फिल्म प्रोड्यूसर क्षितिज प्रसाद को ड्रग केस में मिली जमानत, लेकिन जेल में ही रहेंगे

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क्षितिज प्रसाद धर्माटिक एंटरटेनमेंट के एग्जिक्यूटिव प्रोड्यूसर रह चुके हैं जो करण जौहर की धर्मा प्रोडक्शन की सहयोगी कंपनी है. | journovidya KshitijPrasad NCB DrugProbe

यहां तक कि अगर प्रसाद को मुंबई से भी बाहर जाना है तो उन्हें जांच अधिकारी को सूचित करना होगा और अपनी यात्रा का ब्योरा देना होगा.

आदेश में कहा गया है कि प्रसाद को छह महीने तक जांच एजेंसी के समक्ष अपनी उपस्थिति दर्ज ​करानी होगी. उन्हें हर महीने के पहले सोमवार को सुबह 10.00 बजे से 11.00 बजे के बीच जांच एजेंसी के कार्यालय में उपस्थित होना होगा. गिरफ्तारी के तुरंत बाद क्षितिज प्रसाद ने अपने वकील सतीश मानेशिंदे के जरिये आरोप लगाया था कि एनसीबी अधिकारियों ने उन्हें कुछ अभिनेताओं के साथ करण जौहर और धर्मा प्रोडक्शन के दूसरे कर्मचारियों का नाम लेने के लिए दबाव डाला.

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने अदालत में प्रसाद की जमानत अर्जी का विरोध किया. एजेंसी ने कहा था कि प्रसाद ने एजेंसी के समक्ष जो बयान दिए उनमें उन अभिनेताओं के नामों का जिक्र नहीं है. एजेंसी ने दावा किया कि प्रसाद ने बाद में, सोच समझकर ये बयान दिए थे. एनसीबी के अनुसार, प्रसाद की भूमिका तब सामने आई जब एक कथित ड्रग पेडलर से पूछताछ के दौरान पता चला कि उसने करमजीत सिंह के निर्देश पर प्रसाद के अंधेरी स्थित आवास पर उन्हें गांजा पहुंचाया था. एनसीबी के मुताबिक, करमजीत सिंह एक ड्रग डिस्ट्रीब्यूटर है, जिसका नेटवर्क बॉलीवुड बिरादरी में फैला है. प्रसाद के वकील ने कहा,"वे अगले सप्ताह तक जेल से बाहर आ सकते हैं क्योंकि दूसरा केस बहुत हल्का है."

 

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