पाकिस्तान प्रशासित गिलगित-बल्तिस्तान चुनाव में धोखाधड़ी के आरोप, हिंसा भड़की - आज की बड़ी ख़बरें
विदेश मंत्री एस जयशंकर बुधवार को बहरीन, संयुक्त अरब अमीरात और सेशल्स की छह दिनों की यात्रा पर रवाना हो रहे हैं.
सारांशविदेश मंत्री एस जयशंकर बुधवार को बहरीन, संयुक्त अरब अमीरात और सेशेल्स की छह दिनों की यात्रा पर रवाना हो रहे हैं.पश्चिम बंगाल के बांकुरा में गृह मंत्री अमित शाह के एक आदिवासी परिवार में जाने को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिखावा करार दिया है.पश्चिम रेलवे ने पंजाब से होकर गुजरने वाली 11 ट्रेनों की सर्विस फिर से शुरू कर दी है हालांकि अमृतसर में नए कृषि क़ानूनों का विरोध कर रहे किसान अपनी बात पर अड़े हुए हैं.
पाकिस्तान प्रशासित गिलगित-बल्तिस्तान में हाल ही में हुए चुनावों में कथित धांधली के ख़िलाफ़ चल रहे शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों के बीच राजधानी गिलगित में आगजनी और हिंसा हुई है.लाइव रिपोर्टिंगtime_stated_ukपोस्ट किया गया 3:133:13पाकिस्तान प्रशासित गिलगित-बल्तिस्तान के चुनाव में धोखाधड़ी के आरोपों के बाद भड़की हिंसा
BBCCopyright: BBCपाकिस्तान प्रशासित गिलगित-बल्तिस्तान में हाल ही में हुए चुनावों में कथित धांधली के ख़िलाफ़ चल रहे शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों के बीच राजधानी गिलगित में आगजनी और हिंसा ने हालात को और उलझा दिया है.प्रशासन ने आगजनी और हिंसा की इस घटना के लिए विपक्षी दलों को दोषी ठहराया है, जबकि विपक्षी नेताओं ने अपनी नाराज़गी जाहिर की है. चुनाव में कथित धांधली के खिलाफ सोमवार को गिलगित में विरोध प्रदर्शन और हिंसा हुई थी. headtopics.com
गिलगित-बल्तिस्तान के हालिया चुनावों के नतीजों को देश के दो मुख्य विपक्षी दलों, पाकिस्तान पीपल्स पार्टी और मुस्लिम लीग-नवाज ने स्वीकार नहीं किया है और सरकार पर चुनाव आयोग के साथ धांधली का आरोप लगाया गया है.BBCCopyright: BBCपाकिस्तान की सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी ने इन चुनावों में सबसे अधिक सीटें जीती हैं, जबकि ज़्यादातर सीटों पर चुनाव जीतने वाले स्वतंत्र उम्मीदवारों ने भी सत्तारूढ़ दल में शामिल होने की घोषणा की है.
गिलगित-बल्तिस्तान के कार्यवाहक सरकार के प्रवक्ता फैज़ुल्लाह फ़ारूक ने आरोप लगाया है कि जब मुख्य चुनाव आयुक्त राजा शाहबाज़ खान गिलगित में शिकायतें सुन रहे थे तो पीपीपी के हारने वाले उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं ने वहां पर हिंसा और तोड़-फोड़ की, जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया.
प्रवक्ता के अनुसार, हंगामे के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने कार्रवाई की और क़ानून और व्यवस्था को बहाल किया.BBCCopyright: BBCगिलगित में मौजूद पत्रकार अब्दुल रहमान बुखारी के अनुसार, गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने चिनार बाग के पास सड़क को अवरुद्ध कर दिया और पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुईं.
उन्होंने बताया कि पुलिस ने आंसू गैस छोड़ी और हवा में गोलियां चलाईं.उन्होंने बताया कि पुलिस की कार्रवाई के बाद शहर में दंगे भड़क उठे. प्रदर्शनकारियों ने वन विभाग के कार्यालय और चार वाहनों में आग लगा दी, जिसमें एक फायर ब्रिगेड वाहन भी शामिल है.प्रदर्शनकारी अंतिम रिपोर्ट तक गिलगित की सड़कों पर समूहों में मौजूद थे और पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां स्थिति को सुधारने की कोशिश कर रही थीं. headtopics.com
स्थानीय लोगों के अनुसार, गिलगित शहर का निर्वाचन क्षेत्र नंबर दो लगभग बंद है. सड़कों पर ट्रैफिक जाम है और विभिन्न स्थानों पर टायरों में आग लगा दी गई है. बल्टिस्तान के स्कर्दू में भी विरोध प्रदर्शन की खबरें आई हैं. और पढो: BBC News Hindi »
Disha Ravi case: सामने आ गए 26 जनवरी साजिश के चेहरे? देखें दंगल
जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी से उठा तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा. जिस टूल किट के आधार पर 26 जनवरी की हिंसा के मामले में दिशा रवि गिरफ्तार हुई है, उसे लेकर दिल्ली पुलिस के सूत्र बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं. दिशा रवि का एक व्हॉट्सअप चैट सामने आया है. ये चैट तब का है जब गलती से क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने टूलकिट ट्विटर पर डाल दिया था. Whatsapp Chat में दिशा ने साफ तौर पर ये आशंका जतायी थी कि वो अब UAPA कानून में फंस सकती है. इस बीच टूल किट से जुड़े नए-नए किरदारों का खुलासा भी हो रहा है. कनाडा में रहने वाली अनीता लाल से लेकर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लिए काम करने वाले भजन सिंह भिंडर तक टूलकिट का कनेक्शन पहुंच रहा है. दिल्ली पुलिस के सूत्र ये भी कह रहे हैं कि अंडरग्राउंड हो चुका है, इंजीनियर शांतनु 20 से 27 जनवरी के बीच टीकरी बॉर्डर पर रहा था. क्या दिशा रवि को विपक्ष का एक निहत्थी लड़की कहना भूल है? क्या दिल्ली पुलिस की जांच किसान आंदोलन से जुड़े नेताओं तक पहुंच सकती है? और क्या अब खालिस्तान की साजिश का पूरा खुलासा होगा? देखें दंगल, रोहित सरदाना के साथ.
pok Bharat ka abhin ang he Pakistan ko waha election karaney ka koyi adhikar nahi hai अंधे लोगो का गांव