भास्कर एक्सप्लेनर: चीन के टेस्ट से टेंशन में अमेरिका; दुनिया के लिए कितना बड़ा खतरा बन सकती है हाइपरसोनिक मिसाइल? जानें भारत पर इसका असर

  • 📰 Dainik Bhaskar
  • ⏱ Reading Time:
  • 51 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 24%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

भास्कर एक्सप्लेनर: चीन के टेस्ट से टेंशन में अमेरिका; दुनिया के लिए कितना बड़ा खतरा बन सकती है हाइपरसोनिक मिसाइल? जानें भारत पर इसका असर china America hypersonicmissile

भास्कर एक्सप्लेनर:

चीन के टेस्ट के बाद एक्सपर्ट्स आशंका जता रहे हैं कि दुनिया में एक बार फिर हथियारों की होड़ शुरू हो सकती है। आखिर ये हाइपरसोनिक मिसाइल होती है क्या है? ये काम कैसे करती है? चीन ने ये टेस्ट कब किया? क्या चीन ऐसा करने वाला दुनिया का पहला देश है? एक्पर्ट्स क्यों इस टेस्ट पर चिंता जता रहे हैं?हाइपरसोनिक मिसाइल ऐसी मिसाइल्स को कहते हैं जो मैक 5, यानी आवाज की गति से 5 गुना ज्यादा या उससे भी ज्यादा स्पीड से टारगेट की ओर बढ़ती हैं। ये एक घंटे में करीब 6,200 किलोमीटर की यात्रा कर सकती है। न्यूक्लियर वैपन...

ब्रिटिश अखबार फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक चीनी सेना की तरफ से दागा गया लॉन्ग मार्च रॉकेट एक हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल लिए हुए था, जो अंतरिक्ष की निचली कक्षा में पहुंचने के बाद धरती का चक्कर लगाकर तेजी से अपने टारगेट की तरफ बढ़ा। हालांकि, यह टारगेट से करीब 32 किलोमीटर दूर गिरा। इस टेस्ट को चीन ने पूरी तरह गोपनीय रखा है।चीन या ये टेस्ट भले ही फेल हो गया हो, लेकिन इससे चीन के हाइपरसोनिक मिसाइल तकनीक विकसित करने के करीब पहुंचने की पुष्टि हो गई है। इस टेस्ट ने दिखा दिया है कि चीन न सिर्फ...

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

Bharat me tedhe medhe hypersonic andhbhakt namak hathiyar hai jo tank me daal china ki taraf fire 🔥 kr diya jayega to China tabah ho jayega🤣🤣🤣😂😂🙏🙏

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 19. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

चीन में बढ़े कोरोना के मामले, सीमावर्ती शहरों में तेज किया गया टेस्ट, लगाया गया लाकडाउनचीन ने 10 दिन पहले मौजूदा प्रकोप की शुरुआत के बाद से कोविड ​​-19 के लगभग 250 स्थानीय रूपों के प्रसारण की सूचना दी है। चीन के उत्तर-पश्चिम में दूरदराज के शहरों में संक्रमण फैला हुआ है। चीन में 26 अक्टूबर को 50 नए स्थानीय मामले सामने आए।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

पेगासस के ज़रिये भारतीय नागरिकों की जासूसी के आरोपों की जांच के लिए विशेष समिति गठितसुप्रीम कोर्ट ने समिति का गठन करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा की आड़ में निजता का हनन नहीं हो सकता. अदालत ने इस मामले में केंद्र सरकार द्वारा उचित हलफ़नामा दायर न करने को लेकर गहरी नाराज़गी जताई और कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा को ख़तरा होने का दावा करना पर्याप्त नहीं है, इसे साबित भी करना होता है. सबसे पहले तुम्हारे जैसे चरसी पत्रकार की भी जासूसी करवानी चाहिए
स्रोत: द वायर हिंदी - 🏆 3. / 63 और पढो »

अयोध्या दर्शन के अलावा दिल्ली के यात्रियों के रहने-खाने का भी खर्च उठाएगी केजरीवाल सरकारदिल्ली सरकार ने अपनी तीर्थ यात्रा योजना में अब अयोध्या को भी शामिल करने की मंजूरी दे दी है। इसके तहत अब वरिष्ठ नागरिक रामलला का भी दर्शन कर सकेंगे।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

मॉर्निंग न्यूज पॉडकास्ट: सरकारी वकील के जवाब पर टिकी आर्यन के बेल की उम्मीदें; पूरे चीन का सफाया करने में सक्षम अग्नि-5 मिसाइल का टेस्ट सफलनमस्कार,\nआज गुरुवार है, तारीख 28.10.2021; कार्तिक मास, कृष्ण पक्ष और सप्तमी तिथि। | Dainik Bhaskar (दैनिक भास्कर) Morning Headlines; Here are today's top stories for you Cruise Drugs Case Bombay High Court Hearing Aryan Khan's Bail Plea, Capt Amarinder Singh Aroosa Alam Controversy\r\n and More On Bhaskar.com. आर्यन की बेल पर आज फैसले की उम्मीद, पूरे चीन-पाक पर हमले में सक्षम अग्नि-5 का सफल परीक्षण फिजूल खर्च बंद करो देश की 80 % जनता भिखारी हो गई हे SaveTripuraMuslims
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

वैज्ञानिकों ने खोजा 'पाताल', धरती के केंद्र में मिली छिपी हुई दुनियावैज्ञानिकों ने जमीन के नीचे 'पाताल' खोज लिया है. क्योंकि उन्हें धरती के केंद्र यानी कोर (Core) में एक नई छिपी हुई दुनिया मिली है. आधी सदी से भी ज्यादा समय से यह दावा किया जा रहा था कि धरती का इनर कोर (Inner Core) ठोस है, लेकिन अब एक नए रिसर्च में यह पता चला है धरती का इनर कोर पिलपिला है. आइए जानते हैं कि इस नई रिसर्च में वैज्ञानिकों को क्या मिला है?
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

कुछ रंग ऐसे भी दुनिया केमोबाइल फोन ने हमारे जीवन में ऐसी जगह बना ली है, मानो इसके बिना जीवन दुश्वार हो गया हो।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »