फिर कामयाब रही ब्रह्मोस:सेना ने मिसाइल के लैंड अटैक वर्जन का सफल टेस्ट किया, एयरफोर्स-नेवी पहले कर चुकी हैं परीक्षण BrahMos adgpi
सेना ने देश में बनी सुपरसोनिक मिसाइल ब्रह्मोस के लैंड अटैक वर्जन का मंगलवार को कामयाब परीक्षण किया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ब्रह्मोस का यह परीक्षण तयशुदा ट्रायल्स की सीरीज का हिस्सा है। | Army successfully tests land attack version of BrahMos, Airforce-Navy has already conducted tests
Tandav Controversy: तांडव वेब सीरीज पर बढ़ता जा रहा विवाद, सूचना प्रसारण मंत्रालय भी अलर्ट
ऐमजॉन प्राइम (Amazon Prime Video) के नई वेब सीरीज तांडव (Tandav Web Series) को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। कई बीजेपी नेताओं का आरोप है कि वेब सीरीज में हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है। तांडव पर जारी विवाद को लेकर हर अपडेट के लिए बने रहिए हमारे साथ....
Brahmos Missile Test; India Today Successfully Test fired BrahMos Supersonic Cruise Missile From Andaman NicobarAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐपफिर कामयाब ब्रह्मोस:मिसाइल के लैंड अटैक वर्जन का सफल परीक्षण, 400 किमी तक आवाज से तीन गुना रफ्तार से कर सकती है वार
8 मिनट पहलेकॉपी लिंकसेना ने मंगलवार को अंडमान-निकोबार आइलैंड से ब्रह्मोस के लैंड अटैक वर्जन का कामयाब टेस्ट किया। -फाइल फोटो।सेना ने देश में बनी सुपरसोनिक मिसाइल ब्रह्मोस के लैंड अटैक वर्जन का मंगलवार को कामयाब परीक्षण किया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ब्रह्मोस का यह परीक्षण तयशुदा ट्रायल्स की सीरीज का हिस्सा है।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा- अंडमान-निकोबार में सुबह करीब 10 बजे ब्रह्मोस मिसाइल का टेस्ट किया गया। टेस्ट पूरी तरह कामयाब रहा। आने वाले दिनों में एयरफोर्स और नेवी भी ब्रह्मोस के हवा और समुद्र से फायर किए जाने वाले वर्जन का परीक्षण करेंगी।रेंज बढ़ी, रफ्तार भी कायम headtopics.com
ब्रह्मोस मिसाइल सुपरसोनिक स्पीड से टारगेट पर सटीक हमला करने के लिए जानी जाती है। ब्रह्मोस के लैंड अटैक वर्जन की रेंज 290 किलोमीटर से बढ़ाकर 400 किलोमीटर कर दी गई है। लेकिन, इसकी स्पीड 2.8 मैक ही रखी गई है। यह आवाज की रफ्तार से तीन गुना तेज है।लगातार जारी हैं मिसाइल टेस्ट
पिछले ढाई महीने में भारत ने एंटी रेडिएशन मिसाइल रुद्र-1 समेत कई मिसाइलों के टेस्ट किए हैं। रुद्र-1 को 2022 में सेना में शामिल करने की तैयारी है। भारत ने एलएसी के अलावा, चीन से सटे अरुणाचल प्रदेश और लद्दाख के कई इलाकों में ब्रह्मोस की तैनाती की है।एयरफोर्स ने सुखोई से फायर की थी ब्रह्मोस
वायुसेना ने पिछले दिनों ब्रह्मोस मिसाइल के हवा से फायर किए जाने वाले वर्जन का टेस्ट किया था। बंगाल की खाड़ी में सुखोई फाइटर जेट से किया गया यह टेस्ट भी कामयाब रहा था। वायुसेना 40 से ज्यादा सुखोई फाइटर जेट में ब्रह्मोस मिसाइल फिट करने की तैयारी कर रही है। इससे हर मौसम में जमीन या समुद्र में किसी भी टारगेट पर निशाना लगाया जा सकता है।
नेवी ने आईएनएस चेन्नई से दागी थी ब्रह्मोसनेवी ने भी पिछले महीने जंगी जहाज INS चेन्नई से ब्रह्मोस मिसाइल का सफल परीक्षण किया था। गहरे समुद्र में इसके जरिए 400 किलोमीटर तक की दूरी पर मौजूद टारगेट को निशाना बनाया जा सकता है।एक्सपोर्ट मार्केट पर भी भारत की नजर headtopics.com