महाराष्ट्र: आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने सरकार को लौटाए मोबाइल, कहा- किसी काम के नहीं

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महाराष्ट्र: आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का आरोप है कि सरकार ने उन्हें घटिया किस्म के मोबाइल फ़ोन दिए हैं Maharashtra Kalyan RE | divyeshas

खडावली, गोवेली, जांभुल, आजदे कुल, निलजे कुल और वेहले की आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपने मोबाइल फोन लौटा दिए. कार्यकर्ताओं का कहना है कि उन्हें मोबाइल में लाभार्थी के नाम, वजन, कद, स्तनपान कराने वाली गर्भवती मां की जानकारी, पौष्टिक आहार का वितरण जैसी जानकारी भरनी होती है. लेकिन मोबाइल फोन की क्षमता काफी कम है, ऐसे में ये काम नहीं हो पाते.

उन्होंने कहा, यह मोबाइल बहुत ही घटिया क्वालिटी का है और अब इसकी मरम्मत करानी पड़ती है. इसमें 3000-8000 रु खर्च हो रहे हैं.उधर, केंद्र सरकार ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को पोषण ट्रैकर ऐप दिया है. यह अंग्रेजी में है. ऐसे में कार्यकर्ताओं की मांग है कि इसे मराठी में भी किया जाए. इन सब परेशानियों के चलते कार्यकर्ताओं ने पंचायत समिति कार्यालय में मोबाइल लौटा दिया. इस बारे में अधिकारियों का कहना है कि जो भी आदेश मिलेगा, उसी के हिसाब से कार्रवाई की जाएगी.

 

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divyeshas बिहार में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को panasonic (2GB 16 GB) के मोबाइल दिए गए जिसकी कीमत 5500 रुपए थी लेकिन सरकार को 9999 रुपए का बिल मिला । ये सारा खेल CDPO और DPO साहब के इशारे पर होता है,कमीशन तय होता है आंगनवाड़ी को मिलने वाली सभी चीजों पर ।

divyeshas सरकार के भी बाल बच्चे है थोड़े अच्छे फोन देदेगी तो सरकार खुद रोड पे आजायेगी समझो थोड़ा

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