दलित समुदाय से आने वाली पूर्व राजनयिक ने जयराम रमेश की पुस्तक के विमोचन के अवसर पर कहा कि कई लोगों ने जातीय भेदभाव के कारण उनके पिता बाबू जगजीवन राम को हिंदू धर्म छोड़ देने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा, लेकिन मेरे पिता ने कहा कि वह हिंदू धर्म को नहीं छोड़ेंगे और अपनी मौजूदा हैसियत से इस व्यवस्था से लड़ाई लड़ेंगे। हिंदू हैं। एक जो मंदिरों में प्रवेश कर सकते हैं और दूसरे जिन्हें प्रवेश की अनुमति नहीं हैं।दलित समुदाय से आने वाली पूर्व राजनयिक ने जयराम रमेश की पुस्तक के विमोचन के अवसर पर कहा कि कई...
ऐसे तुक्ष मानसिकता के नेता केवल भारत में ही मिलेंगे।जो खाते रहते है तब तक ठीक है अब इन्होंने जातिवाद का जहर घोल रहे है।।।।ऐसे नेता पैदा होते ही ?
Jo mandir nahi jaatey par unkey ghar par mandir hota hai.
70 saal m Nhi dikhaa tha kya
ऐसा कानून लाना चाहिए था की मंदिर में किसी का प्रवेश ना रोका जा सके हर हिंदू को पूजा करने का अधिकार है किसी जाति विशेष को नहीं
अब तो सभी प्रवेश करते हैं क्या आपको नहीं प्रवेश करने देते क्या
70 साल तुम्हारी पार्टी की सरकारें रही.बस कुछ लोगों ने दलित होने को सिर्फ सत्ता सुख के लिये bhunaya लेकिन दलितों हेतु कुछ किया भी?आज सत्ता से बाहर हो तो ज्ञान दे रहे हो?
आपकी जैसी मानसिकता को कांग्रेस क्यों राष्ट्रपति बनाना चाहती थी इसका परिचय आपके द्वारा स्वयं स्पष्ट कर दिया गया! सभी हिन्दू भाई हैं सभी भारतीय भाई.. मनमुटाव होना स्वभाव ग्रस्त होना प्राकृतिक हैं इसी कारण शक्ल चिन्ह भिन्न हैं.. इस पर राजनीति करना, सद्भावना कलंकित करना हैं...
इस तरह की ओछी मानसिकता वाले पूर्व स्पीकर मीरा कुमार को किस मंदिर में प्रवेश करने से रोका गया या फिर कोई ऐसा मंदिर बताएं जहां आज किसी हिंदू को मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया जाता है। हो सकता है जानकारी के अभाव में मुझे न ज्ञात हो कृपया, मुझे भी जानकारी उपलब्ध कराएं धन्यवाद।
इस देश में दो प्रकार के दलित हैं. एक जो आर्थिक रूप से सक्शम हैं और फ़िर भी आरक्षण का लाभ लेता हैं. दूसरा गरीब और उसे कोइ आरक्षण नहीं
To aap ne speaker rahate hue kuch kaam kyo nahi kiya ishke liye
And others go to church UN as they are converted Hindus.
कोई चुनाव आ रहा है क्या?
इनकी मानसिकता का कोई इलाज नहीं है...?
Thank God ye nahi kahaa, Ek Gobar, GauMutra ka sewan karte hae , Ek nahi... 🤭🤭🤭
बड़े-बड़े नेता ही ओछी राजनीति के कारण भेदभाव वाले बयान देते हैं, किस सरकारी, निजी आफिस , कंपनी, संस्थान में जाति आधारित छुआ-छूत होती है। इक्का दुक्का किसी गाँव के छोटे-मोटे मंदिर में हो सकता है, पर किस जाने-माने मंदिर में आपकी जाति पूछकर प्रवेश मिलता है।
हाँ, जो आपके अनुसार मंदिर नही जा सकते लेकिन नौकरी वो मंदिर जा सकने वालो से पहले प्राप्त कर जाते है, नौकरी मे आरक्षण के मजे, लोकसभा अध्यक्ष का पद प्राप्त करके देश को गालिया दे सकते है।
आप कौन से हिन्दू हो।
एक बार मुसलामानों के बारे में भी बोल दो, जिनकी मस्जिदें ही अलग होती है
Aise log speekar pad par te to desh ka kya hua hoga amuman laga sakte hai
True...
जिनका घोर वेईज्जती हो रहा...जलालत हो रहा...उनको सम्मान का रास्ता खोजना ही पड़ेगा
She is basically including M’s and C’s in Hindus. And the same is said by ruling party as well, so what is new in this
Desh me do tarah ke hindu. Ek sarkari naukari me fail hokar bhi jaate hain, Doosre paas hokar bhi nahi.
इनको किसी ने रोक मन्दिर जाने से या फिर काँग्रेस के नेताओ में होड़ लगी है हिन्दू धर्म को बदनाम करने की
Sahi kaha hi mira Kumar
चाची ने अपनी पुरानी लाइन पकड़ ली है पर अब इसका समय गया।
आप किसमे?
ये कोंग्रेस्सी फ़ौज है । हिंदुओ को बाटना इनका काम है । दुःख ये है इतना होने के बाद भी पढ़े लिखे हिंदू इनको वोट देते है
मिथ्या आरोप है अब मंदिर के पुजारी ही अछूत हैं
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