पाकिस्तान से छपने वाले उर्दू अख़बारों में इस हफ़्ते कोरोना के अलावा कुलभूषण जाधव और ईरान के गैस फ़ील्ड प्रोजेक्ट से जुड़ी ख़बरें सुर्ख़ियों में रहीं.अख़बार नवा-ए-वक़्त के अनुसार, ईरान ने भारत को गैस फ़ील्ड प्रोजेक्ट से भी निकाल दिया है.
2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ईरान गए थे और इसी दौरान भारत, ईरान और अफ़ग़ानिस्तान ने मिलकर समझौता किया था कि चाबहार बंदरगाह को विकसित किया जाएगा.ईरान और चीन के बीच हुए समझौते को भारत के लिए झटका माना जा रहा है. अख़बार के अनुसार फ़रज़ाद-बी गैस फ़ील्ड के लिए भारतीय कंपनी ओएनजीसी से 2009 से ही बात चल रही थी लेकिन अब ये बातचीत ख़त्म हो गई है. फ़रज़ाद-बी ब्लॉक में 21.6 ट्रिलियन क्युबिक फ़ीट का गैस भंडार है.
अख़बार के अनुसार सरकार ने पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसी रॉ के एजेंट कुलभूषण जाधव को तीसरी बार कॉन्सुलर ऐक्सेस देने का फ़ैसला किया है. भारत का आरोप है कि उस माहौल में कुलभूषण से बातचीत करना संभव नहीं था जबकि पाकिस्तान का कहना है कि उन्होंने शीशे की दीवार हटा दी थी, बातचीत की रिकॉर्डिंग भी बंद कर दी थी, सुरक्षा की वजह से कुलभूषण जाधव को पूरी तरह अकेला नहीं छोड़ा जा सकता था.पाकिस्तान 20 मई को ही एक अध्यादेश लाया था जिसके तहत सैन्य अदालत से सज़ा सुनाए गए कुलभूषण जाधव को इसके ख़िलाफ़ इस्लामाबाद हाईकोर्ट में अपील करने का अधिकार दिया गया था.
Anti India media
If India did not keep a safety valve ready before entering into an agreement with the Islamic Republic, they are fools. No one can help them.
Pakistan to India ki Murkhta ka mazak he urhayega.
भिखारी सड़कों पर जश्न मना रहे हैं। ईरान और पाकिस्तान के गरीबी में कुछ ज्यादा अंतर नहीं है। अंतर बस इतना है ईरान के पास तेल है और पाकिस्तान का तेल निकला हुआ है।
रूहानी की रूह इस समय चैन की रूह में समा गई है रूहानी को मालून इस्लाम और कम्युनिज़्म एक दूसरे के धुर विरोधी है फिर भी रूहानी रिश्ता इस पर अखबार क्यो नही लिखते
बहुत अच्छा हुआ जो इरान से भारत का पिंड छुटा... रणनीति और कुटनीति हर मामले में इरान भारत के लिए एक बड़ा बाधक था। पता नहीं कैसे पाकिस्तान को यह बात समझ में नहीं आ रहा है..? यह उसके लिए गंभीर चिंता की बात है।
Pakistan ka akhbar hum kya kare..bbc ka dimag kharab ho gaya hai kya Unki bak***odi hum kyu padhe..
दुनिया जानती इरान का अकेलापन और चीन उसे चूसने को तैयार ये चीनी आवश्यकता! पर भारत में चार चोर सरकार अंबानी अडानि शाह पारख सरकार और ईरान इन्हें साधना से अच्छा चीन साधना, जानता!
पाकिस्तान 😆😆😆
नया समीकरण, इरान को अमेरिका के खिलाफ चीन मिल गया. भारत को चीन के बदल् अमरीका मिल रहा है
Suwarstan jo likhe ghanta farak nahi parta hindustan ko
अरे भाई ये पाकिस्तानको इतना परेशान क्यौ हो रहा हैं यार 🤣 जबकि खुद तोह कुछ कर नहीं जकते दूसरे देश क्या करता हैं इसकी खोज में पडी हैं🤣।
No funds no corona
Pl do a research on the corruption happening for asymptomatic corona patients in every city and even small towns in india
पाकिस्तान किया लिखता भारत को कोई फर्क नहीं परता हैं
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: DW Hindi - 🏆 8. / 63 और पढो »
स्रोत: द वायर हिंदी - 🏆 3. / 63 और पढो »