करे और में आराम करता रहूं।सरकार यहाँ ऐसी है कि भीख मांगने का काम कर लो लेकिन आपने कोई काम किया तो सारे टैक्सथोप देगी।
narendramodi चीन का पूरा समान यही बिकेगा,देश मेक इन इंडिया के तहत ठेके पर जाएगा। जैसे कि एयरपोर्ट, रेलवे, ऑर्डिनेंस और बाकी बचा हुआ अडानी,अम्बानी और अभी 68वें नम्बर पर है ग्रोथ वो 100 के आसपास होगी।देश का गरीब, गरीब और अमीर और अमीर होगा।
narendramodi जबतक जिंगपिगं भारत में है किसी मोदी के गधे भक्त मे औकात नही 🤣🤣🤣 जो चीन के विरुद्ध ज़ुबान खोल सके
narendramodi अपना दुग्गल तो रजनीकांत बना हुआ है
narendramodi मुंह में राम बगल में छुरी ?
narendramodi असल बात यह है की चीन केवल अपने फायदे के लिए भारत की तरफ देख रहा है... ऐसा न होता तो हमारा ट्रेड - डेफिसिट वर्षो पहले सामान हो जाता, और फिर हमें अच्छी तरह याद है - 1962 में चीन का धोखा और 1965 में पकिस्तान का मक्काRi l दोनों को छोर अपने घर में ज़ियादा ध्यान देना पड़ेंगा l जय हिंद
narendramodi
narendramodi मेक इन इंडिया क्यों नहीं सफल होगा चाइना का विरोध करते थे बैंक ऑफ चाइना मुंबई में खुलवा दिया आप चाइना की कंपनियों को इंडिया के हर कोने में मैं लगवा देना और यहां की कंपनियों पर ताला लगवा देना yahi hai make in इंडिया Desh Mein Bank surakshit Nahin logon ka Paisa surakshit Nahin
narendramodi हा क्यों नहीं बस असेंबल करने के लिए सारा सामान चाइना से मगवाय😂
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