आपने अभी तक गोशाला या दूसरे पशुओं के लिए बाड़े के बारे में सुना होगा, लेकिन बकरों के लिए धर्मशाला यह पहली बार। पाली जिले के खौड़ गांव के निकट एक व्यापारी ने बकरों की जान बचाने के लिए अपने 225 बीघा खेत में बकराशाला यानी बकरों के लिए धर्मशाला बना दी। जहां इनकी देखरेख की जाती है। इसमें करीब 400 बकरे हैं। ये वो बकरे हैं जो कटने के लिए ले जाए जा रहे थे, लेकिन इन्हें बचाकर इस बकराशाला में लाया गया।दरअसल, जैन धर्म में जीव दया को सबसे बड़ा माना गया है और इसी को साकार करने के लिए पाली के ज्ञानचंद लुंकड़ ने...
प्राणों की रक्षा करो। क्योंकि किसी मरते हुए जीव को बचाकर उसकी सेवा करने से बड़ा धर्म या पुण्य का काम इस दुनिया में नहीं है। उनकी बात ज्ञानचंद लुंकड़ के मन में बैठ गई। इसके बाद खौड़ गांव के निकट अपने 225 बीघा खेत को बकराशाला का रूप देने के लिए उन्होंने तैयारी शुरू कर दी। खेत की चारदीवारी, बकरों के लिए टीन शेड का हॉल, पीने के पानी के लिए कुआं खुदवाने, अवाला बनाने, चारा व धान गोदाम बनाने के साथ ही बकरों की देखभाल के लिए वहां कर्मचारियों को रखने के लिए कमरों का निर्माण करवाया। इसमें करीब 75 लाख रुपए...
We can use goat milk
Jainam jayati shashnam Ahimsha Parmo Dharma 🙏🙏
TheJohnAbraham
बकरों को भी राष्ट्रीय पशु घोषित करने का अभियान छेड़ दीजिए।
ईसानियत अभी ज़िंदा हे
Gadho ki koi kami nahi, stop ploughing the field and survive on sun rays as your believe.
बहुत ही अच्छा काम किया इसने तो जितनी तारीफ की जाए कम है अरे दीपावली होली हर त्यौहार में हर दिन गोश्त खाया जाता है बकरे का हर जात और बिरादर के लोग खाते हैं बस मुसलमान ही कुर्बानी करते अमेरिका लंदन जापान चाइना सऊदी अरबिया हर जगह खाया जाता है बकरे का गोश्त क्या हाल पागल है क्या लोग
Bakri un kambakhton ki man hai ya bahan? Holi me daru ke sath mutton khane me koi dikkat nhi hai. 70% Indian non veg khate hai, Muslim 14% hai, fir ye kon kamine hai jo Eid ke waqt veg ban jate hai?
शायद इसे ही सच्ची कुर्बानी कहते हैं
Good
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