महामारी में बढ़ी गरीबी

  • 📰 NBT Hindi News
  • ⏱ Reading Time:
  • 67 sec. here
  • 3 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 30%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

भारत में अमीर-गरीब की खाई हुई चौड़ी, तरक्की का फायदा सबको मिलेगा कैसे?

कोरोना महामारी के दौर में दुनिया भर में असमानता जबरदस्त तरीके से बढ़ी है। वर्ल्ड इकॉनमिक फोरम में ऑक्सफैम की एक रिपोर्ट जारी की गई। यह बताती है कि असमानता यूं तो पूरी दुनिया में बढ़ी है, लेकिन भारत में स्थिति बहुत गंभीर है। यहां मार्च 2020 से नवंबर 2021 तक 4.6 करोड़ लोग एक्सट्रीम पॉवर्टी में चले गए। पूरी दुनिया में इस बीच जितने लोग गरीबी की दलदल में फंसे, यह संख्या उसकी आधी है।

मार्च 2020 से नवंबर 2021 के बीच देश के 84 फीसदी परिवारों की कमाई में कमी आई। शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर 15 फीसदी से ऊपर चली गई। लेकिन इसी दौर में देश के अरबपतियों की संख्या 102 से बढ़कर 142 हो गई, जबकि उनकी संपत्ति 23.1 लाख करोड़ से बढ़कर 53.

उसमें भी बताया गया था कि देश की कुल राष्ट्रीय आय का 57 फीसदी हिस्सा सर्वाधिक अमीर 10 फीसदी और उसमें भी 22 फीसदी हिस्सा सुपर रिच के हिस्से जा रहा है। दूसरी तरफ, आबादी के निचले पायदान पर बैठे 50 फीसदी भारतीय राष्ट्रीय आय के सिर्फ 13 फीसदी में गुजारा करने को मजबूर हैं। 40 फीसदी मध्यम और निम्न मध्यम वर्ग की भी स्थिति अच्छी नहीं है, जो कुल राष्ट्रीय आय के सिर्फ 30 फीसदी में गुजर-बसर कर रहे हैं। इसका मतलब यह है कि आर्थिक सुधारों के मौजूदा मॉडल में कोई गड़बड़ी...

Vikas Purush के बिहार में सबसे अधिक गरीबी, नीति आयोग के आंकड़े डबल इंजन वाले राज्य पर क्या दे रहे हैं संकेत आखिर इन्हीं सुधारों ने शुरुआती दशकों में देश में बड़े पैमाने पर गरीबी घटाने में मदद की थी। इसलिए इसे सुधारना जरूरी है। अगर ऐसा नहीं किया गया तो इसके गलत परिणाम सामने आएंगे। अव्वल तो इससे आर्थिक विकास पर बुरा असर पड़ेगा। ऐसा हो भी रहा है। अधिकांश आबादी की आय में मुनासिब बढ़ोतरी नहीं होने से डिमांड में कमी आ रही है। दूसरी बात यह है कि असमानता बढ़ने से सामाजिक अस्थिरता भी बढ़ती है। देश के नीति-निर्माताओं को इस मुश्किल का हल निकालना होगा। उन्हें आर्थिक सुधारों के मॉडल को ऐसा बनाना होगा, जिससे समाज...

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

बिना काम धंधे उद्योग के नेतागिरी देश पर सबसे बड़ा बोझ है,नेताओ की,वेतन पेंशन सुरक्षा, आवास,सारी सुविधाएं तत्काल समाप्त होनी चाहिए,नेता देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करते हैं,भारत में सबसे महँगा प्रजातंत्र है,ये नेता मुग़लो अंग्रेज़ो से अधिक बर्बाद कर रहे हैं?

जमीन से जुड़े चा वाले पीऐम जानते वैदिकसनातन 130करोड़ और बना राम मंदिर या बने नही सुबह सुबह से ऐक हाथ आम बीज़ा हाथ आम राम बोलो भई राम! राम बोलो भई राम!! जन कुछ करे वोट आविजशे!

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 20. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

Latest News: भारत में कोरोना के 2.71 लाख नए केस, 314 की मौतपिछले 24 घंटों में भारत में Corona के 2,71202 नए मामले सामने आए हैं. वहीं 314 लोगों की मौत हुई है. CoronavirusUpdates
स्रोत: Quint Hindi - 🏆 16. / 51 और पढो »

2 बिजनेसमैन और 2 एक्‍टर के पास ही है भारत में Tesla की इलेक्ट्रिक कारदेश में टेस्‍ला कारों की लॉन्चिंग में अभी वक्‍त है। इसके बावजूद चार भारतीय टेस्‍ला कार के मालिक हैं। 90 लाख खर्च करके इलेक्ट्रिक बस लेना ज्यादा सही रहेगा 😆 Who In Nepal we already have 6 units of Tesla
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

UPA सरकार के दौरान ISRO में हुए घोटाले की कहानी, खामियाजा भुगत रहा भारतसुप्रीम कोर्ट ने अपने बहुत महत्वपूर्ण फैसले में Devas को एक फ्रॉड कम्पनी बताया है, जो भारत सरकार और ISRO के लिए एक बहुत बड़ी जीत है. Tum kabhi news mat dena ,, bus congress congress congress.... ये सच है कि नही Teleprompter DNA कब होगा?
स्रोत: Zee News - 🏆 7. / 63 और पढो »

COVID-19 : अमेरिका में बच्चों के अस्पताल में भर्ती होने की दर सबसे ज्यादासीडीसी के आंकड़ों से पता चलता है कि देश में 1 अगस्त, 2020 से 13 जनवरी, 2022 तक 17 साल और उससे कम उम्र के 90,000 से अधिक बच्चों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया. modi_amrinder_new_punjab
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

दिल्ली में तेज ठंड के मौजूदा मौसम में बिजली की मांग 5,104 मेगावाट तक पहुंचीतापमान में कमी आने के साथ दिल्ली की बिजली की मांग शुक्रवार रात बढ़कर 5,104 मेगावाट हो गई और पिछले साल की ठंड के दौरान के उच्चतम स्तर को पार कर गई. बिजली वितरण कंपनियों के अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी. वर्ष 2021 की ठंड में बिजली की अधिकतम मांग 5,021 मेगावाट थी. स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर (एसएलडीसी) के आंकड़ों से पता चलता है कि शुक्रवार को रात 10.29 बजे बिजली की मांग 5,104 मेगावाट तक पहुंच गई.
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

चौबीस घंटे में कोरोना संक्रमण के 20,718 मामले, दिल्ली में 30 रोगियों की मौतस्वास्थ्य विभाग ने कहा कि दिल्ली में अस्पतालों में इस समय कुल 2,620 कोविड मरीज भर्ती हैं जिनमें से 113 वेंटिलेटर पर हैं। शुक्रवार को दिल्ली में 671 मरीज आक्सीजन पर थे, जिनमें से 99 की हालत गंभीर थी, वे वेंटिलेटर पर रखे गए थे।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »