संयुक्त राष्ट्र में कई पश्चिमी देशों और मानवाधिकार संगठनों ने चीन से एक बार फिर कहा है कि वह अपने देश के उत्तर पश्चिम क्षेत्र के शिनजियांग प्रांत में मूल निवासी अल्पसंख्यकों की स्थिति का जायजा लेने की अनुमति दें। ताकि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार संगठन के प्रमुख इन इलाकों का निर्बाध दौरा कर सकें।
चीन के संयुक्त राष्ट्र में अपने समर्थन में ऐसी बैठकें टालने की कोशिश करने के लिए लॉबी करने के बावजूद विगत 12 मई को जर्मनी, ब्रिटेन और अमेरिका के नेतृत्व में कम से कम 18 देशों ने कुछ सिविल सोसाइटी के साथ मिलकर चीन पर दबाव बनाने के लिए बैठक की है। संयुक्त राष्ट्र की इस वर्चुअल बैठक में संयुक्त राष्ट्र में ब्रिटेन की राजदूत बारबरा वुडवर्ड ने कहा कि वह सब लोग यहां चीन से यह कहने के लिए आए हैं कि वह तत्काल और उचित तरीके से उनके कार्यालय और संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार उच्चायुक्त को उनके शिकायत वाले...
जब ये अल्पसंख्यक बहुसंख्यक हो जाते हैं तो दूसरे का जीना दूभर कर देते हैं..... UN को उसके बारे में भी सोचना चाहिए, बिना फिजूल में चौधरी बन रहे हैं
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