यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश की योगी सरकार पर एक बार फिर हमला बोला है. अखिलेश यादव ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्वीटर पर अपनी बात रखी है. एक ट्वीट के जरिए अखिलेश यादव ने कहा,"एक सरकारी आयोजन में विश्व प्रसिद्ध नृत्यांगना मंजरी चतुर्वेदी के पूर्व नियोजित कव्वाली-आधारित नृत्य को बीच में ही ये कहते हुए रोक देना कि 'कव्वाली नहीं चलेगी यहां'. उप्र की समृद्ध गंगा-जमनी संस्कृति को संकीर्ण सोच से मारना है.
. बता दें कि अखिलेश का यह ट्वीट लखनऊ घराने की सूफी-कथक डांसर मंजरी चतुर्वेदी के आरोप से जुड़ा हुआ है.उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से लखनऊ में आयोजित किए गए एक कार्यक्रम में विवाद हो गया. यहां मशहूर कथक नृत्यांगना मंजरी चतुर्वेदी को परफॉर्मेंस के दौरान ही बीच में रोक दिया गया. आरोप है कि जब वह कव्वाली पर परफॉर्म करने वाली थीं तभी सरकारी अधिकारी आए और तुरंत कार्यक्रम बंद करने को कहा गया. जिसपर अब विवाद खड़ा हो गया है, हालांकि सरकार की ओर से सफाई में कुछ और ही तर्क दिया जा रहा है.
मंजरी चतुर्वेदी ने कहा कि जब मैंने इसके बारे में पूछा तो मुझे कहा गया कि यहां कव्वाली नहीं चलेगी. उन्होंने कहा कि मेरी परफॉर्मेंस इसलिए रोकी गई क्योंकि मैं कव्वाली पर परफॉर्म करने वाली थी.नृत्यांगना ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है जब उनके परफॉर्मेंस को रोका गया हो. ये सब पहले से ही तय था, आयोजकों को भी इसकी जानकारी थी. लेकिन ये चौंकाने वाली बात है कि मेरे ही गृहनगर में मेरे साथ इस तरह का बर्ताव किया गया है.जब इस विवाद पर राज्य सरकार से सवाल पूछा गया तो उनकी ओर से बिल्कुल अलग कहानी बताई गई.
आयोजकों के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने से पहले हम सभी को मौका देना चाहते थे. क्योंकि मुख्यमंत्री के आने के बाद सीधे डिनर का कार्यक्रम था. इसलिए आयोजक और परफॉर्मर में कुछ विवाद हुआ था. विवाद पर आयोजकों ने कहा है कि मंजरी चतुर्वेदी के परफॉर्मेंस को हर किसी ने सराहा है. उनके कार्यक्रम को बीच में इसलिए रोका गया था क्योंकि समय की कमी थी, इसमें किसी तरह का धार्मिक मुद्दा नहीं है. आपको बता दें कि मंजरी चतुर्वेदी मशहूर सूफी-कथक डांसर हैं, वह लखनऊ घराने से ही ताल्लकु रखती हैं.
Abe tu to kalakari Chhod toti chore
लाल टोपी पहनने का उद्देश्य क्या है टोंटी यादव का। खुद को डाकुओ जैसा खतरनाक दिखाना,या खतरनाक समाजवादी दिखना?समाजवाद क्या होता है बे टोंटी यादव यह किसी (पाकिस्तानी दल्ले)पत्रकार ने पूछा है इससे। समाजवाद वह होता है जिसमे नेता से लेकर समाज के आन्तिम छोर पर खड़े आदमी का जीवन एकसा हो।
अखिलेश जी को पहले अपने पिता का सम्मान करना सीखना चाहिए! फिर उपदेश दे सकते हैं....
पहले अपने का सम्मान करना सीखों! फिर उपदेश करना....
तुम भी तो कलाकार हो। ये समझ लो यह देश अब वंशवादी नासमझ औलाद पर यकीन नहीं करता है। कबतक आप लोगों को देश लूटने दिया जाय।
Maffi mangne ka kaam sirf toti chor tipu ke hi pass hai
अरे पहले अपनी नाक तो सीधी करवा लिजिये
नहत्थे कार सेवकों पर गोली चलवाकर सत्ता का भोग करने वाला नैतिकता का पाठ पढा रहा है, टोंटी 🤨
preeti_chobey Akhilesh sir is right,
अब ये महोदय इसके विरोध में लखनऊ के चौराहों पे क्वाली करेंगे..
2 ghanta manjsri hi nachegi kya
पहले तो आपको उस डॉक्टर से माफी मांगनी चाहिए जो ड्यूटी के दौरान आपके अमर्यादित आचरण का शिकार हुआ वो भी आपसे लगभग दुगनी उम्र के लग रहे वायरल विडियो में।
Yah kalakar ka apaman hain
तू पहले उन डॉक्टर साहब से माफी मांग साले बेवड़े टोटी चोर चल निकल
Pehle yeh uss aged doctor sai mafi mangai....
Chupp sala chor ki auload toti chor chup sale
कलाकारों को कौन सा दर्द दे दिया भाजपा ने जो माफी मांगने के लिए कह रहे हैं
पहले उस बृद्ध डॉक्टर से माफी मांगे आप, फिर ज्ञान बांटना आप।
😀inko lagta he ki mafi koi mangega
भीखमंगे yadavakhilesh अखिलेशुद्धीन को भीख मांगने की पुरानी आदत गई नही😅 जब देखो कुछ न कुछ मांगता ही रहता है! चल भाग भीखमंगे कहीं का👞
टोटी चोर ने के लिए माफी मांगनी चाहिए टोटी चोर
This man has no other work.....
टोंटीचोर की कलाकारों पत्रकारों पर हमेशा नजर लगी रहती है। जिनको कोई 5000 की नोकरी न दे ऐसे हजारो नाकारा लोगो को 50000 से 200 000 तक हर महीने सरकारी रिश्वत देकर अपना खुद का महिमा मंडन करवाना यही इस LDC क्लर्क की जगह के लिए भी अपात्र जीव की उपलब्द्धि रही है।
Tum logo me problem yahi hai ki tum doosaro ki burai dekhte ho par apne aap ko nahi dekhte..
घंटे के कलाकार !
pehle doctor sahab se maafi mango aap ...yadavakhilesh
Tum mago mafi
पहले इसको बोलो डॉ से माफी मांगो
Chutti pe teh Kay?
Libhrandu toti chor pehle tune mafi mangi doctor se
Toti Chor
Bhai mere ek number ka chut.....hai
yadavakhilesh abhi hai? Mujhe laga mooh kala karke gaddhe pe baith kahi durr chala gaya hoga. Par gadha bhi inki tarah hai... Inko wapas le aaya.
अखिलेश यादव क्या सोचते बोलते हैं न तो यूपी वालों को न भाजपा वालों को कोई फर्क पड़ता है।वो पूरे यूपी के नहीं केवल एक जाति विशेष के नेता हैं बस।जातिवादी मानसिकता के नेता है।उन्हीं की मानसिकता के लोगों को ही समझाएं वे बस।
जो व्यक्ति अपनो का नहीं वो दूसरों का क्या होगा।
Inse maafi kyoun 😀😀😀
क्यों तूने मुजरा करना था क्या
टोटी चोर मुर्दा बाद
समाचारों में बने रहने के निरंतर यत्न में फिर राहुलझूठ।
अखिलेश यादव जैसा असभ्य व्यक्ति दूसरों को सीख दे रहा है? अखिलेश यादव एक घटिया किस्म का व्यक्ति है, यह सबने देखा,कैसे एक बुजुर्ग चिकित्सक का अपमान,कर रहा था. जब आजमखान ने-जय प्रदा'को अपशब्द कहे, थे तब यह टोटीचोर मौनव्रत धारण किए था।
योगी मोदी जिन्दाबाद
Toti chore roti chor
मुल्ला टोंटी आप तो रहने ही दो
कलाकार है।कोई भगवान नहीं है।
टाइम तो बताओ कोई 🤣
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »