शाह फैसल के प्रशासनिक सेवा में लौटने की चर्चा है. शाह फैसल को ये उम्मीद तो है कि जम्मू-कश्मीर में एक दिन फिर से सब कुछ पहले जैसा होने लगेगा लेकिन ऐसा कब होगा, किसी को नहीं मालूम. अपनी छोटी सी राजनीतिक पारी को शाह फैसल फेल तो नहीं मानते, लेकिन ये जरूर मानते हैं कि Article 370 हटाये जाने के बाद बदली परिस्थितियों की जो हकीकत है उसमें अगर कोई पॉलिटिकली करेक्ट नहीं है, तो उसके लिए कुछ भी करने की गुंजाइश जरा भी नहीं है.
शाह फैसल ने राजनीति की शुरुआत तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तरह की थी, लेकिन ऐसे में जब उनके प्रशासनिक सेवा में लौटने की चर्चा है - शाह फैसल की तुलना बिहार के मौजूदा डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे से होने लगी है. केजरीवाल, शाह फैसल और गुप्तेश्वर पांडे में प्रशासनिक बैकग्राउंड तुलना के लिए कॉमन फैक्टर हो रहा है, हालांकि, शाह फैसल ने उससे पहले मेडिकल की पढ़ाई की थी और गुप्तेश्वर पांडेय ने संस्कृत की.
अपनी राजनीतिक पार्टी के लांच के मौके पर बेटे के साथ शाह फैसल. साथ में, जेएनयू की पूर्व छात्रनेता शेहला रशीद भी हैं. शाह फैसल अब क्या सोचते हैं शाह फैसल को लेकर अब केंद्र सरकार की तरफ से सरप्राइज के कयास लगाये जाने लगे हैं - मीडिया रिपोर्ट में शाह फैसल की भूमिका मनोज सिन्हा के सहयोगी और सलाहकार के तौर पर देखा जा रहा है. हालांकि, उमर अब्दुल्ला के नजरिये से देखें तो ये भी जरूरी नहीं कि वाकई वैसा ही सरप्राइज मिलने जा रहा हो.
शाह फैसल ने 2019 के आम चुनाव से पहले जम्मू-कश्मीर पीपल्स मूवमेंट राजनीतिक पार्टी बनायी थी, लेकिन अब वो इसके अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके हैं. शुरुआती दौर में शाह फैसल के साथ जेएनयू की छात्रनेता रहीं शेहला रशीद भी मजबूत सहयोगी के तौर पर जुड़ी थीं. पहले तो शाह फैसल ने लोक सभा चुनावों में दिलचस्पी दिखायी थी, लेकिन वक्त कम होने की वजह से इरादा बदल दिया और विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गये - लेकिन चुनाव बाद जब 5 अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर में धारा 370 खत्म कर दी गयी तो सब कुछ ठप हो गया.
बीबीसी के साथ एक इंटरव्यू में शाह फैसल कहते हैं, 'मैं बहुत विनम्रता के साथ राजनीति छोड़ रहा हूं - और लोगों को बता रहा हूं कि मैं झूठी उम्मीदें नहीं दिला सकता कि मैं आपके लिए ये करूंगा, वो करूंगा, जबकि मुझे पता है कि मेरे पास ऐसा कर पाने की ताकत नहीं है.'
बात भरोसे का नहीं
Ummed kaheka WO sare Muslim pakistani he in mc ko jana porega Pakistan ya bar me .. Ye pandito ki zameen he katuwa ki nhi
तैमूर की टट्टी का क्या हुवा सुना है उसका दूसरा भाई लादेन भी आ रहा है जिसकी तुम्हे टट्टी चटनी है।
🤣🤣🤣🤣🤣 Ab bjp kuch bhi kar le desh mai kisi bhi rajay ka chunaw nahi jite gi.. Sarkari nukari nahi to bjp bhi nahi.
Jo gadi atki hai usme v IED lga k udane ka kaam krega ye 😂😂
😂😂😂😂😂😂 This terrorist should concentrate at his own political party.
I am so proud of you as you have depicted this brilliant genius in an honest manner - shame on Kashmiri newspapers
आजतक के अनुसार भारत सरकार शाह फैसल पर निर्भर है। इस चैनल ने तो इसे पहले भी बहुत बड़ा सूरमा बताया था जब इसने राजनीति में प्रवेश किया था। आजकल आजतक इन जैसे नमूने पर ही निर्भर है।
hahahahahah there is only 1 modi 😂😂😂
kitne paise mile salo jo isko promote kar rahe.. sharam karlo thodi
Pok me duty lgao iska
Ye ghatia report hai.
Bhag BSDK 😂😂
Bilkul nahi... Usko koi v kaam nahi dena chahiye. Warna ye pakistani agent ban k desh ko barbad karega. Shah Faisal ko bjp ki taraf se koi pad nahi milna chahiye. Ye pakistan premi hai. Ye saap hote hai, kitna v doodh pilao, aapko v katenge. PMOIndia AmitShah
Big Trust issue with him !
Ghante ki ummed ....bsdka pakistan ka raag alapta tha ab promote krne me laga hai.... Paosa kya kya nahi karwa sakta 😭
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »
स्रोत: द वायर हिंदी - 🏆 3. / 63 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »