Copyright: Images By Tang Ming Tungऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन के उत्पादन के लिए एस्ट्राजेनेका नाम की दवा कंपनी ने एसआईआई से क़रार किया हुआ है. सीरम इंस्टीच्यूट ने बुधवार को कहा कि ChAdOx1 एनकोव-19 वैक्सीन कैंडिडेट दिसंबर तक तैयार हो सकता है.सीरम इंस्टीच्यूट भारत में इस वैक्सीन का लेट-स्टेज ट्रायल कर रहा है. एनडीटीवी के साथ एक इंटरव्यू में संस्था के सीईओ अदार पूनावाला ने आगे कहा कि 10 करोड़ डोज़ की पहले बैच 2021 की दूसरी या तीसरी तिमाही तक मुहैया हो जानी चाहिए.
पूनावाला ने कहा, “दिसंबर तक हमारे ट्रायल ख़त्म हो जाने चाहिए और फिर हम शायद भारत में जनवरी तक इसे लॉन्च कर दें.” हालांकि उन्होंने कहा कि ये बहुत हद तक ब्रिटेन के क्लीनिकल ट्रायल के डेटा पर निर्भर करेगा, जो पूरा होने ही वाला है. वहीं समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, भारत के स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कोरोना के मामले में अगले तीन महीने तक सतर्क रहने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया है. उन्होंने ऐसा त्योहारों के मौसम के चलते बढ़े कोविड के ख़तरे को देखते हुए कहा.
उन्होंने एक ट्वीट के ज़रिए ये भी बताया कि क्लीनिकल ट्रायल के एडवांस फेज़ में चल रहे दुनियाभर के नौ वैक्सीन कैंडिडेट में से तीन भारत के हैं और भारत सरकार ने उन लोगों की सूची तैयार कर ली है जिन्हें वैक्सीन आने पर सबसे पहले दी जा सकती है.Article share tools
isupportfrance
राजनीतिक में बहुत कुछ होता है फ्रांस ने यह हमला खुद करवा है लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचने के लिए नारंगी संतरा जैसे हमारे यहां पुलवामा हमला हुआ तब नारंगी संतरे बिल्कुल सब चुप थे. हमारे देश में आए दिन दलितों और खासकर मुसलमानों को राम के नाम पर कत्लेआम होता है यह भी आतंकवाद है.
फ्रांस में कट्टरपंथी इस्लामिक लोगों द्वारा आम शांतिपूर्ण नागरिकों की हत्या की घोर निंदा की जानी चाहिए यह बड़ी दुख की बात है विश्व के हर देश को इसके लिए एकजुट होना पड़ेगा क्योंकि इस्लामिक कट्टरपंथी हर देश में उपद्रव करने पर तुले हुए हैं उन्हें नियंत्रित करना आवश्यक है फ्
देखा फ्रांस को बीबीसी हिंदी से सीखने की जरूरत है। ये सिर्फ एक हमला था या वो तो बेचारा फल काटने की प्रैक्टिस कर रहा था FranchPeople ने जान बूझ कर अपनी गर्दन चाकू के सामने रखी, ताकि उसे और उसके धर्म को बदनाम किया जा सके। चाकूधारी को UN से शांतिपुरस्कार मिलना पक्का
अब आतंकवाद का धर्म पता चला क्या?
It's a same refugees who were supported by France government in past!
तुर्की ने कुर्दिशो ईरान ने सुन्नियों सऊदी अरब ने यमनियो पाक ने बलूच अहमिदी शिया isis तालिबान जेहादीयो द्वारा एक फ़िरक़े दूसरे फ़िरक़े का नरसंहार करे तो जायज है अपने पाप कुकर्म छुपाने जाहिलों गैंग द्वारा गैरमुस्लिम देश पर आधारहीन दोष मढ़ते है और भक्षक खुद को धर्म रक्षक समझते है
Terror has no religion
Ya muslim nahi kisi sajis k mohra ho sakta ha france gov.ko tah ma jaanaa chaahia iraq syria ma bhi ya hi game kiya gaya thay islam ko badnam karna k liya
Nafrat ko badhawa do ge to Pahle apna hi ghar ko nuksan hota ha isliye nafrat Wala bat band kreee esssi me santii ha
इस्लामिक आतंकवादी हमला
अबे सांप को पालोगे तो वह डसेगा ना इससे पहले बहुत देर हो जाये उस फन को कुचल डालो।
इन आतंकवादियों और देशद्रोहियों को फ्रांस से लात मारकर बाहर कर देना चाहिए
Remember आतंकवाद की कोई धर्म नहीं होता लेकिन आतंक सब एक जैसा ही रहता है. सब कोई एक विशेष प्रकार के psychology से ग्रस्त रहता है. Strike root of terrorism along with individual.
Sahanubhuti lene ke liye Christian aapas me ek dusre ko maar rahe hai lage raho hame kya
France government ka pre-plan karnama hai musalmaano Ko isolate karne liye samaaj se
कट्टरता का ज़ालिम इलाज अब पुरी दुनिया में जल्द से जल्द करना होगा। इसके लिए सभी ने एक होना चाहिए।
दुनिया के विद्वानों अगर आप शांति की उम्मीद रखते हैं तो Is Tara घटनाएं आग में घी डालने का काम करेंगे हम सब लोगों को चाहिए कि मिलकर इस तरह की घटनाओं को रोकने का प्रयास करें . मानव का मानव के लिए
ये धार्मिक कट्टरता सबसे बड़ा वायरस है दुनिया के लिए
अच्छे लोगों को आश्रय दो तो ऐसा ही होता हे , मुस्लिमों को मुस्लिम देश पनाह नही देते उन्हें पता हे ये बहुत अच्छे लोग हे .....
फ्रांस में रास्ते पर पड़ी जारी नमाज के विरोध में फ्रांस के लोगों ने राष्ट्रगीत गाया
حملے کا ذمےدار
Pakistani terrorist tha. Shantidut tha.
Terrorism has a religion
पूरी दुनिया में,सुनियोजित षड्यंत्रों के साथ,,वायरस की तरह फ़ैल गए हैं ये कट्टरपंथी इस्लामी राक्षस,और पूरे धर्म को बदनाम कर रहे हैं,सारे मुस्लिमों को भी इनका विरोध करना चाहिए जो की वो नहीं करते हैं और फ़िर सभी बदनाम होते हैं।
अबे ये बता किसने मारा और कौन मरा खैर एक तो जाहिल पंचरिया जरूर होगा इसकी गारंटी है
देखा फ्रांस को बीबीसी से सीखने की जरूरत है। ये सिर्फ एक हमला था। या यूँ कह सकते है वो तो बेचारा फल काटने की प्रैक्टिस कर रहा था FranchPeople ने जान बूझ कर अपनी गर्दन चाकू के सामने रखी, ताकि उसे और उसके धर्म को बदनाम किया जा सके। चाकूधारी को UN से शांतिपुरस्कार मिलना चाह
It seems Jihadis are at it again...WeStandWithFrance
Say welcome refugees!
Ye ho ky rha h be wah pe 😡😡
अगर यह धार्मिक उन्माद है तो भयावह है वर्ना कानून-व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह है ।
Pakka wahi log hai
Yeh nahi bataoge kya bola usne ?
Muslim man killed 3 person servel injured while shouting allah -hu --akbar 🇮🇳
Wah re shantidoot..
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