भोपाल: मध्य प्रदेश के रीवा जिले में एक शिक्षक के तीन माह से वेतन न मिलने पर कथित तौर पर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. रीवा में इस शिक्षक को 3 महीने से तनख्वाह नहीं मिली थी. परिजनों ने आरोप लगाया है कि इसी से परेशान होकर उन्होंने नींद की गोली खा ली. गंभीर हालत में इलाज के लिये उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन उन्होंने दम तोड़ दिया.
यह भी पढ़ेंइंदौर के शिक्षक अखिलेश हीरवे कहते हैं कि चार महीने से सर्वे कर रहे हैं, बैंक की ईमआई कैसे भरें, शासन कोई चिंता नहीं कर रही है.राशन, बच्चों की फीस सबकी समस्या आ रही है.वहीं कटनी में जिला शिक्षा अधिकारी बी बी दुबे ने बताया कि कुछ तकनीकी कारणों से वेतन रूका है, जैसी ही प्राप्त होगा होगा वेतन मिल जाएगा. सरकार का कहना है तकनीकी दिक्कत है, लेकिन विपक्ष का आरोप है सरकार फेल है.
दूसरी ओर, कांग्रेस नेता और पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने कहा लगातार अतिथि शिक्षक विद्वान वेतन ना मिलने से खुदकुशी कर रहे हैं, भाषण विज्ञापन से ये सरकार बाहर आकर काम करने फिलहाल तो सिर्फ पूजा पाठ में विजुएल बनाना नियति बन गई है. सरकारी स्कूल में पढ़ाने वाले अतिथि शिक्षक तो पहले से ही परेशान हैं, कोरोना ने परेशानी और बढ़ा दी है.सरकारी क्या, निजी स्कूल के शिक्षक भी परेशान हैं, कुछ दिनों पहले उन्होंने खरगौन में आंदोलन भी किया था.
2) TISS iCall - 022-25521111 Madhya PradeshRewa districtTeacherSuicideटिप्पणियां भारत में कोरोनावायरस महामारी के फैलाव पर नज़र रखें, और NDTV.in पर पाएं दुनियाभर से COVID-19 से जुड़ी ताज़ातरीन ख़बरें.
mohni_nishad myogiadityanath सर कमोबेश यही स्थिति उत्तर प्रदेश के सभी डायट के अधिकारियों/कर्मचारियों के वेतन की है।।
Shushant n sucide kiu kiya kisny mazboor kiya yeh sarkar CBI janch krwa rhi hai. But ek admi salery n milny ki wajh sai mrgya uska zimmydar Kon. Isper bhi janch ho. Indian log justice for sushant to krty hai but justice for kisan , justice for mazdoor kb krengy..
Media yeh puche ki iska jimewar koun hai
Vikas ho rha hai.
kangana ranaut kahan ho dekho kisi ne salary ki wajah se sucide kar liya.
So sad
क्या शिवराज सिंह चौहान जी के शासन ये हाल है...? बेचारे भाजपाई वेतन भी कैसे देंगे,रुपये सब विधायक खरीद और आत्मनिर्भर बनाने में खर्च कर दिए हैं।
डरे हुए लोगों ने दलित का घर जला दिया और कुछ लोग अपनी आंख कान बंद किए बैठे है ये बगुले वाला चरित्र ज्यादा दिन नहीं चलने वाला
Par ab koi halla nahi bolega sushant ki maot ka to bada dukh par ek teacher ki koi haisiyat nahi.kyonki wo aam aadmi hai
यह दुखद है।ऐसा हुआ है तो जांच होनी चाहिए। सरकारी कर्मचारियों की तनख्वाह बिना वज़ह रोकना गुनाह माना जाना चाहिए।
Maharashtra me doctors ko salary dene keliye paisa nahi hai magar madarsa school teachers ko salary dene keliye paisa hai.
यदि खराब सरकारी व्यवस्था के कारण अध्यापकों को आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पडे तो इससे ज्यादा शर्मनाक ओर कुछ नही हो सकता। CMMadhyaPradesh HRDMinistry NITIAayog mpa_india
घर वाले मुआवजा लेने के लिए कहानी बना रहे हैं, 3 महीने से मजदूर घर पर बैठे हैं उन्हें भी तनख्वाह नहीं मिल रही वो क्यों जीवित हैं।
🙄
OfficeofSSC
VINASH HUA KII NAHIN BHAIO BEHNO .PUNLIC MONEU FOR LUXURIES OF CM'S MLAS MPS MINISTERS WHO GET EVERYTHING FREE BUT TO EMPLOYEES SHAME ON INDIAN SYSTEM
कथित तौर पर खुदकुशी ?
बिसराज के राज में ये कैसा राम राज
शुशांत-शुशांत चिल्लाने वालो इस की हत्या तो सरकारी सिस्टम ने ही कर दी ? करो dislike ?
सुशांत से फुरसत मिले तब न इस तरह की ज्वलंत खबरें गोदी मीडिया दिखाए! वैसे भी इस तरह की खबरों का स्थान गोदी मीडिया में नगण्य है। वो लोग केवल सत्ता का एजेंडा ही चलाते हैं, ताकि आम जनता सोई रहे। boycottgodimedia
Bjp ki sarkar Jo bhi bese ki dikkat se Mr rhe h unki pida dur kro
सरकार कॉर्पोरेट घराने संभाले या आम जनता? बहुत वर्क लोड है!
No justice for shikshak.. He doesnt matter.. Only ssr matters
दुखद...😓😓
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