वकालत के पेशे में 'मोस्ट वांटेड' माने जाने वाले राम जेठमलानी सियासत में भी उतने ही रमे हुए थे. वह विभिन्न दलों से राज्यसभा सदस्य तो रहे ही, अटल बिहारी वाजपेयी की एनडीए सरकार में कानून मंत्री भी रहे. कांग्रेस के विरोध के चलते वह बीजेपी के करीब आए थे लेकिन कानून मंत्री बनने के बाद बीजेपी से उनकी तल्खी बढ़ती चली गई और उन्हें पद छोड़ना पड़ा. कई ऐसे मौके आए जब वह भारतीय जनता पार्टी के लिए सिर दर्द बन गए.
जमाने की राह से जुदा रास्ता अपनाने वाले राम जेठमलानी की राजनीतिक यात्रा दिलचस्प रही. बयानों और गतिविधियों के चलते जब राम जेठमलानी को भारतीय जनता पार्टी से 6 सालों के लिए बाहर कर दिया गया तो वह लालू यादव की पार्टी आरजेडी से राज्यसभा में पहुंच गए. इतिहास के पन्ने बताते हैं कि आपातकाल के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के खिलाफ जमकर बोलने की वजह से उन्हें कनाडा जाना पड़ा. कनाडा में रहते हुए ही उन्होंने 1977 का लोकसभा चुनाव बॉम्बे उत्तर-पश्चिम सीट से लड़ा और जीत भी हासिल की.राम जेठमलानी ने 1980 में भी इस सीट से जीत प्राप्त की. हालांकि अगली बार 1985 में वह कांग्रेस के सुनील दत्त से चुनाव हार गए थे. लेकिन 1988 में उन्हें राज्यसभा का सदस्य चुना गया. 1996 और 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमंडल में वह कानून मंत्री बने.
कहा जाता है कि वह जूडिशियरी में कई सुधार करना चाहते थे, लेकिन उस पर आम सहमति नहीं बन पा रही थी. अपने अकाट्य तर्कों से वह अपनी बात मनवाने की कोशिश करते थे, ऐसे में तत्कालीन सॉलिसिटर जनरल सोली सोराबजी से उनके मतभेद बढ़ते गए. हालात इतने बिगड़ गए कि उनके सुर सरकार के खिलाफ चले गए. प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें मंत्रिपद से बर्खास्त कर दिया. इसके बाद अरुण जेटली को कानून मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई थी.
राम जेठमलानी अटल बिहारी वाजपेयी के खिलाफ़ लखनऊ से चुनाव भी लड़े थे. राष्ट्रपति के चुनाव में भी उन्होंने अपनी उम्मीदवारी का ऐलान किया था. उन पर हमेशा से ही अवसरवादी होने के आरोप भी लगते रहे. लेकिन उन्होंने इसकी परवाह नहीं की और जब चाहा जिस पार्टी में आते रहे और जाते रहे.
Intoleranc
Subrahmanyam Swami is the version of Jethmalani
एक विवादास्पद व्यक्ति जो अपनी बात मनाने के लिए कुछ भी करता था।स्वार्थी राजनेता
ramanroy30 आतंकवादी कसाब और चारा चोर का केस भी इन्होंने ही लड़ा था ये उप्लाभ्धियां नहीं बताएँगे दुनियां को।
Oh yeah yh to gjab hai
आपातकाल का विरोध करने वाले ओर इंदिरा गाँधी के खिलाफ लड़ाई लड़ने वालों मे सबसे आगे यह 2 लोग ही थे, पहले सुब्रहमणयम स्वामी जी ओर दूसरे राम जेठमलानी जी इंदिरा गांधी ने सबसे ज्यादा इनाम सुब्रहमणयम स्वामी जी के ऊपर रखा था, पकड़ने का.... Swamy39 jagdishshetty Ish_Bhandari
Where is so called Ravish kumar of N.D.T.F.
RIP
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