वॉकओवरः 6 माह में ऐसा क्या हुआ कि ममता पर बदल गया कांग्रेस का मन?

  • 📰 AajTak
  • ⏱ Reading Time:
  • 57 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 26%
  • Publisher: 63%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

ममता बनर्जी को बंगाल मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बने रहने के लिए उन्हें यहां से हर हाल में भवानीपुर सीट पर उपचुनाव जीतना होगा. ऐसे में मुख्यमंत्री व टीएम प्रमुख ममता बनर्जी के खिलाफ कांग्रेस ने भवानीपुर सीट पर उम्मीदवार नहीं उतारने के फैसला किया है. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर कांग्रेस क्यों ममता के खिलाफ प्रत्याशी नहीं उतार रही है.

ममता के खिलाफ कांग्रेस नहीं उतारेगी प्रत्याशीपश्चिम बंगाल की भवानीपुर विधानसभा सीट उपचुनाव का बिगुल बज गया है. ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बने रहने के लिए उन्हें यहां से हर हाल में चुनाव जीतना होगा.

बता दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान नंदीग्राम सीट पर ममता बनर्जी के खिलाफ कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन ने अपना उम्मीदवार उतारा था. गठबंधन के तहत इस सीट पर सीपीएम की मीनाक्षी मुखर्जी ने किस्मत आजमाई थी. कांग्रेस और लेफ्ट ने इस सीट पर पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ा था, जिसका नतीजा रहा कि ममता बीजेपी प्रत्याशी शुभेंदु अधिकारी के हाथों हार गईं.

कांग्रेस और टीएमसी के बीच इन दिनों दोस्ती बढ़ रही है. अभी हाल ही में ममता बनर्जी ने दिल्ली आकर सोनिया गांधी के साथ बैठक की थी. इन बैठक में उन्होंने स्पष्ट किया कि विपक्ष को एक साथ आने की जरूरत है और अगर बीजेपी को हराना है तो व्यक्तिगत मतभेदों को भुला देना चाहिए. ऐसे में अगर कांग्रेस उम्मीदवार उतारती तो 2024 के चुनाव में उन्हें टीएमसी का साथ मिलना मुश्किल है.

बीजेपी में जाने के बाद जितिन प्रसाद ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा था कि बंगाल चुनाव के दौरान टीएमसी के साथ पार्टी के भ्रमित रुख ने उसके मूल मतदाताओं को भी कन्फ्यूज कर दिया था. कांग्रेस ने बंगाल में इंडियन सेक्युलर फ्रंट के प्रमुख अब्बास सिद्दीकी के साथ भी चुनाव लड़ने को बड़ी गलती बताया था. ममता बनर्जी जिस तरह से बंगाल का चुनाव जीती हैं, उससे कांग्रेस अब उनके साथ कोई मनमुटाव नहीं रखना चाहती है.

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

Dallali deya hoga mamta dedi ne modi ne to inko bhikhari bna deya hai

मन कभी नहीं बदलता मगर राजनेता राजनीतिक मजबूरियों के चलते मन बदल लेते हैं जो कांग्रेस 290 सीट लड़ कर शून्य पर रही हो वह एक सीट में क्या उखाड़ लेगी

बहुत आसान जवाब है कांग्रेस वामपंथी दलों के उतरते ही ममता बनर्जी हार जाएगी क्योंकि इनका साझा वोटबैंक है मुस्लिम समुदाय के साथ कुछ मूर्ख हिन्दू अगर ममता बनर्जी अबकी बार हार गई तो पूरे देश मे विपक्ष की थू थू हो जाएगी जितनी मेहनत से फर्जी किसान आंदोलन के सहारे मेहनत की है वो सब जीरो

Jisko pahle jiro seete mili ho wo kya ladege

To tmhe kyu itni problem ho rhi h

Utar kar to dekh liya mila 00 ab aatam samarpan kar diya

उतार कर भी क्या उखाड़ लेते रिजल्ट तो निल बटा सन्नाटा ही आता

Big Breaking News.....

Netagiri mt choda kro godi media murdabad

राहुल गांधी और सोनिया गांधी को अपनी औकात पत्ता है।

कुछ अंतर नही पड़ेगा पिछले चुनाव में इनकी कितनी सीटें आई थी

Utarti bhi to kounsa jeet jati...

और कितने समझौते ... ? महात्मा गांधी, सरदार पटेल व डाॅ० आम्बेडकर आसमां से देख रहे होगें, अपनी अखील भारतीय कांग्रेस संगठन की वर्तमान ...

Abhi g phtege bjp ki

HinaAltaf78 सुना है BJP अन्जना ओम्ं कश्यप को उतार रही है,वैसे भी कहीं एकता हो Bjp के लिये दुखदायी है।

jis jis ne congress I ka hath dhama vo gaya... ab mamta di ki baari hein...🤣🤣

ander hi Setting ho gayi, isiliye mamta delhi ayi thi soniya se milne

I Appreciate congress

बगैर लड़े ही पीठ दिखा कर भाग रही है

थोड़ा और रुको कुछ वक्त बाद पूरे भारत मे कांग्रेस कंही भी प्रत्याशी उतारने लायक नहीं बचेगी 🤣😂

औकात पता हो गई अपनी। 😍

INCIndia already ZERO in WB

ये भी कोई विषय है सबको पता है मोदी विरोध में घुटनों के बल कंही भी अपनी देने को तैयार है कांग्रेस 🤣

2014 के मोदी जी के शासन में आने के बाद कांग्रेस को शर्मनाक और दयनीय स्थिति में लाने में BJP से ज्यादा UPA के सहयोगी दल जैसे TMC, NCP, DMK, JDS, RJD का हाथ ज्यादा है। और ममता,पवार जैसे नेता ने साबित भी कर दिया है।कांग्रेस के नेता पिछले 'माल' से ही सन्तुष्ट हैं,भविष्य की चिंता नही

जब कांग्रेस की सता सालों तक रही तब बाकी पार्टीयां मिल कर कांग्रेस के खिलाफ गठबंधन करती थी। आज वही बात भाजपा के साथ हो रही है तो विरोध क्यों? याद रखना कोई भी सता सदा के लिये नही बनी। जब लोग परेशान हो जाते है तो सता परिवर्तन करते है। यही सृष्टि का नियम है।

ओह वहा कांग्रेस के पास केंडिडेट हैं

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 5. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

युवा अपनी रुचि के अनुसार क्यूरेटर के रूप में कर सकते हैं इन क्षेत्रों में एक्सप्लोर...Curator Jobs In India क्यूरेटर हमारी संस्कृति और सभ्यता से जुड़े धरोहरों की देखभाल में महत्वपूर्ण योगदान करते है। धरोहरों के रखरखाव और कला-संस्कृति में रुचि रखने वाले युवा आवश्यक स्किल हासिल करके इसमें अपने करियर को भी आगे बढ़ा सकते हैं।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

भवानीपुर उपचुनाव: ममता के खिलाफ प्रियंका टिबरेवाल पर दांव लगा सकती है भाजपा, आज एलान संभवभवानीपुर उपचुनाव: ममता के खिलाफ प्रियंका टिबरेवाल पर दांव लगा सकती है भाजपा, आज एलान संभव Bhabanipur WestBengal MamataBanerjee MamataOfficial BJP4India
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

सर्बिया के नोवाक जोकोविच क्वार्टर फाइनल में, ICC रैंकिंग में टॉप पर आया भारत। Sports Newsहेड कोच रवि शास्त्री कोरोना पॉजिटिव है और isolate हैं। रवि शास्त्री , कप्तान विराट कोहली और भारतीय टीम पिछले हफ्ते लंदन के होटल में एक समारोह में शामिल हुई थ...
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

रिवर्स स्विंग के कमाल से जसप्रीत बुमराह पहुंचे गेंदबाजों की टेस्ट रैंकिंग में 9वें स्थान परभारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट में अपने मैच जीतने वाले स्पैल के बाद एक पायदान के फायदे से गेंदबाजों की आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नौंवे स्थान पर पहुंच गये।
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »

राजस्थान BJP में खींचतान, कैलाश मेघवाल ने गुलाबचंद कटारिया पर लगाया पैसों के लेनदेन का आरोपराजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी बीजेपी विधायक कैलाश मेघवाल ने विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के खिलाफ लेटर बम फोड़ा है.
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

अफगान संकट पर वार्ता के लिए शीर्ष रूसी व अमेरिकी अधिकारी भारत मेंराष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल और उनके रूसी समकक्ष जनरल निकोलाय पेत्रुशेव ने अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता पर कब्जा करने के बाद भारत, रूस और मध्य एशियाई क्षेत्र पर पड़ने वाले संभावित सुरक्षा प्रभावों के संबंध में बुधवार को विस्तृत बातचीत की।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »