अब जबकि बच्चों के लिए भी कोविड की वैक्सीन आ गई है. ऐसे में दूसरे देशों में जहां कोमॉर्बिटीज से ग्रसित बच्चों को पहले वैक्सीन लगाने की बात हो रही है, वहीं भारत में इसे लेकर किस तरह की बात चल रही है. नेशनल कोविड-19 टास्क फोर्स कमेटी के वरिष्ठ सदस्य और एईएफआई कमेटी के सलाहकार डॉ. एनके अरोड़ा ने aajtak.in से बातचीत की. नेशनल कोविड-19 टास्क फोर्स कमेटी के वरिष्ठ सदस्य डॉ. एनके अरोड़ा ने कहा कि जैसा कि हमने पहले ही कहा है कि बच्चों के टीकाकरण के लिए इंतजार किया जा सकता है.
वहीं दूसरा कारण बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए उनका स्कूल जाना बहुत जरूरी है. इससे बच्चों में हर्ड इम्यूनिटी भी जाएगी. बच्चों को कोविड प्रोटोकॉल के साथ स्कूल भेजना बहुत जरूरी है.
Is Sarkar Ne to hamara naas Kar Diya
Bilkul
Disàgree Corona Doesnt Exist
Jin logo ki family corona ka mazaa chakh chuki hai unse pucho mere family bhi unme se ek hai jab school sarkar ne khola toh NOC parents kyu de🙏😷
नही क्यो की तीसरी लहर बच्चो के लिए खतरनाक है
Why you people are unnecessarily spreading wrong things in the society.
स्कूल खोलने दीजिए गांवों के बच्चों का भविष्य खराब हो जाएगा जहां ऑनलाइन पड़ाई भी नहीं हो रहीं है दो साल से पढ़ाई बंद है बच्चो की नींव ही कमजोर हो जाएगी क्या पढ़ाई कर पाएंगे वो फिर ......
Sahi hai, vaccination ke baad hi school kholna chahiye
Board exam cancel karne they tab sab kah rahe they ki jab tak vaccine nahi koi exam nahi ab school kholna zaroori lag raha hai. Kamaal hai final board exam zaroori nahi school kholna roz class jana zaroori hai. Sirf board exam se bachne ka bahana thaa.
गलत
घर पर corona नहीं होगा क्या ? दो साल से सिर्फ नाटक हो रहा है,,बीमारी आज तक नजर नहीं आयी ?
आपकी रेटिंग गिर २ही है, सौ लाइक भी नहीं मिलते अब आपकी खब़र को। आत्ममंथन का समय है।
सवाल तो यह भी उठ रहा क्या सरकार की दलाली करने के बाद ही गोदी मीडिया को दलाली कि रकम मिलती है
सीधी सी बात हैं, बिना वेक्सीन के बच्चे को स्कूल भेजना क्यो...? .
बच्चा लोग घर पर बिगड़ रहा था
सब सही है
Vaccine can save life, but even a person who took vaccine can get this virus from others and can spread as well, vaccine can stop 5 to 15x hospitalisation
Schools should be opened soon . Children are in extreamly loss in context of education. Vaccination can be done easily to reach Schools in mass basis.
स्कूल अपनी फीस लेने के लिए उत्सुक हैं और राजनेता अगले पांच वर्षों के लिए वोट लेने के लिए उत्सुक हैं। मेरे प्यारे दोस्तों मध्यम वर्ग हमेशा कमजोर रहता है क्योंकि मध्यम वर्गीय परिवार की कोई परवाह नहीं करता। इस तरह के परिदृश्य पर हमें एक भारतीय होने पर गर्व है। जय हिन्द
बच्चों को टीकाकरण कराएं तो स्कूल खुलेंगे लेकिन छात्रों की सुध लेनेवाला कोई नहीं है। स्कूल अपनी फीस लेने के लिए उत्सुक हैं और राजनेता अगले पांच वर्षों के लिए वोट लेने के लिए उत्सुक हैं। मेरे प्यारे दोस्तों मध्यम वर्ग हमेशा कमजोर रहता है क्योंकि मध्यम वर्गीय परिवार की कोई परवाह
स्कूल खोलना अच्छा है लेकिन इस बार नहीं कहने के लिए खेद है। मुझे नहीं पता कि स्कूल और सरकार क्यों। अभिभावकों पर बच्चों को स्कूल भेजने का दबाव बनाना। स्कूल कभी भी बच्चों को जिम्मेदारी से नहीं लेते। फीस जमा करने की अपनी रुचि को हर कोई जानता है और नोट कर रहा है।
अभी स्कूल नही
दो ही बातें हैं ! या तो कोरोना वाक़ई में एक ख़तरनाक बिमारी है या ये एक ख़तरनाक ख़ेल है जो आम जनता की जान के साथ खेला जा रहा है! पहला, अग़र ख़तरनाक है तो जब तक़ वैक्सीन नही बच्चों के स्कूल/कॉलेज नही! दूसरा, ख़तरनाक ख़ेल है तो ईश्वर कभी माफ़ नही करेंगे खेलने वालों को!
बक़वास! क्या बताएँगे एक्सपर्ट ? आजतक एक्सपर्ट एक सामान्य बुख़ार-ज़ुकाम का मुक्कमल ईलाज़ तो इज़ाद नही कर पाए!एक्सपर्ट शेयर मार्केट के एक्सोर्ट की तरह हैं! शेयर एक उसके तमाम +/- एक लेक़िन 5 एक्पर्ट,5 अलग़ अलग़ राय बताते हैं!सबसे बड़े उदहारण डॉ अग्रवाल जो स्वयं कोविड से नही बच सके🤐
Haan ye sahi hai lekin jab tak vaccination pura na ho jaye tb tk sarkari school me online padhai ki suvidha baccho ko diya jaye
Ab tak itne sawal uthaye kya result nikla
गोदी मीडिया चित्रा त्रिपाठी का हाल ठीक है ना भाई
नहीं, अभी भेजना बहुत जरूरी, बच्चे अपनी मुस्कान खो देनेका डर सता रहा है ।
स्कूल खुलना जरुरी है
बच्चों को होम्योपैथिक टीका दिलवाये।
Dikkat kaha hai school safe nahi hai kya, shan teacher hai jo ma baap dono hai , let tum go to school let them grow..
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