भास्कर इंटरव्यू: लोकसभा स्पीकर बोले- संसद में खाने पर सब्सिडी पर चर्चा छिड़ गई थी; जनता में सही संदेश जाए, इसलिए खत्म किया parliamentcanteen PaliwalSmit ombirlakota PMOIndia
लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला शनिवार को उदयपुर पहुंचे। दैनिक भास्कर के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि संसद की सब्सिडी आम जनता में चर्चा का विषय थी। जनता में सही संदेश जाए, इसलिए सर्वदलीय बैठक में इसे खत्म करने का फैसला लिया गया। पढ़िए, ओम बिड़ला से पूरी बातचीत... | Parliament canteen subsidy had become a topic of discussion in the public, in such a way that the right message should be known in public , it was abolished - Lok Sabha Speaker Om Birla
Parliament Canteen Subsidy Had Become A Topic Of Discussion In The Public, In Such A Way That The Right Message Should Be Known In Public, It Was Abolished Lok Sabha Speaker Om BirlaAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐपभास्कर इंटरव्यू:
लोकसभा स्पीकर बोले- संसद में खाने पर सब्सिडी पर चर्चा छिड़ गई थी; जनता में सही संदेश जाए, इसलिए खत्म कियाउदयपुरलेखक: स्मित पालीवालकॉपी लिंकवीडियोलोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा- संसद की कैंटीन में सांसद ही नहीं, बल्कि कर्मचारी भी भोजन करते हैं। सभी दलों से चर्चा कर इसे हटाने का फैसला किया।
लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला शनिवार को उदयपुर पहुंचे। दैनिक भास्कर के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि संसद की सब्सिडी आम जनता में चर्चा का विषय थी। जनता में सही संदेश जाए, इसलिए सर्वदलीय बैठक में इसे खत्म करने का फैसला लिया गया।पढ़िए, ओम बिड़ला से पूरी बातचीत... headtopics.com
संसद कैंटीन में खाने पर दी जाने वाली सब्सिडी को खत्म करने की वजह क्या थी?संसद की व्यवस्थाओं में बदलाव जरूरी था। समाज में लंबे समय से संसद कैंटीन की सब्सिडी पर चर्चा थी। कैंटीन में सिर्फ सांसद ही नहीं, बल्कि संसद के कर्मचारी और अन्य लोग भी भोजन करते हैं। ऐसे में सभी दलों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा कर सब्सिडी हटाने का फैसला किया। हम कोशिश करेंगे कि नई व्यवस्था लागू होने के बाद उचित कीमत में अच्छा भोजन मिले।
जल्द ही शीतकालीन सत्र शुरू होने वाला है। ऐसे में सांसदों को कोरोना से बचाने के लिए क्या उपाए किए गए हैं?हमने पहले भी कोरोना संक्रमण के वक्त में संसद सत्र बुलाया था। उस वक्त हमने सांसदों की कोरोना जांच के साथ ही रैपिड टेस्ट करवाए थे। फिलहाल संक्रमण पहले के मुकाबले काफी कम है। हम अब भी पहले की तरह ही सुरक्षा मानकों को लागू कर ही सत्र शुरू करेंगे। इस सत्र में भी सांसदों की कोरोना जांच के बाद ही उन्हें सदन में प्रवेश दिया जाएगा।
नए संसद भवन का निर्माण किया जा रहा है। आखिर नए भवन की क्या जरूरत थी?भारत का संसद भवन 97 साल पुराना हो गया है। पहले के मुकाबले सांसदों की संख्या में इजाफा हुआ है। साथ ही सांसदों को डिजिटाइजेशन और नवीनीकरण के युग से जुड़ने के लिए नए संसद भवन की जरूरत थी, जिसे अब पूरा किया जा रहा है। संसद भवन सिर्फ सांसदों का नहीं, बल्कि लोकतंत्र का प्रतीक है।
देशभर में कृषि कानून के खिलाफ विरोध हो रहा है। इस पर आप क्या सोचते हैं?हमारे देश में लोकतंत्र की यही विशेषता है कि यहां सब अपनी बात रख सकते हैं। फिलहाल सरकार और किसान संगठन के बीच लगातार बात चल रही है। मुझे लगता है, जल्द ही कोई सकारात्मक फैसला होगा। और पढो: Dainik Bhaskar »
स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना वैक्सीन लगवाई: डॉ. हर्षवर्धन ने प्राइवेट अस्पताल में 250 रुपए देकर कोवैक्सिन लगवाई, कहा- यह संजीवनी की तरह काम करेगी
देश में कोरोना वैक्सीनेशन के दूसरे फेज के दूसरे दिन यानी आज स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने वैक्सीन लगवाई। उन्होंने प्राइवेट अस्पताल दिल्ली हार्ट एंड लंग्स इंस्टीट्यूट में 250 रुपए देकर वैक्सीन का पहला डोज लिया। स्वास्थ्य मंत्री के साथ उनकी पत्नी ने भी टीका लगवाया। | Corona Vaccination phase 2 second day of vaccination of senior citizens and persons with diseases
PaliwalSmit ombirlakota PMOIndia पहले लाल बत्ती फिर पांच सितारों की राजसी ठाठ-बाट और अब इस अति-सस्ता भोजन को सांसदों से छिनने की नैतिकता दिखाकर जनता-जनार्दन के पैसों का सदुपयोग पहली बार करने वाली सरकार वास्तव मे धन्यवाद की पात्र है । PaliwalSmit ombirlakota PMOIndia Bahut kuch abhi baki hai courrpt balatkari MP & MLA inko jaldi sahi jagah bhejiye