बाजी पलट गई है! ट्रैक्टर रैली में मचे उपद्रव के बाद अपने घरों को रवाना हुए एक लाख किसान

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26 जनवरी की ट्रैक्टर रैली में भाग लेने के लिए किसानों ने जो तेजी दिखाई थी, अब उसी रफ्तार से वे अपने घरों के लिए रवाना हो

रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने 22 एफआईआर दर्ज कर उपद्रवियों पर शिकंजा कस दिया है। आरोपी गिरफ्तार किए जा रहे हैं। चूंकि अब किसान संगठनों के उन नेताओं का नाम भी एफआईआर में शामिल हो गया है, जो इस आंदोलन को आगे बढ़ा रहे थे। इनमें से अधिकांश नेता वे हैं जो सरकार के साथ बातचीत में शामिल थे।

लाल किला उपद्रव मामले में भले ही किसी भी संगठन का हाथ हो, मगर उसकी जिम्मेदारी से किसान नेता भाग नहीं सकते। भारतीय किसान यूनियन के कई बड़े संगठनों में कथित तौर पर फूट पड़ गई है। हरियाणा सरकार ने सभी धरना स्थलों पर सख्ती बढ़ा दी है। खासतौर पर करनाल टोल प्लाजा के पास लगा लंगर हटवा दिया गया है। दूसरे इलाकों से भी किसान वापस लौट रहे हैं। टोल प्लाजा से भी किसानों को हटाया जा रहा है।

पंजाब के एक युवा किसान नेता जो सरकार के साथ वार्ता में शामिल रहे हैं, उन्होंने भी एक इशारे में बहुत कुछ कह दिया है। उनका कहना था कि अब सरकार का पलड़ा भारी है। किसान संगठनों को अब दो लड़ाइयां लड़नी हैं। जो किसान और संगठनों के पदाधिकारी गिरफ्तार होंगे, उनकी रिहाई के लिए भी कदम बढ़ाना है। वजह, किसान आंदोलन में पंजाब के लोगों की भारी संख्या रही है। इन सबके बावजूद किसान आंदोलन दो माह तक आगे बढ़ता रहा। लेकिन लाल किला की घटना से अब ये संगठन बैकफुट पर हैं। हो सकता है कि अगले कुछ दिनों में आंदोलन के कई नेता अलग राह पर चले जाएं।अब सरकार का पलड़ा भारी है। किसान संगठनों को अब दो लड़ाइयां लड़नी हैं। जो किसान और संगठनों के पदाधिकारी गिरफ्तार होंगे, उनकी रिहाई के लिए भी कदम बढ़ाना है...

हरियाणा के रोहतक, पानीपत, जींद, झज्जर, रेवाड़ी, भिवानी, कैथल, अंबाला और फतेहाबाद की ओर बुधवार को हजारों ट्रैक्टर वापस जाते हुए दिखाई दिए। पंजाब से जो किसान 23-24 जनवरी को इन जिलों से होते हुए दिल्ली पहुंचे थे, अब उन्होंने घर का रुख कर लिया है। राजस्थान किसान संगठन के एक नेता ने कहा, किसान आंदोलन में शुरू से ही विभिन्न संगठन एकमत नहीं थे। कई संगठन तो बीच में अलग हो गए थे।

 

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Hindustan murdabad Pakistan jindabad ssc GD ne hamri jibon ke sath khiloar Kia

ndtv पर बीबीसी न्यूज चल रही थी और वोह कह रहे है कि आज अंदोलन में कल से भी ज्यादा किसान धरने पर है क्या वोह झूठ बोल रहे है यां उनकी अंदोलन फ्लाप होता देख फट गई है ?

ArvindKejriwal और पत्रकार राजदीप का भड़काऊ बयान फिर हुवा फेल,ये जो फर्जी ख़बर चला रहे है कि,गोली से मारा गया है ये बिल्कुल झूठ है,वह स्वयं स्टंटबाजी करते हुए मरा है,उसका ट्रेक्टर पलट गया था। इस वीडियो से साफ हो जाता है। बाकी पोस्टमार्टम क्यों नहीं करवाया?

किराये पर लाये गए लोगों ने जाना ही था। FIR होने के बारे में थोड़े ही बताया गया था उन्हें।

ये कैसी headline है ? पत्रकार हो या प्रवक्ता

बाजी नही पलटी अब खान्ग्रेस ओर नकली किसानों की फट गई है क्योंकि अब पुलिस अपनी कार्यवाही कर सकती है

किसान मत बोलो आतंकवादी थे साले उनका मिशन पूरा हो गया अब अपने घर जा रहे हैं

Riots karne aaye the usi kaise mile the kar diya ab jaa rhe hain wapas. Contract khatam ho gya.

अपनी अपनी पतलून बचाओ किसान भाइयों, अब हिसाब भुगतान का वक्त आ गया है, घर नही गए तो नप जाओगे।

i m going to unfollow u fake media

किसान नहीं दंगाई

फेक ख़बर 🏹🏹🎂🎂

काश इन आतंकियों में से कोई भी अपने घर जिंदा न पहुंचे

किसान नहीं हथियार बंद भीड़ थी नुकसान की भरपाई इन्ही से की जाये कठोर कार्यवाही करे केन्द्र सरकार किसानों की चापलूसी बंन्द करें। भारत सरकार।

कहा थे बे इतने किसान !!!🤣🤣🤣🤣🤣

बाज़ी पलटी नहीं है उनका उद्देश्य पूरा हो गया, ये सब कुछ पूरी योजना से किया हैं पहले शाहीन बाग, फ़िर दंगे, पहले आंदोलन फ़िर दंगे ये सब prescripted है।

कोई अपने घर नही गया...और कोई अपने घर जाएगा भी नही...जब तक ये काले कानून वापस नही होंगे...

केंद्र सरकार को किसानों से माफी मांगनी चाहिए जो उन्होंने किसानों के साथ किया 2 महीने से वह सर्दी में बैठे हुए हैं। रोड पर लेकिन सरकार नहीं सुन रही है।सरकार खुद ही दंगाबाजी करवाती है और गोदी मीडिया उस का साथ देकर यह बोल रही है कि किसान माफी मांगे

येहमारेदेशकागणतंत्रहीहैजोइतनेदिनोंसेइनगद्दारों को किसानबोलरहेथे।इनकाउद्देश्यकभीदेशहितनहींथा।पहलेबोलेचर्चाकरोफिरबोले कुछसंशोधनकरो फिर बोले ट्रैक्टरमार्चनिकालेंगेफिरबोलेसंसदमार्चनिकालेंगे औरअबअपनाअसलीरंगदिखादियाअभीदेखना कैसेइनआतंकवादियोंकेसपोर्टमे पप्पू खुजलीवालऔरबाकी दलालबोलेंगे।

You are awarded a special Godi Media award this news.

कामाल करते हो चाटुकार जी.. एक एक बन्दे की गिन्त्र करते हो? तो लगे हाथ यह भी बतादो कल ट्रैक्टर प्रेड में कितने लोग थे।

godi media apni chaalon sey bekhabar To those who write these tweet, uparwaaley kaa azaab chal rahaa hai, jhooth Bolney walon ko bhi bakshey gaa nahi, vaccine sey bhi nahi bachegaa.

2 लाख जो और आ गए 🤣🤣🤣🤣🤣 उनका तो बता बे

ये कोई खेल नहीं है फेंकू के खब्बे टटे जो बाजी पलटने की बात कर रहा है दो तीन दिन बाद तुझे फिर विधवा विलाप करना है चापलूस

बोरिया बिस्तर समेटने की तैयारी में kisaan

यह तो बहुत सुंदर खबर है किसान अपने घर जाएं सरकार कानून लागू करें तभी तो पता चलेगा इसमें क्या अच्छाई है क्या बुराई है

किसान नही ये उग्रवादी है

Ye totally fake hai

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