लॉकडाउन: यूपी में किसान समय पर ही काट पाएंगे अपनी फसल, हार्वेस्टर को लेनी होगी प्रशासन से मंजूरी

  • 📰 NDTV India
  • ⏱ Reading Time:
  • 79 sec. here
  • 3 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 35%
  • Publisher: 63%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

लॉकडाउन: यूपी में किसान समय पर ही काट पाएंगे अपनी फसल, हार्वेस्टर को लेनी होगी प्रशासन से मंजूरी lockdown CoronaUpdate

लखनऊ: कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच उत्तर प्रदेश की सीएम योगी सरकार ने फैसला किया है कि किसानों को समय पर भी अपनी फसल काटने दिया जाएगा. रबी की फसल की कटाई पर गृह एवं सूचना एडिशनल चीफ सेक्रेट्री अवनीश के अवस्थी ने जानकारी दी. अवनीश के अवस्थी ने बताया, 'अप्रैल के प्रथम सप्ताह से गेहूं की फसल की कटाई शुरू होगी. शासन द्वारा दूसरे सप्ताह से गेहूं खरीद की कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाएगी. हार्वेस्टर को मूवमेंट की इजाजत होगी, इसकी अनुमति जिलाधिकारी के स्तर से दी जाएगी.

संबंधितस्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में रविवार को कोविड-19 संक्रमण के 11 नये मामले सामने आये हैं. इनमें नोएडा और मेरठ में चार-चार, गाजियाबाद में दो और एक बरेली का है. इस तरह संक्रमितों की संख्या बढ़कर 72 हो गयी है. नोएडा में अब तक 31 मामले सामने आये हैं. इसके अलावा आगरा में 10, लखनऊ में आठ, गाजियाबाद में सात, मेरठ में पांच, वाराणसी और पीलीभीत में दो-दो तथा लखीमपुर खीरी, मुरादाबाद, कानपुर, जौनपुर, शामली, बागपत तथा बरेली में एक-एक मामला सामने आया है.

अप्रैल के प्रथम सप्ताह से गेहूं की फसल की कटाई आरम्भ होगी. शासन द्वारा द्वितीय सप्ताह से गेहूं खरीद की कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाएगी. हार्वेस्टर को मूवमेंट की इजाजत होगी, इसकी अनुमति जिलाधिकारी के स्तर से दी जाएगी: ACS, गृह व सूचना, श्री @AwasthiAwanishK जी — Government of UP March 29, 2020इस बीच, स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कहीं भी कोविड—19 के ''सामुदायिक प्रसार'' का मामला सामने नहीं आया है. जहां—जहां भी पॉजिटिव मामले आ रहे हैं, उनके सम्पर्कों को क्वारंटाइन किया जा रहा है. मेरठ में पांच प्रकरण सामने आये, वहां से तीन किलोमीटर के दायरे में कंटेनमेंट का काम किया जा रहा है. वहां से 50 लोगों को चुना गया, जो उनके बेहद करीबी थे या किसी में लक्षण दिखाये पड़े.

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद और नोएडा के अधिक मामले सामने आने पर एक वरिष्ठ अधिकारी को हालात का जायजा लेने और मुस्तैदी से काम करने के लिये भेजने को कहा था,ऐसे में हमने वरिष्ठ सहयोगी ए.पी. चतुर्वेदी को एक महीने के लिये तैनात किया है. दोनों ही जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक उन्हें रिपोर्ट देंगे.

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

Olavristi se kharab hui fasalo ka kya hoga

विदेश से बापिस लाये चन्द अमीर पासपोर्ट बाले पूरे देश की अर्थव्यवस्था को चाट गए।

पशुओं का चारा महंगा होगा.!

Gehun b Bahar deshonse beek mangna padega

JB fasal hogi tabi katege Olavarsti m sab gaya

किसान समय से फ़सल काटेगा तभी समय से हमें भी अनाज मिल पाएगा।

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 6. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

LIVE: केंद्र का राज्यों को सख्त निर्देश- लॉकडाउन तोड़ने वालों को 14 दिन क्वारंटाइन में भेजेंदेश में अब तक करोना वायरस के 918 केस सामने आए हैं. इस वायरस से 19 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 79 लोगों का सफल इलाज हुआ है. सबसे ज्यादा मामले केरल और महाराष्ट्र से सामने आ रहे हैं. दोनों राज्यों में कोरोना मरीजों की संख्या 150 के पार हो गई है. PMOIndia PIBHomeAffairs सही फैसला है अगर ऐसा नहीं करोगे तो आधा भारत कोरोना आतकवाद के चपेट में आ जाएगा PMOIndia PIBHomeAffairs बहनो व मित्रो,इस बार के *नवरात्रों* में कोरोना के चलते आप लोग कन्याये नहीं जिमा पाओगे 11₹/कन्या 11कन्याओ= 121/-रु प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा करवायें । यदि सिर्फ 2 करोड़* लोग हीं यदि ऐसा करते हैं तो 121× 2,00,00,000= 242 करोड़ मदद की जा सकेगी *नमो नारायण* PMOIndia PIBHomeAffairs विदेश से जो इतने लोगो को भारत लाए है कोरोना लेके भारत आए हैं,सबसे बड़े जिम्मेदार वहीं हैं,कम से कम जो भारत के गरीब है उनका तो पहले। ख्याल करना चाहिए
स्रोत: Zee News - 🏆 7. / 63 और पढो »

कोरोना: लॉकडाउन में नहीं आएगी जरूरी वस्तुओं में कमी, गृह मंत्रालय ने परिवहन को दी अनुमतिकोरोना: लॉकडाउन में नहीं आएगी जरूरी वस्तुओं में कमी, गृह मंत्रालय ने परिवहन को दी अनुमति CoronaLockdown CoronavirusOutbreak Hamare yha rashan ko problem h, lalkuan Ghaziabad Uttar Pradesh,9818113249 Right step. But where is home minister himself ?!!
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

लॉकडाउन में एशिया के सबसे बड़े प्याज बाजार को नहीं मिल रहे मजदूरkamleshsutar Baazar ko majdoor nahi mil raha Majdoor ko bus nahi mil rahi Kismat sabki leti hai kamleshsutar kamleshsutar
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

लॉकडाउन में SBI ने बचत पर चलाई कैंची, ग्राहकों को लगा बड़ा झटका - Business AajTakलॉकडाउन के बीच देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने होम या कार लोन की ब्याज दर कम कर दी है. लेकिन आपकी बचत पर भी कैंची चलाई है. जी हां, धूर्त वामपंथी जानते हैं, Lockdown ख़बर नहीं हो सकती, पर Lockdown में बाहर निकली मजबूर जनता ख़बर है, इस में ग़रीबी मिलाओ तो बढ़िया ख़बर है, गरीब जनता के घर वापिस जाने में भूख और बीमारी का तड़का हो तो बहुत ही बढ़िया ख़बर है।ABPNews NDTV ZeeNewsHindi indiatvnews ANI smritiirani जी कोई ट्वीट करिए इसपे Ye tu corona se phale hi gdp gir rahi he bas corona aa ke bjp ko sahara mil gaya
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

लॉकडाउन: तेज रफतार टेंपो ने चार लोगों को कुचला, गुजरात से पैदल जा रहे थे मुंबईमहाराष्ट्र के पालघर जिले के वसई तालुका इलाके में एक तेज रफतार टेंपो ने चार लोगों को बुरी तरह से कुचल दिया। मुंबई से गुजरात ज़ा रहे थे। 🙄
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

लॉकडाउन के चलते आज भी पलायन जारी, लोगों को रोकने पहुंचे मनीष सिसोदियालॉकडाउन का आज चौथा दिन है और तमाम प्रयासों के बाद आज भी मजदूरों का पलायन जारी है। यहां पढ़ें आज दिल्ली-एनसीआर का दिनभर msisodia ArvindKejriwal दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने गरीबो को बसों में भरकर उत्तर प्रदेस के बॉर्डर पर लाकर मरने के लिए छोड़ दिया था सायद यह सोचकर कि उनकी सुध लेने वाला कोई नही लेकिन महंत जी ने सबका रहने खाने का इंतजाम किया बगैर कोई भेदभाव या राज्य देखे...!!! संकटमोचक_योगी msisodia ArvindKejriwal ये सिर्फ दिखावा करने गए है। केजरी वाल भी दो दिन पहले बड़ी बड़ी घोषणाएं कर रहा था।और स्थिति क्या है कि उत्तरप्रदेश और बिहार के लोगो को दिल्ली से भगाया जा रहा है। msisodia ArvindKejriwal एक विचार मन मे आया है गरीब , बेघर मजदूर जो दिल्ली में फंसे हैं उनको फिलहाल JNU,AMU और जामिया के हास्टल में ठहरा दिया जाए, जिससे भोजन का प्रबंध भी हो जाएगा हमारे टैक्स के पैसों से 10 rs वाले हास्टल कमरे को कभी तो काम आना चाहिए 🤔 क्या कहते हो मित्रों
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »